Saturday, July 27, 2024
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चेन्नई के मरीना मॉल में अज़ान: आवाज़ उठाने वाले पत्रकार को वामपंथी-इस्लामिस्ट्स ने किया ट्रोल

"उन्होंने (मुस्लिमों) मस्जिदों से पाँच बार अज़ान को सामान्य कर दिया है, अब कोई भी इस पर आपत्ति दर्ज नहीं करता। और अगर कोई आपत्ति जताता भी है तो फिर उसे सोनू निगम की तरह सिर मुँडवाना होगा। साथ ही लोगों से धमकियाँ भी मिलती हैं। मैंने दुबई के अपने दोस्तों से बात की है, ऐसा तो वहाँ भी नहीं होता है।"

FirstPost (फ़र्स्टपोस्ट) के पत्रकार संजय पांडे, ने रविवार को एक वीडियो शेयर किया जिसके बैकग्राउंड में अजान की आवाज़ सुनाई दे रही थी। यह वीडियो रविवार (26 जनवरी) को पोस्ट किया। इस वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि यह चेन्नई का मरीना मॉल (Marina Mall) है। यहाँ अजान की आवाज़ सुनाई दे रही है जोकि बड़ी विचित्र बात है।

इसके आगे उन्होंने कहा,

“यह पागलपन और हास्यास्पद है। मैंने आज तक कभी ऐसा कुछ नहीं सुना; कम से कम भारत में तो बिल्कुल नहीं। मुझे नहीं पता कि यह किस तरह की मानसिकता है। अगली बार जब आप यहाँ आएँगे तो हो सकता है कि आपको बैकग्राउंड में चर्च की प्रेयर या भगवत गीता सुनाई दे।”

अपने ट्विटर हैंडल से इस वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन लिखा, “सेक्युलर भारत में आपका स्वागत है। मरीना मॉल के अंदर म्यूजिक सिस्टम के ज़रिए अज़ान बज रही है। मेरी उत्सुकता यह जानने की है कि क्या इसके लिए क़ानूनी रूप से अनुमति ली गई है?” इसके बाद जल्द ही कुछ ने उन्हें भद्दी गालियाँ देते हुए ‘Get the F**k out’ भी कहा।

ऑपइंडिया ने इस बात की स्पष्ट जानकारी जुटाने के लिए पत्रकार पांडे से सम्पर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वह एक फिल्म देखने के लिए मरीना मॉल गए थे और शो ख़त्म होने के बाद बाहर आने के बाद यह घटना घटी। उन्होंने बताया, “मैं एक पत्रकार हूँ और मैंने देश के हर गली-नुक्कड़ पर यात्रा की है। मैंने चारों महानगरों में काम किया है। मुझे ऐसा अनुभव कभी नहीं हुआ। यह कुछ नया है। और यह एक संकेत है कि हम शायद ऐसी स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं जहाँ ऐसी चीजें अब बार-बार होंगी। वे मूल रूप से इसे सामान्य करने की कोशिश कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “उन्होंने (मुस्लिमों) मस्जिदों से पाँच बार अज़ान को सामान्य कर दिया है, अब कोई भी इस पर आपत्ति दर्ज नहीं करता। और अगर कोई आपत्ति जताता भी है तो फिर उसे सोनू निगम की तरह सिर मुँडवाना होगा। साथ ही लोगों से धमकियाँ भी मिलती हैं। मैंने दुबई के अपने दोस्तों से बात की है, ऐसा तो वहाँ भी नहीं होता है।”

ख़बर के अनुसार, इसके आगे उन्होंने बताया कि वो सोशल मीडिया पर बहुत ज़्यादा एक्टिव नहीं रहते हैं और उन्होंने एक साल से अधिक समय के बाद यह पहला ट्वीट किया था, जिससे लोग इसके बारे में जान सकें। उन्होंने बताया, “एक मॉल कोई धार्मिक मामला नहीं है, यह एक व्यापारिक जगह है। आज के समाज में, एक मॉल शायद सबसे अधिक सेकुलर जगह है।”

ऑपइंडिया को उन्होंने बताया कि इस घटना को उन्होंने तीस सेकंड तक रिकॉर्ड किया। इसके बाद इस बारे में उन्होंने वहाँ के लोगों से पूछताछ की कि क्या ऐसा हमेशा और रोज़ाना होता है? यह सवाल वो मॉल के प्रबंधक से भी करना चाहते थे लेकिन वो (संजय पांडे) उनसे बात नहीं कर पाए। इसके बाद उन्होंने कुछ सुरक्षा गार्डों से बात की लेकिन उन्होंने कहा कि वे इस मामले पर कोई बात नहीं कर सकते। संजय पांडे ने बताया कि गार्ड्स ने पहले तो इस बात को स्वीकार कर लिया था कि वो अज़ान की धुन थी, लेकिन बाद में बाद में वो अपनी बात से पीछे हट गए।

पत्रकार संजय पांडे द्वारा सोशल मीडिया पर इस वीडियो को अपलोड करने के बाद से ही कुछ यूज़र्स उनके पीछे पड़ गए और उन्हें बुरा-भला कहने लगे। इस बात से वो पूरी तरह से वाक़िफ़ थे कि इस वीडियो को पोस्ट करने के बाद उन्हें बुरा-भला कहा जाएगा। उन्होंने कहा, “जिस तरह से वामपंथी और क्रिश्चियनस्लैमिस्ट लॉबी व्यवहार करते हैं, यह उनका तरीका है… लेकिन मेरा मानना ​​है कि अगर कुछ ग़लत है, तो उसके लिए मुझे आगे आना होगा। और अगर गालियाँ मेरे रास्ते में आती हैं, तो मैं इसे अपनी प्रगति समझ लूँगा।” उन्होंने कहा कि इससे मुझे ऐसे लोगों की मानसिकता के बारे में पता चलता रहेगा। साथ ही यह भी पता चलता रहेगा कि यह लोग देश के बारे में क्या सोचते हैं।

पत्रकार पांडे ने इस बात पर ज़ोर देकर कहा कि वो संघी नहीं हैं, बावजूद इसके वामपंथी उन पर संघी होने का आरोप लगाते हुए उनके ख़िलाफ़ भद्दी टिप्पणियाँ कर रहे हैं। वो इस बात को मानते हैं कि खाड़ी देशों से धन की आमद से देश की समावेशी संस्कृति नष्ट हो रही है। उन्होंने कहा, “हमारे देश की समावेशी संस्कृति को कट्टरपंथी इस्लामियों ने बर्बाद कर दिया है। लोगों में बहुत ज़हर है।”

उनका कहना है, “मैं आमतौर पर ट्वीट नहीं करता, लेकिन यह कुछ ऐसा था जिसने मुझे आश्चर्यचकित कर दिया और मैं इसे शेयर करने से ख़ुद को रोक नहीं पाया और दुनिया को इसके बारे में बता दिया। पता नहीं आगे क्या होगा?”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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