रिपोर्ट
दिन की वो ख़बरें जो बनी रहीं चर्चा में
आतंकवाद पर अब अलग-थलग होगा पाकिस्तान, अमेरिकी NSA ने कहा भारत को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार
अमेरिका के एनएसए जॉन बॉल्टन ने बीते शुक्रवार सुबह जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से फोन पर बात करते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की थी।
सोनू और कंगना का ‘सेकुलरों’ पर तंज: ‘विपक्ष वाले फ़र्ज़ी शोक न मनाएँ’, ‘उन्हें गधे पर बिठाकर थप्पड़ मारो’
फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा, “अब जो भी शांति और अहिंसा की बात करेगा उस पर कालिख पोत कर, गधे पर बैठा कर चौराहे पर खड़ा कर देना चाहिए ताकि जो भी आए थप्पड़ मार कर जाए।”
जवानों को श्रद्धांजलि देने की बजाय लगाए पाकिस्तान के नारे, टिकट कलेक्टर गिरफ़्तार
जहाँ एक तरफ पुलवामा हमले पर लोगों का ग़ुस्सा अपने चरम पर है वहीं पाकिस्तान के समर्थन में उठ रही ये आवाज़ें भारत में आस्तीन का साँप हैं।
पुलवामा आतंकी हमला: 7 संदिग्ध पुलिस हिरासत में, हमले की योजना में शामिल होने का शक़
दक्षिण कश्मीर के त्राल इलाक़े के मिदूरा में इस भयावह आतंकी हमले की योजना तैयार की गई थी और यही जगह विस्फोटकों की व्यवस्था में मददगार भी बनी।
सोशल मीडिया पर ज़हर उगलने वालों पर कड़ी नज़र, जवानों का अपमान करने वाले हो रहे गिरफ़्तार
पुलिस ने कई मामलों में एक्शन लिया। कुछ मामलों में ऐसे लोगों को उनकी कम्पनी ने नौकरी से भी निकाला।
आतंकी हमले पर माओवंशी गिरोह सक्रिय: ‘मोदी ने कराया होगा’ से लेकर जवानों की जाति तक पहुँचे
बसु चाहती हैं कि लोग यह मानें कि भारतीय सशस्त्र बलों ने नरेंद्र मोदी के इशारे पर अपने ही सैनिकों की हत्या कर दी है। और सोचने वाली बात यह है कि बसु ने यह ट्वीट जैश-ए-मुहम्मद द्वारा हमले के लिए जिम्मेदारी का दावा करने के लंबे समय बाद पोस्ट किया है।
शहीदों के शवों को दिल्ली लाया गया, प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए कायराना आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के शव दिल्ली पहुँच गए हैं। यहाँ सभी शहीद जवानों को...
पाक को अलग-थलग करने के लिए विदेश मंत्रालय में बड़े देशों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक
जर्मनी, हंगरी, इटली, यूरोपियन यूनियन, ब्रिटेन, रूस, इजराइल, ऑस्ट्रेलिया, जापान सहित कई अन्य देशों के प्रतिनिधि भारतीय विदेश मंत्रालय पहुँचे।
कश्मीर में जिहाद को रोकने के लिए अपनाने होंगे ‘out of the box’ विकल्प
भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री लाना, उसे वाहन पर असेम्बल करना, कई दिन पहले से इलाके की रेकी करना और पूरा प्लान बनाने में अच्छा-खासा समय लगता है। यह स्थानीय सहायता के बिना संभव ही नहीं है।
हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा वापस ली जा सकती है, पुलवामा हमले के बाद सरकार ने किया बड़ा फैसला
गृह मंत्री ने शाम में कहा था कि सेना को हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा पर पुनर्विचार करने का निर्देश दिया गया है। इस बयान के कुछ समय बाद ही सरकार द्वारा हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा वापस लेने की बात कही जा रही है।