Saturday, April 20, 2024

बड़ी ख़बर

‘गुजरात में किसके शासन में हुई बड़े पैमाने पर मुस्लिम विरोधी हिंसा?’: सवाल को लेकर विवाद, CBSE ने मानी गलती, होगी कार्रवाई

12वीं कक्षा के एक सवाल को लेकर 'केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE)' ने सफाई दी है। गुजरात और 2002 के दंगे से जुड़ा है सवाल।

‘काम नहीं करोगे और विदेश में रहोगे तो BJP को कैसे हराओगे?’: CM ममता का राहुल गाँधी पर निशाना, शरद पवार से की मुलाकात

ममता बनर्जी ने कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति कुछ न करे और विदेश में ही रहे तो फिर कैसे काम चलेगा?

एक तो वामपंथी, फिर भीतर का ‘ग्रेटा थनबर्ग’ भी उछाल मारे… जीसस खैर करें: आंदोलनजीवी से भारत ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया भी त्रस्त

पर्यावरण की रक्षा के लिए बात-बात पर किए जा रहे आंदोलन और उसके लिए व्यवहारिक हल के तरीकों में हमेशा अंतर क्यों?

फोन पर मुस्लिम प्रेमिका से बात कर रहा था हिंदू युवक, पीछे से लड़की का भाई आया और चाकू मार कर दी हत्या: दिल्ली...

राजधानी दिल्ली मेंएक हिन्दू युवक की हत्या हुई है। बताया जा रहा है कि एक मुस्लिम लड़की के परिजनों ने उसे मार डाला, जिससे वो प्यार करता था।

तिरंगा यात्रा निकालने वाले हिंदू छात्र नेता को भी AMU ने निकाला था, दानिश रहीम की गुहार के बाद लोगों को याद आए अजय...

उत्तर प्रदेश में स्थित AMU के हिन्दू छात्र नेता ठाकुर अजय सिंह को प्रतिबंधित कर दिया था। वहाँ उनके आगे की पढ़ाई करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया।

‘बांग्लादेश सीमा पर पशु तस्करी में 5 गुना कमी’: BSF ने माना – बॉर्डर के गाँवों में डेमोग्राफिक असंतुलन से पैदा हुई समस्या

सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने जानकारी दी है कि असम के गुवाहाटी फ्रंटियर क्षेत्र में पशु तस्करी में 5 गुना कमी आई है। डेमोग्राफिक असंतुलन की भी बात।

‘PM मोदी की तारीफ की इसलिए वापस माँगी जा रही PhD की डिग्री’: AMU के छात्र दानिश रहीम ने लगाई गुहार, यूनिवर्सिटी ने नकारा

AMU के छात्र दानिश रहीम ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करने के कारण उसे प्रताड़ित किया जा रहा है।

कभी ज़िंदा जलाया, कभी काट कर टाँगा: ₹60000 करोड़ का नुकसान, हत्या-बलात्कार और हिंसा – ये सब देश को देकर जाएँगे ‘किसान’

'किसान आंदोलन' के कारण देश को 60,000 करोड़ रुपए का घाटा सहना पड़ा। हत्या और बलात्कार की घटनाएँ हुईं। आम लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी।

इस साल 5.4 करोड़ टन ज्यादा कोयले की सप्लाई, पॉवर प्लांट्स के पास अभी भी 3.2 करोड़ टन कोयला: आँकड़ों से खुली मीडिया की...

अप्रैल 2019 से लेकर अक्टूबर 2019 तक की अवधि से इस साल की इस अवधि की तुलना करें तो अब भी CIL ने 15% ज्यादा कोयला सप्लाई किया।

माना लोकतंत्र में विपक्ष हो, पर जब उसकी नकारात्मक राजनीति लोकतंत्र के लिए ही नासूर बन जाए तो क्या करें?

ऐसे विपक्ष का क्या इलाज है? क्या लोकतंत्र के नाम पर ऐसे विपक्ष को ढोते रहना चाहिए?

ताज़ा ख़बरें

प्रचलित ख़बरें

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe