Friday, February 28, 2025
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लोगों को ईसाई बनाने आए थे मिशनरी, गाँव की महिलाओं ने कर दी धुनाई: प्रेयर की आड़ में धर्मांतरण की थी साजिश

घटना का वीडियो तब से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। मोहन नगर थाना प्रभारी विपिन रंगारी ने बताया कि उरला बस्ती में दो दिन पहले मारपीट की घटना हुई थी। उन्होंने कहा, “सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुँची और बाद में दोनों पक्षों को पुलिस स्टेशन ले गई। किसी भी पक्ष ने औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की।"

छत्तीसगढ़ के दुर्ग में धर्म परिवर्तन कराने आईं ईसाई मिशनरियों से जुड़ी महिलाओं के साथ तीखी नोक-झोंक की। यहाँ ईसाई मिशनरियों द्वारा आयोजित एक प्रार्थना सभा में दो महिलाओं को ईसाई धर्म में धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश कर रही थीं। इसकी जानकारी होने पर स्थानीय महिलाएँ भड़क उठी।

दुर्ग भिलाई के मोहन नगर थाना क्षेत्र के उरला गाँव की महिलाओं ने ईसाई मिशनरियों को पीट भी दिया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस पहुँची और दोनों पक्षों को थाने ले आई। थाने पहुँचने के बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया और किसी ने कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई।

अमर उजाला की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उरला बस्ती की रहने वाली चित्रलेखा साहू ने अपने घर पर एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया था। सभा के दौरान चित्रलेखा के साथ एक अधेड़ उम्र की महिला और एक युवती थी। ये दोनों महिलाएँ लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रोत्साहित करने लगीं।

इस घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों का एक समूह चित्रलेखा के घर पर पहुँच गया। भीड़ को देखकर चित्रलेखा घटनास्थल से तुरंग भाग निकली। इस दौरान धर्मांतरण के लिए प्रोत्साहित करने वाली दो अन्य महिलाओं को स्थानीय महिलाओं ने पकड़ लिया और उन्हें पीट दिया।

उराला बस्ती के निवासियों ने आरोप लगाया है कि ये महिलाएँ इलाके में प्रार्थना सभा की आड़ में लोगों का धर्म परिवर्तन कराने में लगी हुई थीं। यह आरोप लगाया गया है कि चित्रलेखा कीे साथ वाली महिलाएँ लालच देकर बैठक में भाग लेने वाले लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करने के लिए उसका रहे थे।

घटना का वीडियो तब से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। मोहन नगर थाना प्रभारी विपिन रंगारी ने बताया कि उरला बस्ती में दो दिन पहले मारपीट की घटना हुई थी। उन्होंने कहा, “सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुँची और बाद में दोनों पक्षों को पुलिस स्टेशन ले गई। किसी भी पक्ष ने औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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