Saturday, November 2, 2024
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मरे लोगों को जिंदा करने का वादा, शिक्षा-स्वास्थ्य का लालच: छत्तीसगढ़ में 2 दर्जन हिंदुओं को ईसाई बनाने के लिए रात में चंगाई सभा, पादरी सहित 4 गिरफ्तार

हिंदू संगठनों ने आरोपितों पर कठोर कार्रवाई की माँग की। आरोप लगाया गया कि जिस व्यक्ति के घर में धर्मांतरण की कोशिश हो रही थी उस पर बयान बदलने का दबाव बनाया जा रहा है। SDPO रितेश चौधरी ने प्रदर्शनकारियों को जाँच कर के दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिया है।

छत्तीसगढ़ के जिला बलरामपुर में ईसाई धर्मान्तरण का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि बुधवार (23 नवम्बर 2022) को रात के अँधेरे में एक गाँव में कई ग्रामीणों का धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा था। इसके लिए लोगों को तमाम तरह के लालच भी दिए जा रहे थे, जिसमें मरे व्यक्ति को जिन्दा करने का दावा भी शामिल था। घटना की जानकारी जब गाँव वालों को हुई तो उन्होंने 4 आरोपितों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। धर्मान्तरण के विरोध में हिन्दू संगठनों ने सड़क जाम करके प्रदर्शन किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला बलरामपुर के राजपुर इलाके में आने वाले गाँव पहाड़खडवा का है। आरोप है कि घटना के दिन यहाँ रात में एक घर के अंदर 2 दर्जन से ज्यादा हिंदुओं को जमा किया गया था। उन्हें पैसे, स्वास्थ्य और शिक्षा के प्रलोभन के साथ 2 दिन के अंदर मरे आदमी को भी जिन्दा कर देने का लालच दिया जा रहा था। इसके बदले वहाँ मौजूद लोगों से ईसाई मत स्वीकार करने को कहा जा रहा था।

इसी गाँव के रहने वाले राजेश यादव नाम के व्यक्ति ने युवा मोर्चा और सतर्कता समूह के सदस्यों को इसकी जानकारी दी। रात में ही कई लोग मौके पर पहुँच गए और कार्यक्रम को रोक दिया गया। बाद में थाना राजपुर पुलिस को बुलाकर 4 आरोपितों को पुलिस के हवाले कर दिया गया, जिसमें एक पादरी भी शामिल है। घटना से कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। पुलिस ने केस दर्ज करके जाँच शुरू कर दी है। घटनास्थल से ईसाई साहित्य भी बरामद होने की सूचना है।

भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने इस कार्यक्रम का वीडियो शेयर किया है। वीडियो में कई महिलाएँ और पुरुष जमीन पर बैठे दिखाई दे रहे हैं, जिन्हें एक व्यक्ति सम्बोधित कर रहा है। सम्बोधित करने वाले को विरोध करने वालों से उलझते सुना जा सकता है।

विरोध करने वालों ने जब आरोपित से परिचय पूछा तो लोगों ने उसको पादरी नाम से सम्बोधित किया। इस दौरान मकान मालिक को भी आरोपित की तरफ से बोलते सुना गया। बाद में विरोध करने पहुँचे लोगों ने गाँव वालों और बाहरी लोगों को अलग हो जाने के लिए कहा।

जूदेव ने यह कार्रवाई अपने द्वारा बनाई गई धर्म सैनिकों के सदस्यों द्वारा की गई बताई। प्रशासन से आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग करते हुए उन्होंने हर गाँव में धर्म सैनिक नियुक्त किए जाने का एलान भी किया है। प्रबल प्रताप ने धर्मान्तरण में शामिल लोगों को विधर्मी की संज्ञा देते हुए उन्हें अपना बीमा करवा लेने की सलाह दी है।

जिन 4 लोगों के विरुद्ध पुलिस ने FIR दर्ज की है उनके नाम अनिल कुजुर, शिसन वशील तिग्गा, धरमलाल तिकी व जीवित लाल तिकी हैं। इन सभी पर IPC की धारा 295-A के तहत केस दर्ज हुआ है। इस घटना के विरोध में हिन्दू संगठनों ने प्रदर्शन किया।

उन्होंने आरोपितों पर कठोर कार्रवाई की माँग की। आरोप लगाया गया कि जिस व्यक्ति के घर में धर्मांतरण की कोशिश हो रही थी उस पर बयान बदलने का दबाव बनाया जा रहा है। SDPO रितेश चौधरी ने प्रदर्शनकारियों को जाँच कर के दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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