Saturday, November 23, 2024
Homeदेश-समाज'धान के खेत में ले गए, लेटने को कहा… मैं भाग्यशाली मेरा रेप नहीं...

‘धान के खेत में ले गए, लेटने को कहा… मैं भाग्यशाली मेरा रेप नहीं हुआ’: मणिपुर में महिलाओं के नग्न परेड से गिरफ्तारी तक, सब कुछ एक साथ

FIR में बताया गया है कि हमलावरों की भीड़ ने गाँव पर हमला किया था। इस दौरान लूटपाट की गई और घरों को जलाया गया। इसके बाद...

मणिपुर में 2 महिलाओं को नग्न कर उनका परेड कराए जाने और उनके साथ गैंगरेप की घटना के मुख्य आरोपित हुइरेम हेरोदेस को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि इस घटना का वीडियो बुधवार (19 जुलाई, 2023) को वायरल हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संसद परिसर में कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सरकार एक्शन ले, वरना हम कुछ करेंगे। वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी मणिपुर के DGP से बात कर के घटना की रिपोर्ट ली है।

मणिपुर वीडियो: पीड़िताओं ने बताया उनके साथ क्या हुआ था

केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को निर्देश दिया कि इस वीडियो को हर जगह से हटाया जाए, क्योंकि ये काफी ज्यादा वीभत्स है और पीड़िताएँ भी उनमें दिख रही हैं। हालाँकि, वीडियो अब भी धड़ल्ले से शेयर हो रही है। वहीं अब पीड़िताओं ने भी अपना दर्द साझा किया है। एक पीड़िता ने बताया कि पीड़िता ने बताया कि गाँव में आगजनी और लूटपाट की जा रही थी, इसीलिए वो लोग निकल कर भागे थे। उसे चारों तरफ से घेर लिया गया था और भीड़ में लोग चिल्ला रहे थे कि ‘इसका बलात्कार करो, इसका बलात्कार करो’।

इसके बाद भीड़ ने उन्हें अपने शरीर पर से सारे कपड़ों को उतारने के लिए कहा, ऐसा न करने पर हत्या की धमकी दी। पीड़िता ने ‘स्क्रॉल’ से बात करते हुए बताया कि खुद की जान बचाने के लिए उसे अपने शरीर पर से एक-एक कपड़े को उतारना पड़ा। इसके बाद लोग मुक्के और थप्पड़ों की बौछार करने लगे। इसके बाद इन महिलाओं को घसीटते हुए धान के एक खेत में ले जाया गया। वहाँ उन्हें लेटने को कहा गया। एक पीड़िता ने बताया कि इस दौरान भी वो एक-दूसरे से बात कर रहे थे कि इसका रेप कर लिया जाए।

हालाँकि, पीड़िता का कहना है कि इस दौरान उसके स्तनों को दबोच लिया गया और बलात्कार नहीं किया गया। कुछ ही दूरी पर उसकी पड़ोसी थी। उस 21 वर्षीय महिला के साथ इन लोगों ने क्या किया, इस बारे में इस 40 वर्षीय पीड़िता को अंदाज़ा नहीं है। उसे सिर्फ इतना पता है कि 21 वर्षीय पीड़िता के पिता और भाई की हत्या कर दी गई। महिला ने कहा कि वो खुद को ‘भाग्यशाली’ समझती है कि उसका रेप होने से बच गया।

मणिपुर में महिलाओं को नग्न घुमाया, 21 वर्षीय युवती का बलात्कार: FIR में क्या है

FIR में जानकारी दी गई है कि 4 मई को दोपहर के समय कांगपोकपी स्थित उस गाँव में 800-1000 की संख्या में भीड़ ने हमला बोल दिया। ये भीड़ एके-47, एसएलआर, इंसास और .303 राइफल्स जैसे खतरनाक हथियारों से लैस थी। इस दौरान घरों में से सारे फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक सामान लूट लिए गए। इसके बाद घरों में आग लगा दी गई। इनमें शामिल संगठनों की पहचान मैतेई युवा संगठन, मैतेई लीपुन, कांगलेइपाक कनबा लुप, अरामबाई तेंगगोल, विश्व मैतेई परिषद और ‘अनुसूचित जनजाति माँग समिति’ के रूप में हुई है।

इस पूरे प्रकरण के पीड़ित हैं – एक 56 साल का व्यक्ति, उसका 19 साल का बेटा (इन दोनों को मार डाला गया), उसकी 21 साल की बेटी। इनके अलावा जो 2 अन्य महिलाएँ हैं, उनकी उम्र 42 साल और 52 साल है, जो अन्य समूह का हिस्सा थीं। FIR में इसका जिक्र किया गया है कि पिता और भाई की हत्या के बाद 21 वर्षीय युवती का बलात्कार किया गया। वीडियो में 2 महिलाएँ दिख रही हैं, जबकि 50 वर्षीय महिला उसमें नहीं दिख रही है।

