Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजगायों के शरीर पर लिख दिया '786': बागपत के एक गाँव में माहौल तनावपूर्ण,...

गायों के शरीर पर लिख दिया ‘786’: बागपत के एक गाँव में माहौल तनावपूर्ण, हिंदू आक्रोशित

"इस मामले में कोई FIR दर्ज नहीं कराई गई है। लेकिन हम उन लोगों की तलाश कर रहे हैं जिन्होंने ऐसा किया है और उनके इरादे पता करने की कोशिश कर रहे हैं।"

उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में गाय के ऊपर 786 लिखा हुआ देख कर तनाव का माहौल उत्पन्न हो गया। घटना शुक्रवार (अक्टूबर 8, 2021) की है। बागपत के बड़ौत इलाके के बिनौली थाना क्षेत्र के अंगदपुर-जहौरी गाँव में जब स्थानीय निवासियों ने गाय के शरीर पर 786 लिखा हुआ देखा तो वे रोष में आ गए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।

अमर उजाला की एक रिपोर्ट के मुताबिक गाँव में कुछ घुमंतू गायें हैं। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के कुछ सदस्यों ने दो-तीन घुमंतू गायों को बंधक बना लिया और सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए उन पर ‘786’ लिखकर उन्हें छोड़ दिया। 786 इस्लाम में पवित्र संख्या है। अरबी में 786 का अनुवाद ‘बिस्मिल्लाह अल-रहमान अल-रहीम’ है। यह कुरान की एक आयत का संक्षिप्त रूप जिसका अर्थ है- उस अल्लाह के नाम पर (शुरू करता हूँ) जो दयालु और करुणामय है। यह मुस्लिम समुदाय में किसी काम को शुरू करते समय इस्तेमाल किया जाने वाला वाक्य है।

इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है। उनका कहना है कि हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए जानबूझकर ऐसा कृत्य किया गया। बता दें कि सनातन धर्म में गाय को एक पवित्र पशु माना जाता है और इसका माँस खाना वर्जित है, जबकि इस्लाम में गायों के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है।

जब ऑपइंडिया ने बिनौली थाने के प्रभारी अधिकारी संजय कुमार से संपर्क किया तो उन्होंने घटना की पुष्टि की। संजय कुमार ने ऑपइंडिया को फोन पर बताया, “यह मेंहदी से लिखा गया था जिसे हमने हटा दिया है। इस मामले में कोई FIR दर्ज नहीं कराई गई है। लेकिन हम उन लोगों की तलाश कर रहे हैं जिन्होंने ऐसा किया है और उनके इरादे पता करने की कोशिश कर रहे हैं। बागपत में घुमंतू जानवर एक बड़ी समस्या है। किसान अपनी बूढ़ी गायों को सड़क पर छोड़ देते हैं। हम मामले को लेकर सतर्क और सजग हैं।”

बड़ौत में गायों के साथ क्रूरता कोई नई बात नहीं है। पिछले महीने कोटाना गाँव में एक गाय की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एक दूसरी घटना में बड़ौत के बोपुरा गाँव में पुलिस और गौ तस्करों के बीच मुठभेड़ हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने नोमन नाम के एक गौ तस्कर को गिरफ्तार किया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -