महाराष्ट्र में अपना मुख्यमंत्री बनाने के लिए शिवसेना ने कॉन्ग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार भले बना ली हो, लेकिन वैचारिक फासला दूर नहीं हो पा रहा है। बीते दिनों नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर भी शिवसेना और कॉन्ग्रेस का मतभेद सामने आ गया था। अब कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गॉंधी के बयान को लेकर दोनों दल आमने-सामने हैं। राहुल गॉंधी का मेरा नाम ‘राहुल सावरकर’ नहीं है, कहना शिवसेना को पसंद नहीं आया है। पार्टी सांसद संजय राउत ने कहा है कि सावरकर पूरे देश के आदर्श हैं और उनका अपमान नहीं किया जाना चाहिए।
राउत ने कहा है कि हिंदुत्व विचारक के प्रति श्रद्धा को लेकर कोई “समझौता” नहीं किया जा सकता है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “वीर सावरकर न सिर्फ महाराष्ट्र, बल्कि पूरे देश के लिए आदर्श हैं। सावरकर का नाम राष्ट्र और स्वयं के बारे में गौरव को दर्शाता है। नेहरू और गांधी की तरह सावरकर ने भी देश के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। ऐसे प्रत्येक आदर्श को पूजनीय मानना चाहिए। इस पर कोई समझौता नहीं हो सकता।”
राउत ने कहा, “हम महात्मा गाँधी और पंडित नेहरू दोनों की इज्जत करते हैं। आप वीर सावरकर का अपमान मत करें। समझदारों को इशारा ही काफी है।”
Sanjay Raut, Shiv Sena: We respect both Mahatma Gandhi and Pandit Nehru. Please do not insult Veer Savarkar. Intelligent people need not be told anything more. (File pic) pic.twitter.com/Jb9LXL5QTq
— ANI (@ANI) December 14, 2019
राहुल गॉंधी ने सावरकर को लेकर टिप्पणी शनिवार को रामलीला मैदान में कॉन्ग्रेस की रैली के दौरान की थी। ‘रेप इन इंडिया’ वाली टिप्पणी पर भाजपा माफी की मॉंग पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि उनका नाम ‘राहुल सावरकर’ नहीं है। वह सच बोलने के लिए कभी माफी नहीं मॉंगेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘संसद में शुक्रवार को भाजपा के लोगों ने कहा कि मैं अपने भाषण के लिए माफी मॉंगूॅं। मुझे कहते हैं कि सही बात बोलने के लिए माफी मॉंगो। मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है, मेरा नाम राहुल गॉंधी है। मैं सच्चाई के लिए कभी माफी नहीं मॉंगूॅंगा। मर जाऊँगा मगर माफी नहीं मॉंगूॅंगा औऱ न कोई कांग्रेस वाला माफी मॉंगेगा।’’
इस बयान को लेकर भाजपा नेता भी कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पर हमलावर हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि अगर राहुल गाँधी अगर 100 जन्म भी ले लेंगे तो भी वो राहुल सावरकर नहीं बन पाएँगे। सावरकर वीर थे, देशभक्त थे और उन्होंने त्याग किया था। राहुल गाँधी ने आर्टिकल 370, एयर स्ट्राइक, सर्जिकल स्ट्राइक और नागरिकता संशोधन बल पर जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया, वह पाकिस्तान की भाषा है। वह वीर नहीं हो सकते या सावरकर के समान भी नहीं हो सकते।
Sambit Patra, BJP: If he (Rahul Gandhi) wants a new name, then today onward BJP will call him by the name of ‘Rahul thoda sharam kar’. He should actually have a little shame, a person who compares ‘Make in India’ to ‘Rape in India’ has crossed all limits of shame and dignity. https://t.co/YNHzj32iV2
— ANI (@ANI) December 14, 2019
पात्रा ने राहुल गाँधी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर राहुल गाँधी नया नाम चाहते हैं तो भाजपा उन्हें अब ‘राहुल थोड़ा शर्म कर’ कहकर बुलाएगी। उन्हें यकीनन, रेप इन इंडिया वाले बयान पर शर्म आनी चाहिए। मेक इन इंडिया को रेप इन इंडिया कहकर उन्होंने शर्म और मर्यादा की सभी सीमाओं को लाँघ दिया है।
For once Rahul Gandhi is right. He can never be ‘Rahul Savarkar’.
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 14, 2019
Veer Savarkar is a national icon, who has had a civilisational impact on India’s polity and will continue to be revered for generations to come.
5 generation of Nehru-Gandhi family can’t measure up to his legacy.
भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्ह राव ने कहा है, “राहुल गॉंधी के लिए अधिक उपयुक्त नाम ‘राहुल जिन्ना’ है। मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति और सोच उन्हें मोहम्मद अली जिन्ना का वारिस बनाती है, सावरकर का नहीं।’’ भाजपा आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया कि कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने सही कहा कि वह कभी सावरकर नहीं बन सकते। उन्होंने कहा कि वीर सावरकर राष्ट्रीय प्रतीक रहे हैं और उनका पूरे देश पर प्रभाव रहा है।
महाराष्ट्र में हुई खींचतान के बाद इस मुद्दे पर जिस तरह भाजपा और शिवसेना ने एक सुर में बात की है उससे उद्धव ठाकरे की सरकार के भविष्य को लेकर भी कयास लगने शुरू हो गए हैं। बीते दिनों महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना के वरिष्ठ नेता मनोहर जोशी ने भी दोनों दलों के भविष्य में साथ आने के संकेत दिए थे।