मणिपुर वीडियो मामला: पुलिस ने 2 आरोपितों को गिरफ्तार किया

वीडियो में मुख्य आरोपित को हरे रंग की टीशर्ट पहने हुए देखा गया था। 32 वर्षीय आरोपित पेची अवांग लीकाई का रहने वाला है। उक्त घटना सेनापति जिले के बी फीनोम गाँव में हुई थी। FIR में बताया गया है कि हमलावरों की भीड़ ने गाँव पर हमला किया था। इस दौरान लूटपाट की गई और घरों को जलाया गया। इसके बाद 5 लोगों का एक परिवार बचते-बचते जंगल में भाग गया था, जहाँ से पुलिस ने उन्हें बचाया। जहाँ इस मामले में 18 मई को शिकायत दर्ज हुई थी, वहीं 21 मई को FIR रजिस्टर हुई थी।

वहीं पुलिस ने एक दूसरे आरोपित को गिरफ्तार करने में भी कामयाबी पाई है। मणिपुर के मुख्यमंत्री N बीरेन सिंह ने खुद दूसरे आरोपित की गिरफ़्तारी की जानकारी दी। वहीं विपक्ष इस मामले को लेकर खासा हमलावर है। संसद के मॉनसून सत्र का पहला दिन इसी विवाद की भेंट चढ़ गया। हंगामे के कारण दिन भर के लिए सदन स्थगित करना पड़ा, जबकि मोदी सरकार दोनों सदनों में इस पर चर्चा के लिए तैयार थी।

उक्त घटना जहाँ हुई, वहाँ से नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर ही है। पुलिस की हिरासत से दंगाई इन महिलाओं को खींच कर ले गए थे। एक 56 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर दी गई और इन दोनों महिलाओं को नग्न घुमाया गया और उनका गैंगरेप किया गया। एक 21 वर्षीय महिला के साथ भी सामूहिक बलात्कार की खबर आई थी। बताया जा रहा है कि जब 19 वर्षीय भाई ने अपनी बहन को बचाने की कोशिश की तो उसे भी मार डाला गया।

3 महिलाएँ स्थानीय लोगों की मदद से दरिंदों के चंगुल से भागने में सफल रहीं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को फोन कॉल कर के कहा कि पुलिस इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। बीरेन सिंह पहले ही कह चुके हैं कि दोषियों को फाँसी दिलाने की कोशिश की जाएगी। इस मामले में अभी और गिरफ्तारियाँ होंगी। जिस गाँव की पीड़िताएँ हैं, उसके मुखिया ने बताया की भीड़ को संख्या 1000 के करीब थी।

PM मोदी ने की निंदा, सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान

संसद सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर से ही मीडिया के माध्यम से इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। पीएम मोदी ने कहा, “मणिपुर की जो घटना सामने आई है, वह किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने हैं, कौन हैं, वो अपनी जगह पर हैं। लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। इससे 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है।”

उन्होंने कहा, “मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूँ कि वे अपने राज्य में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करें। खासकर माताओं-बहनों की रक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएँ। घटना चाहे राजस्थान की हो, घटना चाहे छत्तीसगढ़ की हो, चाहे मणिपुर की हो। देश में, हिंदुस्तान के किसी भी कोने में, किसी भी सरकार में राजनीतिक वाद-विवाद से ऊपर उठकर कानून व्यवस्था का महात्मय, नारी का सम्मान जरूरी है।”

उधर सुप्रीम कोर्ट ने इस पर स्वतः संज्ञान लिया। मुख्य न्यायाधीश DY चंद्रचूड़ ने कहा, “मणिपुर की 2 महिलाओं को परेड कराए जाने का जो वीडियो कल सामने आया है, उससे हम काफी विक्षुब्ध हैं। हम इस मामले में अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हैं। ये समय है जब सरकारी सही में हस्तक्षेप करे और और कार्रवाई करे। ये पूरी तरह अस्वीकार्य है। सांप्रदायिक हिंसा वाले क्षेत्रों में महिलाओं को हथियार बना कर लैंगिक हिंसा को अंजाम दिया जाना बहुत बहुत परेशान करने वाला है। सरकार कार्रवाई करे, वरना हम एक्शन लेंगे।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अडानी के बाद अमेरिका के निशाने पर एक और भारतीय: न्याय विभाग ने संजय कौशिक पर अमेरिकी एयरक्राफ्ट तकनीक रूस को बेचने का लगाया...

अमेरिका में अडानी समूह के बाद एक और भारतीय व्यक्ति को निशाना बनाया गया है। संजय कौशिक नाम के एक और भारतीय नागरिक को गिरफ्तार किया गया है।

छात्रों को तिलक लगाने और ‘जय श्रीराम’ ने रोका: हिमाचल प्रदेश के संस्कृत विश्वविद्यालय में हिंदू संगठनों का विरोध प्रदर्शन, कहा- प्रोफेसर के खिलाफ...

हिमाचल प्रदेश के संस्कृत संस्थान के छात्रों ने आरोप लगाया है कि एक प्रोफेसर तिलक लगाने और जय श्री राम का नारा लगाने से मना करता है।
- विज्ञापन -