OpIndia is hiring! click to know more
Tuesday, April 15, 2025
Homeदेश-समाजहोली पर DJ बजा रहा था अमृत, हिरासत में मौत के बाद ग्रामीणों का...

होली पर DJ बजा रहा था अमृत, हिरासत में मौत के बाद ग्रामीणों का थाने पर हमला: पुलिस ने कहा- मधुमक्खियों के काटने से मौत

"अमृत को DJ सीज करने के साथ थाने लाया गया था। उसे लॉकअप में रखा गया। बाद में वह नल से पानी पीने के लिए बाहर निकला था। तभी उस पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया।"

बिहार पुलिस ने बेतिया में थाने पर हुई हमले की घटना के सिलसिले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस घटना में एक हवलदार की मौत हो गई थी, जबकि तीन अन्य पुलिसकर्मी घायल हुए थे। थाने पर हमला शनिवार (19 मार्च 2022) को कथित तौर पर पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत के बाद हुई थी। बताया जाता है कि बेतिया में होली पर तेज आवाज में DJ बजाने के आरोप में पुलिस अनिरुद्ध यादव उर्फ़ अमृत यादव को थाने ले आई थी। बाद में उसकी मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि मधुमक्खियों के काटने से उसकी मौत हुई, जबकि अमृत के परिजनों का दावा है कि हिरासत में पिटाई से उसकी मृत्यु हुई।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चम्पारण रेंज के DIG प्रणव कुमार प्रवीण ने बताया, “अब तक 14 लोगों को बलथर मामले में गिरफ्तार किया गया है। बाकी आरोपितों की तलाश की जा रही है। आरोपितों की पहचान के लिए पुलिस CCTV व अन्य फुटेज का भी सहारा ले रही है।” बताया जाता है कि भीड़ ने हवलदार रामजतन राय को पीट-पीट कर मार डाला था। उनके सिर में गंभीर चोटें आईं थी।

क्या है पूरा मामला

रिपोर्ट के मुताबिक होली के दिन 18 मार्च (शुक्रवार) को अनिरुद्ध यादव उर्फ़ अमृत यादव DJ बजा रहा था। अनिरुद्ध बलथर थाना क्षेत्र के आर्य नगर का रहने वाला था। पुलिस ने तेज आवाज में DJ बजाने के आरोप में उसे हिरासत में ले लिया। बाद में थाने में ही उसकी मृत्यु हो गई। मृतक अमृत यादव के भाई कन्हैया यादव के मुताबिक हिरासत में पुलिसकर्मियों ने अमृत को बहुत पीटा था और इसी वजह से उसकी मौत हुई।

इस मामले में जिला पुलिस अधीक्षक ने अमृत यादव के मौत की वजह मधुमक्खियों द्वारा काटना बताया था। SP उप्रेंद्र नाथ वर्मा के मुताबिक, “अमृत को DJ सीज करने के साथ थाने लाया गया था। उसे लॉकअप में रखा गया। बाद में वह नल से पानी पीने के लिए बाहर निकला था। तभी उस पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। बाद में उनको अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई। मधुमक्खियाँ अमृत के कान में भी घुस गई थीं।”

अमृत यादव की मौत से ग्रामीण नाराज हो गए। उन्होंने थाने पर हमला कर दिया। पुलिस ने भीड़ को रोकने की बहुत कोशिश की, लेकिन वो थाने में घुस गई। थाने में आग लगा दी गई और पुलिस के वाहनों को भी निशाना बनाया गया। यह सब हंगामा लगभग 6 घंटे तक चलता रहा। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। अतिरिक्त पुलिस बल आने के बाद ही भीड़ पर काबू पाया जा सका था। इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है।

हमला करने वालों में बच्चे भी शामिल थे। इस हमले में लगभग एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए थे। थाने के ही एक पुलिसकर्मी की वीडियो भी इस मामले में वायरल हो रही है। वीडियो में पुलिसकर्मी बता रहा है, “हमने भीड़ को रोकने के लिए हवाई फायरिंग की। लेकिन फिर भी भीड़ गेट के अंदर घुस गई। हम वर्दी में थे, इस दौरान हमने कपड़े बदल लिए और भाग निकले। लेकिन एक स्टाफ वर्दी में ही रह गया। उसको भीड़ ने मार दिया।”

मृतक हवलदार बगल के पुरषोत्तमपुर थाने में अटैच थे। घायल पुलिसकर्मियों का इलाज़ सरकारी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। इसमें से एक पुलिसकर्मी को गोली का भी घाव है। डॉक्टरों के मुताबिक सभी पुलिसकर्मी खतरे से बाहर हैं। थाने में लगी आग को बुझाने आई दमकल विभाग की भी गाड़ी को भीड़ ने आग लगा दी थी। वही मार्क्सवादी लेनिन पार्टी के सिकटा विधायक बीरेंदर प्रसाद गुप्ता ने मृतक अमृत यादव के परिवार को 20 लाख रुपए और सरकारी नौकरी की माँग की है।

OpIndia is hiring! click to know more
Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ISF के उपद्रवियों की आगजनी, पुलिस पर भी हमला: मालदा, मुर्शिदाबाद और सिलीगुड़ी के बाद अब दक्षिणी 24 परगना में भड़की हिंसा

इंडियन सेक्युलर फ्रंट के हिंसक प्रदर्शन में कई पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया, जिसमें एक वैन और कई दोपहिया वाहन जलकर खाक हो गए।

हरियाणा के इस शख़्स को ख़ुद PM मोदी ने पहनाए जूते, जानिए क्यों 14 सालों से नंगे पाँव थे रामपाल कश्यप

मैं ऐसे सभी साथियों की भावनाओं का सम्मान करता हूँ, परंतु मेरा आग्रह है कि वो इस तरह के प्रण लेने के बजाए किसी सामाजिक अथवा देशहित के कार्य का प्रण लें।"
- विज्ञापन -