अर्थव्यवस्था में मंदी, बढ़ती बेरोजगारी, निवेश के अनुकूल माहौल नहीं होने के विपक्ष के आरोपों के बीच आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि देश में उद्योग धंधे लगाना और कारोबार करना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है।
Kumar Mangalam Birla: …And given the fact that we are such a large country, that makes a little more challenging but having said that, I can see that coordination between states and the Centre on dealing with a particular project is much better now than in the past. https://t.co/bynYdlr4aM
— ANI (@ANI) November 1, 2019
थाइलैंड में मीडिया से बात करते हुए बिड़ला ने कहा कि हालाँकि भारत में अभी भी बेहतरी की बहुत सी सम्भावनाएँ हैं और हम इससे भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत में व्यापार करने का मतलब अधिकाँश मामलों में केंद्र और राज्य सरकार दोनों के साथ किसी भी प्रोजेक्ट विशेष में काम करना होता है। चूँकि हम इतना बड़ा देश हैं, इसलिए ऐसा कर पाना (केंद्र और राज्य सरकार, दोनों के ही साथ काम कर पाना) थोड़ा अधिक मुश्किल हो जाता है। बकौल बिड़ला, “मुझे लगता है कि राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के बीच किसी प्रोजेक्ट विशेष को लेकर समन्वय की स्थिति पहले से बहुत बेहतर है।”
उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार के राज में भारत वर्ल्ड बैंक की ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस रैंकिंग में ऊपर चढ़ा है। ताज़ा रैंकिंग में भारत 14 स्थान ऊपर आकर 63वीं पोज़ीशन पर पहुँच गया है। सीआईआई निदेशक चंद्रजीत बनर्जी समेत उद्योग जगत की कई हस्तियों ने उम्मीद जताई है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में ही भारत ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस रैंकिंग में चोटी के 50 देशों में भी शामिल हो ही जाएगा। उद्योग चैंबर एसोचैम से जुड़े बालकृष्ण गोयनका ने ट्विटर पर लिखा कि भारत में इससे विदेशी निवेश को बूस्ट मिलेगा।