Sunday, May 19, 2024
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‘यूक्रेन में बम और मिसाइलें गिर रहीं, हमें सुरक्षित निकाल लो तो बच जाएँगे’: पीएम मोदी से भारतीय छात्रों की अपील, कर रहे हनुमान चालीसा का पाठ

यूक्रेन में भारतीय छात्र बंकरों में छिपे हैं और मार्शल इनके वीडियो डिलीट करवा रहे हैं। बंकर में छात्र हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं। बिहार के शुभम सम्राट ने वीडियो मैसेज के जरिए भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है।

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध लगातार जारी है। अब तक सैकड़ों लोग, सैनिक दोनों तरफ से मारे जा चुके हैं। खबरें ये भी सामने आ रही हैं कि रूसी सेना यूक्रेन के कीव में घुस गई है। इस बीच वहाँ पर हजारों भारतीय छात्र फँसे हुए हैं, जो चैनलों से सम्पर्क कर अपनी व्यथा को बयाँ कर रहे हैं और इस आस में हैं कि कब उन्हें वहाँ से निकालकर भारत लाया जाएगा।

इन्हीं स्टूडेंट में से एक हैं उत्तर प्रदेश के देवरिया के रामपुर कारखाना कस्बे के रहने वाले प्रणवनाथ सिंह यादव। आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, वो 2018 में एमबीबीएस करने के लिए यूक्रेन गए थे। प्रणव ने वीडियो कॉल पर अपने परिजनों को बताया कि वो अपने हॉस्टल में हैं और लगातार धमाके हो रहे हैं। वो भारत वापस आना चाहते हैं, लेकिन एयरपोर्ट में घुसने नहीं दिया जा रहा। यही कहानी देवरिया के ही शक्तिरमन सिंह और सुनील मद्देशिया की है। ये लोग कह रहे हैं कि अब केवल प्रधानमंत्री मोदी जी से उम्मीद है।

दैनिक भास्कर के मुताबिक, यूक्रेन में भारतीय छात्र बंकरों में छिपे हैं और मार्शल इनके वीडियो डिलीट करवा रहे हैं। बंकर में छात्र हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं। बिहार के शुभम सम्राट ने वीडियो मैसेज के जरिए भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है।

इसी तरह से मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर के रहने वाले पीयूष सक्सेना यूक्रेन के सुमी शहर में एमबीबीएस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालात इतने खराब हैं कि यहाँ कभी भी कुछ भी हो सकता है। हमें यहाँ से निकाल लो तो हम सुरक्षित बच जाएँगे।

देवास के चापड़ा के रहने वाले ऋषभ यादव यूक्रेन के डेनेप्रो शहर में रहते हैं। वो बताते हैं कि युद्ध के कारण बाजार में कोरोना काल जैसे हालात हैं। बाजार में सामान के लिए लोगों की भगदड़ मची हुई है। यही कहना है सोनकच्छ के सुयश महाजन का भी।

छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा के रहने वाले तुषार गिरी गोस्वामी खार्कीव शहर में रहते हैं। वो बताते हैं कि उन्हें गुरुवार को बंकर में ले जाया गया था। बाहर लगातार बमबारी हो रही है।

न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी के कानपुर सूटर के रहने वाले विनोद यादव के दो बच्चे खार्कीव नेशनल मेडिकल यूनविवर्सिटी के बंकरों में फँसे हुए हैं। लोकल प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं की गई। इसी तरह से चकेरी के लालबंगला की रहने वाली आकांक्षा शुक्ला बताती हैं कि युद्ध के कारण यूक्रेन में भूखे मरने की नौबत आ गई है।

एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक, एमपी के विदिशा की रहने वाली सृष्टि विल्सन भी कीव में फँसी हैं। उन्होंने बताया कि वो बंकर में हैं और ठीक हैं। सृष्टि की माँ वैशाली विल्सन से बात करते हुए कहा कि मम्मी मैं बंकर में हूँ। सामने वाली बिल्डिंग पर बम गिर रहे हैं। इसके बाद उसने अपना फोन बंद कर दिया। इस बीच सृष्टि की माँ के साथ पीएमओ के नाम पर 42 हजार रुपए का फ्रॉड भी हुआ है। प्रदेश के 46 स्टूडेंट यूक्रेन में फँसे हैं।

इसी तरह से बिहार के रहने वाले आर्यन भी यूक्रेन से एमबीबीएस कर रहे हैं। आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, आर्यन ने बताया कि डेनिप्रो शहर में सभी तरह के ट्रंसपोर्ट बंद कर दिए गए हैं। लोग ज्यादा से ज्यादा राशन इकट्ठा कर रखने की कोशिश कर रहे हैं। वो जिस हॉस्टल में रहते हैं वहाँ पर 200 से अधिक भारतीय छात्र हैं। भारत सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए आर्यन ने कहा कि अब उनके पास केवल सात दिनों का राशन बचा है।

हरियाणा के करनाल की भाव्या को गुरुवार को यूक्रेन से एयरलिफ्ट कर लिया गया। वो कहती हैं कि वो जेनेट्रो सिटी में रहती थीं। ऐसा मंजर पहली बार देखा है कि चारों तरफ मिसाइलें गिर रही हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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