Monday, May 19, 2025
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2 अस्पताल-67 मरीज, ऑक्सीजन की कमी से जान पर आफतः देवदूत बनकर दौड़ी दिल्ली पुलिस

“दिल्ली पुलिस हमदर्द फाउंडेशन और सेवा भारती की मदद से पुलिस परिवारों के लिए शाहदरा, रोहिणी और द्वारका में 3 कोविड केयर सेंटर स्थापित कर रही है। शाहदरा 78 बेड (20 ऑक्सीजन) के साथ फंक्शन में है। वहीं रोहिणी जल्द ही 20 बिस्तरों (10 ऑक्सीजन) के साथ काम करेगी।”

देश की राजधानी दिल्ली की पुलिस ने कोरोना संक्रमित 35 मरीजों की जान बचाई। निहाल विहार स्थित मंसाराम अस्पताल में रविवार (अप्रैल 18, 2021) को अचानक ऑक्सीजन की कमी से कोरोना संक्रमित 35 मरीजों की जान पर बन आई। काफी प्रयास के बावजूद जब अस्पताल को ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पाई तो अस्पताल प्रशासन ने दिल्ली पुलिस से मदद माँगी। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद बवाना के एक ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ताओं से संपर्क कर दस सिलेंडर का इंतजाम किया और बाद में दस और सिलेंडर को अस्पताल को सौंप दिया। 

अब दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने पुलिस के इस कदम की सराहना की है। पुलिस कमिश्नर ने ट्वीट करते हुए लिखा, “हालाँकि यह इस कठिर दौर में छोटा हो सकता है लेकिन मैं दिल्लीवासियों को राहत देने के लिए दिल्ली पुलिसकर्मियों द्वारा की गई पहल की सराहना करता हूँ, जिसमें निहाल विहार पुलिस भी शामिल है। मैं दिल्लीवासियों का भी तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ। मैं आपको हमारे सकारात्मक दृष्टिकोण का आश्वासन दे सकता हूँ।”

इसके अलावा उन्होंने अन्य ट्वीट में बताया कि दिल्ली पुलिस हमदर्द फाउंडेशन और सेवा भारती की मदद से पुलिस परिवारों के लिए शाहदरा, रोहिणी और द्वारका में 3 कोविड केयर सेंटर स्थापित कर रही है। शाहदरा 78 बेड (20 ऑक्सीजन) के साथ फंक्शन में है। वहीं रोहिणी जल्द ही 20 बिस्तरों (10 ऑक्सीजन) के साथ काम करेगी।

वहीं जनकपुरी के अमरलीला अस्पताल में अचानक ऑक्सीजन खत्म होने की जानकारी मिली। इसके बाद अस्पताल में ऑक्सीजन पहुँचाई गई। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक,  जनकपुरी के अमरलीला अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की जानकारी मिलने पर दिल्ली पुलिस ने यहाँ ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई। कीर्तिनगर से ऑक्सीजन सिलेंडर लाया गया, जिससे 32 लोगों की जान बच सकी। दिल्ली पुलिस ने 11 सिलिंडर की व्यवस्था की।

गौरतलब है कि रविवार दोपहर करीब 1:30 बजे मंसाराम अस्पताल के डायरेक्टर राजेश डबास ने पुलिस को फोन करके कहा कि यहाँ 35 कोविड मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। उनकी ऑक्सीजन सप्लाई लगभग खत्म होने वाली है। राजेंद्र डबास ने यह भी बताया कि उन्होंने कई अथॉरिटीज से मदद माँगी, लेकिन कहीं से कोई भी जवाब नहीं मिला।

इसके बाद एडिशनल डीसीपी सुधांशु धामा ने कई अधिकारियों के साथ तुरंत संपर्क साधा और इस बारे में उनसे बातचीत की। एसीपी आशीष के निर्देशन में निहाल विहार से दो टीमों को निर्देश दिया गया कि वो तुरंत मुंडका और बवाना में जाकर ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करें। 10 ऑक्सीजन सिलेंडर आधे घंटे के अंदर पहुँचाए गए। इसके बाद 10 और सिलेंडर सहित कुल लगभग 20 ऑक्सीजन सिलेंडर पहुँचाए गए। दिल्ली पुलिस की त्वरित कार्रवाई से आज 35 कोरोना मरीजों की जान बच गईं।

बता दें कि पिछले साल भी लॉकडाउन के दौरान दिल्ली पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला था। दिल्ली के बदरपुर में पुलिस ने समय पर एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुँचाया। नवजात बच्ची के पिता पंकज ने इसके लिए दिल्ली पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए कहा था, “1 अप्रैल को जब मेरी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई तो मैंने 108,102,1031 आदि कई हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया। मगर संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद मैंने दिल्ली पुलिस को कॉल किया, जो 20 मिनट में हमारे पास पहुँची और हमें अस्पताल ले गई। हम उनके आभारी हैं।” 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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