Saturday, May 17, 2025
Homeदेश-समाजराजीव गाँधी की हत्या में दोषी अपराधी का कार्यक्रम रद्द, The Hindu' वाले एन...

राजीव गाँधी की हत्या में दोषी अपराधी का कार्यक्रम रद्द, The Hindu’ वाले एन राम से जुड़े पत्रकारिता स्कूल ने ‘गेस्ट लेक्चरर’ बना कर बुलाया था: हो रहा था विरोध

पेरारीवलन के आमंत्रण को लेकर कई लोग आपत्ति जता रहे थे। सोशल मीडिया पर भी पूर्व प्रधानमंत्री के हत्या में शामिल आतंकी को मंच प्रदान किए जाने की जमकर आलोचना की जा रही थी।

एशियन कॉलेज ऑफ जर्नलिज्म (ACJ) ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की हत्या में शामिल एजी पेरारीवलन का कार्यक्रम रद्द कर दिया है। संस्थान ने पहले राजीव गाँधी के हत्या के दोषी पेरारीवलन को गेस्ट लेक्चर देने के लिए बुलाया था। कार्यक्रम 17 दिसंबर, 2022 को चेन्नई में होने वाला था।

‘नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (एनएलयू)’ की तरफ से संक्षिप्त बयान जारी कर कार्यक्रम रद्द होने की जानकारी दी गई। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार द्वारा 14 दिसंबर, 2022 को जारी एक परिपत्र में कहा गया है, “अनपेक्षित परिस्थितियों के कारण P39A पर आयोजित 5वाँ वार्षिक व्याख्यान रद्द कर दिया गया है।” दरअसल, यह कार्यक्रम नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (दिल्ली) और एशियन कॉलेज ऑफ जर्नलिज्म मिल कर आयोजित कर रहा था। व्याख्यान के लिए राजीव गाँधी की हत्या में शामिल पेरारीवलन को आमंत्रित किया गया था। पेरारीवलन को इसी साल की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने जेल से रिहा किया था।

पेरारीवलन के आमंत्रण को लेकर कई लोग आपत्ति जता रहे थे। सोशल मीडिया पर भी पूर्व प्रधानमंत्री के हत्या में शामिल आतंकी को मंच प्रदान किए जाने की जम कर आलोचना की जा रही थी। भारी विरोध की वजह से आयोजकों को अपना फैसला बदलना पड़ा।

बता दें कि गेस्ट लेक्चर ‘प्रोजेक्ट 39A’ द्वारा आयोजित किया जाता है, जो नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली (NLW, Delhi) की एक पहल है। ACJ में प्रोजेक्ट 39A पर एक अध्याय भी है और इसी पर लेक्चर देने के लिए ACJ ने सजायाफ्ता अपराधी बुलाया था। यह लेक्चर कॉलेज के एमएस सुब्बुलक्ष्मी ऑडिटोरियम में 17 दिसंबर 2022 को होना था। इसे अब रद्द कर दिया गया है।

राजीव गाँधी के हत्यारे का लेक्चर अब ऑनलाइन होगा

इससे पहले 13 दिसंबर, 2022 को एक सजायाफ्ता आतंकी के व्याख्यान के खिलाफ नाराजगी को देखते हुए आयोजकों ने व्याख्यान को ऑनलाइन आयोजित करने का फैसला किया था। आयोजकों की तरफ से कहा गया था कि हिंसा और तोड़-फोड़ की धमकियों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। लेकिन, अब नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने एक सर्कुलर जारी कर बिना कोई कारण बताए लेक्चर रद्द करने की बात कही है।

आपको बता दें कि चेन्नई स्थित एशियन कॉलेज ऑफ जर्नलिज्म (ACJ) मीडिया डेवलपमेंट फाउंडेशन संस्था द्वारा संचालित है, जिसके अध्यक्ष पत्रकार शशि कुमार हैं। उनके अलावा ‘द हिंदू’ के एन. राम भी ‘मीडिया डेवलपमेंट फाउंडेशन’ के संस्थापक ट्रस्टी हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

240 पुस्तकें, 50 रिसर्च पेपर… स्वामी रामभद्राचार्य को ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ क्यों? जो 500 सालों में नहीं हुआ वो भी कर दिखाया: संत नहीं, पुरस्कृत...

स्वामी रामभद्राचार्य को 'ज्ञानपीठ पुरस्कार' क्यों? ये लेख उनके लिए नहीं है जो सवाल पूछ रहे, उन आम लोगों के लिए है जो उस गिरोह के भ्रमजाल का निशाना हैं। जिनका पढ़ने-लिखने से कोई वास्ता ही नहीं, वो क्या समझेगा कि 2 महीने की उम्र में अपने नेत्र खोने वाला शिशु कालांतर में 240 पुस्तकें और 50 शोधपत्र प्रकाशित कर देगा।

अब इकोनमी ही नहीं, डिफेंस सेक्टर में भी ग्लोबल पॉवर बनकर उभरा है भारत: ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने देखा दम, नई डिफेंस पॉलिसी...

‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की सैन्य शक्ति, रणनीतिक क्षमता और राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रदर्शन था। जो खुद पहल कर के निर्णायक कार्रवाई करता है।
- विज्ञापन -