Friday, November 22, 2024
Homeराजनीति'हिंदू सड़कों पर काँवड़ निकाल सकते हैं, लेकिन मुस्लिम नमाज नहीं पढ़ सकते': हिंदुओं...

‘हिंदू सड़कों पर काँवड़ निकाल सकते हैं, लेकिन मुस्लिम नमाज नहीं पढ़ सकते’: हिंदुओं की शादी की ‘रखैल’ से तुलना करने वाले AIMIM नेता शौकत अली ने फिर जहर उगला

इतना ही नहीं, संभल में एक जनसभा में बोलते हुए ओवैसी की पार्टी के नेता शौकत अली ने कहा था कि मुस्लिमों ने 832 सालों तक हिंदुस्तान पर शासन किया है और हिन्दू लोग मुस्लिम बादशाहों के सामने हाथ जोड़ कर जी-हुजूरी किया करते थे। 

उत्तर प्रदेश AIMIM के अध्यक्ष शौकत अली मुरादाबाद जिले के निकाय चुनाव के लिए जनसभाओं विवादित और भड़काऊ बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर सड़क जाम करके काँवड़ यात्रा निकाल सकते हैं तो मुस्लिम सड़कों पर नमाज क्यों नहीं पढ़ सकते। उनके कई वीडियो सामने आए हैं।

अपने विवादित बयानों के लिए कुख्यात शौकत अली वीडियो में कहते नजर आ रहे हैं कि मुरादाबाद में 1980 में ईद के दिन ईदगाह मैदान में गोली चलवाई गई। मुस्लिमों का कत्लेआम किया गया। 1984 में प्रधानमंत्री राजीव गाँधी ने बाबरी मस्जिद का ताला खुलवा था, तब भी फसाद हुए थे।

लोगों को भड़काते हुए उन्होंने आगे कहा कि मेरठ के हाशिमपुरा को भूल मत जाना, जहाँ 47 नौजवानों को रात के 12 बजे घरों से निकाला गया। वे सभी 35 साल से कम उम्र के थे। उन्हें पीएसी के ट्रक डाला कर ले गए और गाजियाबाद में नहर के किनारे ले जाकर सबको गोली मार दी गई थी।

वहीं, एक अन्य वीडियो में शौकत अली ने कहा कि एक महीने तक नेशनल हाइवे बंद रहा और पुलिस के अधिकारी काँवड़ियों के पैर दबाए और उनकी मसाज की। उन्होंने कहा कि अगर हिन्दू सड़क जाम करके काँवड़ यात्रा निकाल सकते हैं तो मुस्लिम सड़क पर नमाज क्यो नहीं पढ़ सकते हैं।

उन्होंने कहा, “काँवड़ के दौरान हमने तो कोई एतराज नहीं किया, लेकिन अगर हम किसी मॉल में या सड़क पर नमाज पढ़ लें तो हंगामा खड़ा हो जाता है। कुछ लोगों को तो हमारी अजान से भी तकलीफ हो रही है। आए दिन कोई न कोई जोकर आकर नमाज पर अंगुली उठाता है।”

इस साल अक्टूबर में शौकत अली हिंदुओं की शादी को लेकर घृणा से भरे बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि हिंदू एक महिला से शादी करते हैं और तीन रखैल रखते हैं। इस मामले में शौकत अली पर IPC की धारा 153A, 295A और 188 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था।

राज्य में एक रैली को संबोधित करते हुए शौकत अली ने कहा, “लोग कहते हैं कि हमने तीन शादियाँ की हैं। दो शादियाँ होने पर भी हम समाज में दोनों पत्नियों को सम्मान देते हैं, लेकिन आप (हिंदू) एक से शादी करते हैं और तीन रखैल रखते हैं।”

औवेसी के करीबियों में शामिल शौकत अली ने आगे कहा, “आप (हिंदू) न तो अपनी पत्नी का सम्मान करते हैं और न ही रखैलों का। अगर हमारी दो शादियाँ होती हैं तो हम उन्हें सम्मान के साथ रखते हैं और हमारे बच्चों के नाम भी राशन कार्ड में होते हैं।”

इतना ही नहीं, संभल में एक जनसभा में बोलते हुए शौकत अली ने कहा था कि मुस्लिमों ने 832 सालों तक हिंदुस्तान पर शासन किया है और हिन्दू लोग मुस्लिम बादशाहों के सामने हाथ जोड़ कर जी-हुजूरी किया करते थे। 

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिन कपिल मुनि के कारण गंगा धरती पर आईं, मकर संक्रांति के दिन हिंदुओं को मिलता है मोक्ष… खतरे में उनका मंदिर, सो रही...

चक्रवात 'दाना' ने मिट्टी के कटाव को तेज कर दिया है। अब समुद्र और मंदिर के बीच सिर्फ एक किलोमीटर का फासला रह गया है।

पश्चिम बंगाल का राजभवन वक्फ का, देश का सबसे बड़ा ‘कलकत्ता गोल्फ कोर्स’ भी उसी का: बवाल होने पर बंगाल वक्फ बोर्ड ने पल्ला...

बंगाल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष साहिदुल मुंशी ने कहा कि बोर्ड के पास इस बात की कोई तथ्यात्मक जानकारी नहीं है कि बंगाल राजभवन वक्फ संपत्ति है।
- विज्ञापन -