Sunday, October 6, 2024
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महिलाओं का जादू-टोना, इस्लामोफोबिया की हार, अक्षय कुमार बनेंगे मेसी: अर्जेंटीना की जीत में TMC की भी घुसपैठ

इन विच महिलाओं का दावा है कि खिलाडियों में सिरदर्द, मांसपेशियों में तनाव, आलस या फिर उलटी आना - ये सब नकारात्मकता के लक्षण हैं। इधर सोशल मीडिया में ये भी दावा किया जा रहा है कि अर्जेंटीना की फिना वर्ल्ड कप फाइनल में जीत पर एक बायोपिक फिल्म बनेगी, जिसमें मेसी का किरदार अक्षय कुमार निभाएँगे।

क़तर में रविवार (18 दिसंबर, 2022) को फाइनल मैच में फ्रांस पर अर्जेंटीना की जीत के साथ ही FIFA वर्ल्ड कप टूर्नामेंट 2022 का समापन हो गया। अर्जेंटीना की जीत के हीरो महान फुटबॉलर मेसी रहे, वहीं फ्रांस की तरफ से हैट्रिक गोल दागने वाले किलियन एमबापे ने लोगों का दिल जीता। फ्रांस डिफेंडिंग चैंपियन भी था। मैच के बाद लोगों ने कहा कि अब रोलांडो बनाम मेसी वाला विवाद भी सेटल हो गया है और मेसी किसी भी फुटबॉलर से काफी आगे निकल गए हैं।

हालाँकि, इस दौरान सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना साढ़े 7 वर्ष पुराना एक ट्वीट, जिसमें एक व्यक्ति ने भविष्यवाणी कर दी थी कि FIFA वर्ल्ड को के फाइनल मैच में क्या होगा। ‘José Miguel Polanco’ नामक व्यक्ति ने 21 मई, 2015 को ही लिखा था, “15 दिसंबर, 2022: 34 वर्ष के मेसी वर्ल्ड कप जीतेंगे और सर्वकालिक महानतम खिलाड़ी बन जाएँगे। आप साढ़े 7 वर्ष बाद मिलिए।” उक्त व्यक्ति ने अपनी भविष्यवाणी सच होने के बाद ख़ुशी जताई और जश्न मनाते हुए कई ट्वीट्स किए।

वहीं दूसरी तरफ ‘न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT)’ की एक विस्तृत रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि अर्जेंटीना की जीत के पीछे कुछ महिलाओं का जादू-टोना था। इन्हें अंग्रेजी में ‘Witch’ कहा जाता है। ऐसी ही एक विच के हवाले से बताया गया है कि इन लोगों का मानना था कि मेसी पर कोई बुरा साया था। इसके बाद उन्होंने जादू-टोना शुरू किया और मेसी की फॉर्म में वापसी की के लिए प्रेयर किया। इसके बाद उन्होंने अर्जेंटीना की सभी विच महिलाओं से सोशल मीडिया के जरिए मदद माँगी, ताकि मेसी को ‘बुरे साये’ से बचाया जा सके।

कई लोगों ने भी सोशल मीडिया पर कहा कि अर्जेंटीना की विच महिलाओं को ‘गोल्डन बॉय’ मेसी की सुरक्षा करने के लिए इंतजाम करने चाहिए। अर्जेंटीना में इन महिलाओं को ‘Bruja’ कहा जाता है, जिनकी संख्या हजारों में हैं। अर्जेंटीना अपना पहला मैच सऊदी अरब से हार गया था, जिसके बाद इन विच महिलाओं के समर्थक काफी संख्या में हो गए। उन्होंने व्हाट्सएप्प ग्रुप बना कर जादू-टोना शुरू कर दिया और खिलाड़ियों को ‘नतकात्मक ऊर्जा’ से दूर करना शुरू कर दिया।

इन विच महिलाओं का दावा है कि खिलाडियों में सिरदर्द, मांसपेशियों में तनाव, आलस या फिर उलटी आना – ये सब नकारात्मकता के लक्षण हैं। इधर सोशल मीडिया में ये भी दावा किया जा रहा है कि अर्जेंटीना की फिना वर्ल्ड कप फाइनल में जीत पर एक बायोपिक फिल्म बनेगी, जिसमें मेसी का किरदार अक्षय कुमार निभाएँगे। जिस तरह से अक्षय कुमार ने ‘पृथ्वीराज’, ‘गोल्ड’ और ‘एयरलिफ्ट’ जैसी फिल्मों में वास्तविक किरदारों को निभाया है, उसके बाद से इस तरह के ट्वीट आते रहते हैं।

वहीं लिबरल गिरोह के कुछ लोगों ने तो अर्जेंटीना की जीत को इस्लाम की जीत भी करार दिया। ये अजीब है, क्योंकि अर्जेंटीना की एक तिहाई जनसंख्या रोमन कैथोलिक है और 11% अन्य संप्रदाय के ईसाई हैं। मुस्लिमों की जनसंख्या अर्जेंटीना % ही है। सेहर शिनवारी ने इसके बावजूद अर्जेंटीना की जीत को इस्लामोफोबिया के विरुद्ध इस्लाम की करतूत बता दिया। शायद इसीलिए, क्योंकि फ़्रांस में इस्लामी कट्टरवादी आतंकी घटनाओं के कारण कट्टरपंथियों पर कड़ी कार्रवाई हुई थी।

लेकिन फिर भी, अर्जेंटीना की जीत इस्लाम की जीत कैसे हो गई? लोगों ने लिबरल जमात की बुद्धि पर भी सवाल उठाए। ऐसे ही पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के प्रवक्ता रिजु दत्ता ने अर्जेंटीना की जीत को अपनी पार्टी की जीत बता दिया। ये वही नेता है, जिसने स्मृति ईरानी की पुरानी तस्वीर शेयर कर के महिलाओं का अपमान किया था। अब उसके लिए अर्जेंटीना की जीत ‘माँ, माटी और मानुस’ (TMC की टैगलाइन) की जीत हो गई है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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