Friday, March 29, 2024
Homeविविध विषयमनोरंजन'हिंदी थोपने' का लगाते रहे हैं आरोप, अब पत्नी-बच्चों सहित मुंबई शिफ्ट हुए सूर्या:...

‘हिंदी थोपने’ का लगाते रहे हैं आरोप, अब पत्नी-बच्चों सहित मुंबई शिफ्ट हुए सूर्या: ₹70 करोड़ में खरीदा घर, लोगों ने पूछा – अब बच्चों को कैसे पढ़ाएँगे तमिल?

वो 'National Eligibility-cum-Entrance Test (NEET)' की परीक्षा और मोदी सरकार द्वारा जारी नई शिक्षा नीति की भी जम कर आलोचना कर चुके हैं।

तमिलनाडु में ‘सिंघम (2010)’ और ‘जय भीम (2021)’ जैसी फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले अभिनेता सूर्या अपनी पत्नी अभिनेत्री ज्योतिका और बच्चों सहित मुंबई में सेटल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि दंपति ने महाराष्ट्र की राजधानी में 70 करोड़ रुपए का घर भी खरीदा है। 47 वर्षीय सूर्या और 44 वर्षीय ज्योतिका ने अपने बच्चों का दाखिला भी मुंबई के एक बड़े स्कूल में कराया है। ज्योतिका एक हिंदी वेब सीरीज में भी काम कर रही हैं।

अब तक सूर्या अपने पिता शिवकुमार और माँ लक्ष्मी के साथ चेन्नई में रहते आ रहे थे। शिवकुमार तमिल फिल्म इंडस्ट्री के पुराने अभिनेता रहे हैं, जिन्होंने 70, 80 और 90 के दशक में काफी फिल्मों में काम किया है। उन्होंने 1965 में फिल्मों में डेब्यू किया था। फिल्मों के बाद उन्होंने टीवी जगत में भी काफी काम किया है। सूर्या के भाई कार्ति भी लोकप्रिय अभिनेता हैं, जिन्हें ‘कैथी (2019)’ और ‘PS 1 (2022)’ जैसी बड़ी फिल्मों में काम किया है।

सूर्या का चेन्नई से मुंबई शिफ्ट होना इसीलिए भी हैरान करने वाला है, क्योंकि वो अब तक हिंदी भाषा का विरोध करते आ रहे थे। वो ‘National Eligibility-cum-Entrance Test (NEET)’ की परीक्षा और मोदी सरकार द्वारा जारी नई शिक्षा नीति की भी जम कर आलोचना कर चुके हैं। अब जब वो भाजपा शासित महाराष्ट्र में शिफ्ट हुए हैं, लोग उनके दोहरे रवैये पर सवाल उठा रहे हैं। ‘रौकेट्री’ में सूर्या ने ‘जय हिन्द’ भी नहीं बोला था, जबकि हिंदी डब में उसी दृश्य में शाहरुख़ खान को ऐसा कहते सुना गया था।

सूर्या उस प्रोपेगंडा को आगे बढ़ाने वालों में रहे हैं, जिसके तहत कहा जाता है कि मोदी सरकार जानबूझ कर दक्षिण भारतीय राज्यों पर हिंदी थोप रही है। उनकी बेटी दीया और बेटे देव की शिक्षा-दीक्षा अब मुंबई में ही होगी। लोगों में ये जानने की भी उत्सुकता है कि सूर्या-ज्योतिका के बच्चे जिस स्कूल में पढ़ेंगे, वहाँ तमिल पढ़ाई जाती है क्या? सूर्या ने कहा था कि वो अपने बच्चों को भी किसी तीसरे भाषा की शिक्षा नहीं दे सकते। उन्होंने NEET को भी पक्षपाती बताया था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘प्यार से डिनर कराया, दोनों मेड फॉर कैमरा आदमी’: जब मुख्तार-अतीक ‘साहब’ के ‘तहजीब’ पर मर मिटे थे राजदीप सरदेसाई, तंदूरी चिकन का स्वाद...

दोनों गैंगस्टरों के बारे में पूछने पर जहाँ हर कोई इनके दहशत की कहानियाँ सुनाता है तो वहीं राजदीप सरदेसाई को इनके यहाँ का चिकेन याद आता है।

‘अच्छे दिन’ की आस में कॉन्ग्रेस में गए कन्हैया कुमार और पप्पू यादव, लालू यादव ने जमीन ही कर दी साफ: बेगूसराय लेफ्ट को,...

RJD ने पप्पू यादव के लिए पूर्णिया, सुपौल (सहरसा) और मधेपुरा तक नहीं छोड़ी। कन्हैया कुमार वाला बेगूसराय भी लालू की पार्टी ने झटक लिया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe