मौलाना साद के प्रति सहानुभूति रखने वाले भारत के लिबरल-गिरोह के लिए 2 बुरी खबरें एक साथ सामने आई हैं – पहली ये कि मौलाना साद का वीडियो क्लिप डॉक्टर्ड नहीं बल्कि असली है, और दूसरी ये कि मौलाना साद के बचाव करते हुए इस वाम-उदारवादी वर्ग ने साबित कर दिया है कि आखिर उसका मुख्य मकसद क्या है?
दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर इंडियन एक्सप्रेस की उस खबर को एकदम बेबुनियाद और काल्पनिक करार दिया है, जिसमें इंडियन एक्सप्रेस की किसी ‘गुप्त पुलिस’ ने उनके पास आकर कहा था कि मौलाना साद की वो वीडियो-ऑडियो क्लिप नकली है, जिसमें उसने जमातियों से कोरोना वायरस के संक्रमण से ना घबराते हुए सोशल डिस्टेंसिंग (सामाजिक दूरी) का पालन ना करने की बात कही थी।
इंडियन एक्सप्रेस की इस खबर को बिना जाँच किए ही फैक्ट चेकर समुदाय से लेकर वामपंथी प्रोपेगेंडा पत्रकारिता की रीढ़ दी वायर ने फौरन लपकते हुए इसे सनसनी बनाकर पेश किया।
‘दी वायर’ ने अपनी रिपोर्ट में लिखा –
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज के प्रमुख मौलाना साद कंधावली का एक ऑडियो क्लिप बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह कथित तौर पर जमात के लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं करने को कह रहे हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की शुरुआती जाँच में पता चला है कि शायद उस ऑडियो क्लिप से छेड़छाड़ की गई है और कई अन्य ऑडियो क्लिप को जोड़कर उसे तैयार किया गया है।
दिल्ली पुलिस ने बताया झूठा है इंडियन एक्सप्रेस
दिल्ली पुलिस ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस अफवाह के मूल स्रोत इंडियन एक्सप्रेस को रीट्वीट करते हुए लिखा है कि इंडियन एक्सप्रेस द्वारा किया गया यह दावा न केवल तथ्यात्मक रूप से गलत है, बल्कि पूर्ण रूप से काल्पनिक दावों और बिना किसी शोध के किया गया है।
फैक्ट चेकर से लेकर प्रशांत भूषण तक फैला रहे इंडियन एक्सप्रेस का प्रोपेगेंडा
मौलाना साद के बचाव में किसी एक खबर की तलाश में बैठे स्वघोषित फैक्ट चेकर और ऑल्ट न्यूज़ वेबसाइट (AltNews) के संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर ने भी इंडियन एक्सप्रेस की इस झूठी खबर को खूब शेयर किया है। मतलब सध जाने के बाद हालाँकि ज़ुबैर ने ट्वीट डिलीट कर दी है लेकिन स्वघोषित फैक्टचेककर का बिना जाँच किए इस न्यूज़ को लपक लेने से मकसद पता ही चल गया। अब सोशल मीडिया पर भद्द पिटने के बाद सफाई देता फिर रहा है।
यहाँ तक कि दिल्ली पुलिस के स्पष्टीकरण कर बाद भी प्रशान्त भूषण इस झूठ को बार बार रीट्वीट कर रहे हैं। यही नहीं, प्रशांत भूषण चाहते हैं कि फ़ेक खबर चलाने वालों पर कार्रवाई भी होनी चाहिए।
मौलाना साद की शान में रवीश कुमार के फैन भी मैदान में हैं –