कोरोना में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी स्थित अपने सरकारी बँगले के सौंदर्यीकरण पर 44.78 करोड़ रुपए खर्च कर दिए। यानी, बने-बनाए बँगले को चमकाने और उसे सुंदर बनाने में इतने रुपए फूँक दिए गए। इस खुलासे के बाद भाजपा ने सीएम आवास के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने धक्का-मुक्की की।
#OperationSheeshMahal पर केजरीवाल के घर हिसाब माँगने पहुँचे भाजपा दिल्ली महासचिव @kuljeetschahal और @TimesNow @TNNavbharat पत्रकारों पर केजरीवाल ने अपने गुंडों से डंडे से हमला करवाया pic.twitter.com/rZ7CniXMGY
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) April 26, 2023
दिल्ली भाजपा के महासचिव कुलजीत चहल इस खुलासे के बाद सीएम हाउस पहुँचे। उन्होंने कहा कि वे इसका हिसाब माँगने आए थे। इस दौरान सीएम हाउस के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। उनके साथ ही नहीं, मीडिया के साथ भी धक्का-मुक्की की गई। सुरक्षाकर्मियों द्वारा लाठियों से हमले का भी आरोप लगाया जा रहा है।
#OperationSheeshMahal | #TimesNowNavbharat के कैमरे और माइक देखकर क्यों बौखलाए सुरक्षाकर्मी, किसकी शह पर की धक्का-मुक्की @dineshgautam1 @rrakesh_pandey @BhawanaKishore #AAP #Delhi pic.twitter.com/BqiCeP4sr1
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) April 26, 2023
दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर ‘Times Now Navbharat’ ने बड़ा खुलासा किया है। ‘ऑपरेशन शीशमहल’ नामक शो में ये खुलासा किया गया। चैनल ने बताया है कि AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कोरोना काल के दौरान राष्ट्रीय राजधानी स्थित अपने सरकारी बँगले के सौंदर्यीकरण पर 44.78 करोड़ रुपए खर्च कर दिए।
मंगलवार (25 अप्रैल, 2023) की शाम को प्रसारित किए गए शो में ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ ने जानकारी दी कि CM आवास में 8-8 लाख रुपए के पर्दे लगाए गए। केवल पर्दों पर ही 1 करोड़ रुपए खर्च कर दिए गए। कुल 23 पर्दों का ऑर्डर दिया गया था, जिनमें से कुछ अभी लगने बाकी हैं और कुछ लगाए दिए गए हैं।
शुरुआत में 8 पर्दे लगाए गए, जिनकी कीमत 45 लाख रुपए थी। दूसरे चरण में 15 पर्दों का ऑर्डर दिया गया, जो 51 लाख रुपए के थे। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री आवास में लगाने के लिए वियतनाम से मार्बल मँगाया गया। इसे ‘डियोर पर्ल मार्बल’ बोला जाता है, जो सुपीरियर क्वालिटी का होता है। इसकी कीमत 15 लाख रुपए होती है। साथ ही इसे लगाने के लिए भी अलग तरीके से फिटिंग की जाती है।
AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल आंदोलन से निकले नेता हैं और कोई फकीर नहीं है। उन्होंने कहा कि वो बँगला 1942 का बना है, वहाँ छत से पानी टपकती थी और बुजुर्गों को परेशानी होती थी। चड्ढा ने सीएम हाउस को सरकारी बँगलाो बताते हुए पीएम आवास के बारे में बात करने की सलाह दी।
दिल्ली में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “खुद को आम आदमी कहने वाले अरविंद केजरीवाल ने अपने घर पर रिनोवेशन के नाम पर जनता के 44.78 करोड़ रुपए बर्बाद कर डाले। अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को शर्म आनी चाहिए। ऐसे ढोंगी आम आदमी और भ्रष्टाचारी व्यक्ति को दिल्ली का मुख्यमंत्री बने रहने का कोई हक नहीं है।”