Sunday, September 29, 2024
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ऑपइंडिया स्टाफ़

कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

कश्मीर पर पकिस्तान की पैंतरेबाज़ी और दोहरे रवैये का नया चेहरा हैं प्रधानमंत्री इमरान खान

पकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों का बचाव करते हुए भारतीय सेना के खिलाफ जहर उगला है। हमारी ये रिपोर्ट इमरान खान और पाकिस्तान के दोहरे रवैये को उजागर करती है।

1984 सिख दंगों के मामले में कॉन्ग्रेस नेता सज्जन कुमार दोषी करार, उम्रकैद की सजा

दिल्ली उच्च न्यायलय ने ट्रायल कोर्ट का फैसला पलटते हुए कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को 1984 सिख दंगों के मामले में दोषी करार दिया है। उन पर लगे दंगे भड़काने की साजिश रचने और भीड़ को उकसाने के आरोप को अदालत ने सही पाया।

प्रधानमंत्री मोदी की तरह कमलनाथ को भी मिले ‘संदेह का लाभ’: शशि थरूर

थरूर ने कमल नाथ की तुलना प्रधानमंत्री से करते हुए कहा कि जैसे नरेन्द्र मोदी को 2002 दंगों में उनकी भूमिका को लेकर "संदेह का लाभ" मिला है वैसे ही कमल नाथ को भी 1984 दंगों को लेकर मिलना चाहिए।

सोनिया गाँधी के तमिलनाडु दौरे का कड़ा विरोध, लोगों ने ट्रेंड किया ‘गो बैक सोनिया’

सोनिया गाँधी के चेन्नई पहुँचने की खबर के फैलते ही तमिलनाडु में लोगों ने ट्विटर पर "गो बैक सोनिया" ट्रेंड कराना शुरू कर दिया। "गो बैक सोनिया" आज ट्विटर के पांच चोटी के राष्ट्रीय ट्रेंड्स में शामिल था।

सोनिया गाँधी के गढ़ रायबरेली में गरजे पीएम मोदी; कहा रायबरेली बनेगा रेल कोच निर्माण का ग्लोबल हब

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सोनिया गाँधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली को 1100 करोड़ रूपये के परियोजनाओं की सौगात दी। प्रधानमंत्री के तौर पर यह उनका पहला रैबरेली दौरा था।

राफेल पर देश की जनता को गुमराह करने के लिए माफ़ी मांगे राहुल गाँधी: अमित शाह

राफेल सौदे पर शीर्ष अदालत ने अपना फैसला देते हुए कहा है कि इस करार में नियमों का उल्लंघन नहीं हुआ है और इस मामले में अदालत द्वारा किसी भी प्रकार की छानबीन की जरूरत नहीं है।

हम राफेल सौदे की निर्णय प्रक्रिया से संतुष्ट, किसी भी प्रकार के जांच की जरूरत नहीं: शीर्ष अदालत

देश की शीर्ष अदालत ने राफेल फाइटर जेट करार को लेकर हुए सारे विवादों को विराम देते हुए कहा है कि वो इस मामले...

राफेल करार को लेकर हम पर किसी प्रकार का दबाव नहीं डाला गया: विदेश मंत्री, फ्रांस

एक अहम बयान देते हुए राफेल सौदे के वक्त फ्रांस के रक्षा मंत्री रहे ली ड्रायन ने ये साफ़ कर दिया है कि इस मामले में उनपर किसी भी प्रकार का कोई दबाव नहीं था।