‘संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA)’ के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने खुलासा किया है कि उन्होंने भारत की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की डोज ली है। उन्होंने पुणे में स्थित ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SRI)’ द्वारा निर्मित इस कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक ले ली है। उन्होंने कहा, “हाँ, मैंने भारत में बनी कोविशील्ड ली है और मैं ज़िंदा हूँ।” वो उस सवाल का जवाब दे रहे थे, जब उनसे पूछा गया था कि क्या सिर्फ ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)’ से अनुमति प्राप्त वैक्सीन ही लेनी चाहिए?
उन्होंने इसे एक काई तकनीकी सवाल बताते हुए कहा कि वो नहीं जानते कि कितने देशों ने कोविशील्ड को मान्यता दे रखी है, लेकिन कई ऐसे देश हैं जिनकी अधिकतर जनसंख्या ने भारत में बनी इसी वैक्सीन की डोज ली है। उन्होंने शुक्रवार (2 अक्टूबर, 2021) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए खुद का भी उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, “हाँ, मैं जीवित हूँ। लेकिन, ये सवाल आप किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ से पूछिए।”
उन्होंने बताया कि कोरोना वैक्सीन को लेकर जो अधिकतर प्रतिक्रियाएँ आई हैं, उनमें भारत, चीन और अमेरिका से सकारात्मक ही रही हैं। उन्होंने कहा कि जनवरी में होने वाली UNGA की बैठक में वो सभी देशों को साथ लाना चाहते हैं, ताकि उस साल के ख़त्म होने तक पूरी दुनिया का टीकाकरण किया जा सके। मूल रूप से मालदीव से ताल्लुक रखने वाले अब्दुल्ला शाहिद जनवरी 2022 में कोरोना टीकाकरण पर सभी देशों से प्रतिक्रियाएँ लेंगे।
‘I got Covishield from India’: President of the 76th UN General Assembly Abdulla Shahid https://t.co/2xg7ia2j63
— TOI India (@TOIIndiaNews) October 2, 2021
बता दें कि यूके ने भारत की वैक्सीन लेने वालों के लिए क्वारंटाइन अनिवार्य कर दिया था, जिसका जवाब भारत ने भी दिया है। अब ब्रिटेन से आने वालों को यहाँ 10 दिन क्वारंटाइन में रहना पड़ेगा। दोनों देशों के बीच वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को लेकर एक तरह का संघर्ष चल रहा है। यूके ने अब तक कोविशील्ड को मान्यता नहीं दी है। 4 अक्टूबर से नया ब्रिटिश ट्रेवल नियम लागू होगा। भारत अब तक कोरोना वैक्सीन के 90 करोड़ डोज दे चुका है।