Saturday, April 20, 2024
Homeदेश-समाज...वो सैनिक जो अपनी ही शादी में नहीं पहुँच सका घर, आर्मी ने कहा...

…वो सैनिक जो अपनी ही शादी में नहीं पहुँच सका घर, आर्मी ने कहा – ‘देश सबसे पहले, जिंदगी इंतजार करेगी’

“हमारे सभी रिश्तेदार भी पहुँच गए थे। सभी सुनील का इंतजार कर रहे थे, सबको उसकी फिक्र थी। वह सीमा पर देश की सेवा में जुटा है, इस बात की वजह से हम उस पर गर्व करते हैं।“

सेना के जवान अपनी जिंदगी में देश के लिए कैसी-कैसी कुर्बानियाँ देते हैं, इसकी मिसाल कश्मीर की बर्फबारी में फँसे उस जवान ने पेश की, जो अपनी ही शादी के दिन घर नहीं पहुँच सका। देश की रक्षा में जुटा जवान हिमाचल के मंडी का रहने वाला है और भारी बर्फबारी की वजह से कश्मीर से निकल नहीं सका। मंडी निवासी जवान सुनील के इस जज्बे को पूरा देश सलाम कर रहा है।

पाकिस्तान से लगे रजौरी बॉर्डर पर तैनात 26 साल के सुनील का विवाह 15 जनवरी 2020 को दलेड़ में तय हुआ था। 16 जनवरी को बारात दलेड़ आने वाली थी परंतु भारी बर्फबारी के कारण सुनील घर नहीं पहुँच पाया। श्रीनगर के पास पाकिस्तानी सीमा पर तैनात सैनिक सुनील की छुट्टी एक जनवरी से शुरू होने वाली थी और वह घर आने के लिए बांदीपुरा क्षेत्र के ट्रांजिट कैंप पर पहुँच चुके थे, लेकिन बर्फबारी के कारण सड़कें बंद हो गईं। दोनों परिवारों में विवाह की तैयारियाँ पूर्ण हो चुकी थीं परंतु जवान के तय समय पर ना पहुँचने के बाद दोनों पक्षों के परिजनों ने निर्णय लिया है कि शादी अब आगे शुभ मुहूर्त देखकर होगी।

रविवार (जनवरी 19, 2019) को सुनील के भाई विक्की ने बताया कि सुनील मंगलवार (जनवरी 21, 2019) को घर आ रहा है। यह खुशी की बात है। दोनों पक्ष दोबारा बैठकर शादी की नई तारीख तय करेंगे और उसके बाद धूमधाम से शादी होगी। भारतीय सेना के चिनार कॉर्प्स ने रविवार को सेना के बहादुरी को सलाम करते हुए ट्वीट करके कहा, “जिंदगी इंतजार करेगी यह वादा है। भारतीय सेना का एक जवान कश्मीर घाटी में भारी बर्फबारी की वजह से अपनी शादी में नहीं पहुँच सका। चिंता मत करिए जिंदगी इंतजार करेगी। देश हमेशा सबसे पहले है। दुल्हन के परिवार वाले नई तारीख के लिए राजी हैं। एक सैनिक की जिंदगी का बस एक और दिन।”

सुनील के तय समय पर घर न पहुँचने की जानकारी मिलने पर दुल्हन के चाचा संजय कुमार ने कहा था कि शादी की सभी तैयारियाँ दोनों परिवारों ने की थी। उन्होंने आगे कहा था, “हमारे सभी रिश्तेदार भी पहुँच गए थे। सभी सुनील का इंतजार कर रहे थे, सबको उसकी फिक्र थी। वह सीमा पर देश की सेवा में जुटा है, इस बात की वजह से हम उस पर गर्व करते हैं। अब तो एकमात्र विकल्प यही है कि शादी की तारीख को बढ़ा दिया जाए।”

उल्लेखनीय है कि कश्मीर में तैनात सैनिकों की जिम्मेदारी और चुनौती सर्दियों में काफी बढ़ जाती है। भारी बर्फबारी के बावजूद सैनिक सीमा पर चौकन्ने रहते हैं। इसके साथ ही आम नागरिकों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। दिसंबर-जनवरी में भारी बर्फबारी की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त होता है।

‘…उस रात सेना के जवान न आते तो घर में जश्न नहीं मातम होता’ – गर्भवती तस्लीमा और भाई फैज ने बताया फरिश्ता

…जब आसिफा अपने बच्चों के साथ फँस गईं तो CRPF ने बर्फ में 12 Km पैदल चल पहुँचाया खाना: मिसाल नहीं, परंपरा है यह

बर्फ़ के नीचे दब गया था इक़बाल, कुछ भी दिख नहीं रहा था… जवानों ने हाथ से खोद कर निकाला, मिली नई जिंदगी

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ईंट-पत्थर, लाठी-डंडे, ‘अल्लाह-हू-अकबर’ के नारे… नेपाल में रामनवमी की शोभा यात्रा पर मुस्लिम भीड़ का हमला, मंदिर में घुस कर बच्चे के सिर पर...

मजहर आलम दर्जनों मुस्लिमों को ले कर खड़ा था। उसने हिन्दू संगठनों की रैली को रोक दिया और आगे न ले जाने की चेतावनी दी। पुलिस ने भी दिया उसका ही साथ।

‘भारत बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है, नई चुनौतियों के लिए तैयार’: मोदी सरकार के लाए कानूनों पर खुश हुए CJI चंद्रचूड़, कहा...

CJI ने कहा कि इन तीनों कानूनों का संसद के माध्यम से अस्तित्व में आना इसका स्पष्ट संकेत है कि भारत बदल रहा है, हमारा देश आगे बढ़ रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe