भारतीय मूल के पायलट गोपीचंद थोटाकुरा इतिहास रचने जा रहे हैं। वो अरबपति व्यवसाई जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू-ओरिजिन की कमर्शियल अंतरिक्ष यात्रा का हिस्सा हैं, जो रविवार (19 मई 2024) को उड़ान भरेगी। वह अंतरिक्ष की उड़ान भरते ही ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय होंगे। इससे पहले 1984 में राकेश शर्मा ने यह कारनामा किया था।
अमेरिका में रहने वाले गोपीचंद को ब्लू ओरिजिन के न्यूशेपर्ड-25 (NS-25) मिशन के लिए चालक दल में चुना गया है। उनके अलावा चालक दल में दुनिया भर के पाँच अन्य अंतरिक्ष यात्री भी हैं। यह मिशन न्यूशेपर्ड कार्यक्रम के लिए सातवाँ मानव युक्त मिशन है और कुल 25वाँ। कैप्टन गोपीचंद के साथ ब्लू ओरिजिन के NS-25 मिशन में क्रू मेंबर मेसन एंजेल, सिल्वेन चिरोन, केनेथ एल. हेस कैरोल स्कालर के साथ पूर्व वायुसेना कप्तान एड ड्वाइट भी होंगे। कंपनी के अनुसार मिशन को पश्चिम टेक्सास में लॉन्च साइट वन लान्च किया जाएगा।
कैप्टन गोपीचंद ने कहा कि ‘ब्लू ओरिजिन के NS-25 मिशन के साथ इस ऐतिहासिक यात्रा पर निकलने में भारत का अंतरिक्ष यात्रा में प्रतिनिधित्व करना गर्व की बात है और मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूँ। भारत दुनिया भर में अंतरिक्ष रिसर्च में अपनी पहचान बना रहा है। यह यात्रा ग्लोबल लेवल पर मानवीय प्रयास और सरलता की भावना का प्रतीक है। मुझे उम्मीद है कि यह रिसर्च STEAM प्रोफेशनल्स की जनरेशन को प्रेरित करेगा। हम अंतरिक्ष रिसर्च की सीमाओं को एक साथ आगे बढ़ा रहे हैं।
The crew of #NS25.
— Blue Origin (@blueorigin) May 17, 2024
Welcome to Texas! 🤠 pic.twitter.com/Ol2MmIZVmy
कौन हैं कैप्टन गोपीचंद?
आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में जन्मे गोपीचंद आज 30 साल के हैं। वह एक उद्यमी और कुशल पायलट हैं। ब्लू ओरिजिन वेबसाइट के मुताबिक, गोपीचंद एक पायलट और एविएटर है। जिन्होंने सड़क पर गाड़ी चलाने से पहले ही हवाई उड़ान भरना शुरू कर लिया था। वह कमर्शियली जेट उड़ाने के अलावा, बुश, एरोबेटिक और सीप्लेन के साथ-साथ ग्लाइडर भी उड़ा चुके हैं। वह एक अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जेट पायलट के रूप में भी काम कर चुके हैं। अपनी विमानन उपलब्धियों के अलावा, एम्ब्री-रिडल एरोनॉटिकल यूनिवर्सिटी से स्नातक पूरा कर चुके गोपीचंद यात्रा के शौकीन हैं। उन्होंने माउंट किलिमंजारो पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की है।
बता दें कि साल 1984 में रूसी सोयुज टी-11 पर राकेश शर्मा की यात्रा के बाद वह अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बन जाएँगे। राकेश शर्मा के बाद केवल भारतीय मूल के लोग ही अंतरिक्ष में गए हैं। इस लिस्ट में कल्पना चावला (1997), सुनीता विलियम्स (2006) और राजा चारी (2021) का नाम भी शामिल हैं।