भारत में इस्लाम और ईसाई बढ़ रहा है, फल-फूल-फैल रहा। कारण लेकिन नकारात्मक है – विदेशी फंडिंग के सहारे धर्मांतरण का जाल बिछा कर। मौलवी और पादरी या यह कहें कि पूरा का पूरा धर्मांतरण रैकेट भोले-भाले और आर्थिक रूप से कमजोर हिंदुओं खासतौर से जनजाति और दलित वर्ग को विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर धर्मांतरण का शिकार बनाते हैं। इस प्रलोभन में 50 किलो चावल से लेकर, दो वक्त की रोटी और दवाइयों से लेकर बीमारी ठीक करने व नौकरी लगवाने के वादे किए जाते हैं। कुछ मामलों में धर्मांतरित हुए लोगों को थोड़ी-बहुत सहायता भी मिलती है। हालाँकि, धर्मांतरण होने के बाद लोग खुद को सिर्फ ठगा हुआ महसूस करते हैं।
धर्मांतरण की इन तमाम साजिशों के बीच सनातन धर्म में लोग वापसी भी कर रहे हैं। कारण यहाँ सकारात्मक है – ईसाई या मुस्लिम बने लोग खुद को ठगा सा महसूस करते हैं, अपने वास्तविक सनातन धर्म को याद करते हैं। इसमें ऐसे लोग भी शामिल हैं जो पीढ़ियों पहले धर्मांतरण का शिकार हुए थे। कुछ ऐसे भी जो बीते कुछ सालों में प्रलोभन या मजबूरी में धर्म बदलने को तैयार हो गए थे। साल 2022 में घर वापसी करने वाले लोगों और उनकी कहानियों को एकसाथ लेकर आए हैं हम।
दिसंबर 2022: कुल 6 घर वापसी
26 दिसंबर 2022: उत्तर प्रदेश के बरेली की एक और मुस्लिम युवती ने हिंदू के साथ शादी की है। इस युवती का नाम है अमरीना। हिंदू धर्म अपनाकर अमरीना ने अपना नया नाम राधिका रखा है। पप्पू के साथ शादी की है। बताया है कि भगवान में पहले से ही उसकी आस्था थी। अब तीन तलाक का डर भी खत्म हो गया है।
25 दिसंबर 2022: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में ईसाई बन चुके 100 से ज्यादा लोगों की क्रिसमस पर घर वापसी की। ये 100 लोग 20 परिवारों के सदस्य हैं जो दिहाड़ी मजदूरी आदि से अपना परिवार चलाते थे। घर वापसी करने वाले सभी लोगों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच में फिर से सत्य सनातन में प्रवेश किया और आगे से हिन्दू परम्परा से जीवन बिताने का संकल्प लिया।
25 दिसंबर 2022: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में क्रिसमस के दिन सामूहिक ‘घर वापसी’ हुई। इस दौरान 20 परिवारों ने फिर से हिन्दू धर्म में आस्था जताते हुए गंगाजल ग्रहण किया। इस दौरान घर वापसी करने वालों ने उन पुस्तकों को पानी में विसर्जित किया, जिन्हें पढ़ा कर उन्हें अपने मूल धर्म से दूर किया गया था।
25 दिसंबर 2022: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने 25 दिसंबर 2022 को दमोह में चल रही रामकथा में शामिल होने आए 300 लोगों को सनातन धर्म में लौटवाया। वहीं, छत्तीसगढ़ के जशपुर में भी विशाल हिंदू सम्मेलन के दौरान अखिल भारतीय घरवापसी के प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने 50 परिवारों ने हिंदू धर्म में घरवापसी करवाई।
12 दिसंबर 2022: मध्य प्रदेश के मंदसौर में अफसर मंसूरी ने हिन्दू धर्म स्वीकार कर अपना नाम कृष्णा सनातनी रखा है। घर वापसी के दौरान मंसूरी ने भगवा वस्त्र पहने थे। उन्होंने विधि विधान से वैदिक मंत्रौच्चार के बीच हिन्दू धर्म अपनाया।
11 दिसंबर 2022: उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के करीब एक दर्जन परिवारों के 80 सदस्यों ने घर वापसी की है। इनका दावा है कि आजम खान के डर से इन्होंने इस्लाम कबूला था। मुजफ्फरनगर के एक आश्रम में इन लोगों की घर वापसी हुई।
नवंबर 2022: कुल 3 घर वापसी
24 नवंबर 2022: झारखंड (Jharkhand) की मुस्कान खातून ने सनातन धर्म अपनाकर पूरे रीति-रिवाज के साथ राम नाम के एक हिन्दू से शादी कर ली है। मुस्कान ने कहा कि उसे सनातन धर्म पसंद है और हिन्दू धर्म अपना कर वह काफी खुश हैं। वह अपने पति के साथ सनातन धर्म के रास्ते पर अपना जीवन गुजारेंगी।
17 नवंबर 2022: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में जहन्नुम के डर से इस्लाम कबूल करने वाले हिंदू युवक अक्षय गौर ने घर वापसी कर ली। दोस्तों, हिंदूवादी संगठन के आशोक पालीवाल और अन्य कार्यकर्ताओं ने उसे समझाया। उन्होंने मंदिर में पूजा-पाठ कर उसका शुद्धीकरण किया। इसके बाद गंगाजल पिलाकर उसकी घर वापसी करवाई।
7 नवंबर 2022: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 9 लोगों ने इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म में ‘घर वापसी’ की। धर्म परिवर्तन करने वाला परिवार मूल रूप से सहारनपुर का रहने वाला है। इनके पूर्वजों ने 150 साल पहले दबाव में आकर इस्लाम अपनाया था। लेकिन, अब स्वेच्छा से हिंदू धर्म में वापसी की।
अक्टूबर 2022: कुल 2 घर वापसी
20 अक्टूबर 2022: ओडिशा में अनुसूचित जनजाति वर्ग के 173 परिवारों ने घर वापसी की। जनजातीय समाज के इन परिवारों के करीब 500 सदस्य हिंदू धर्म में लौटे। धर्मांतरण कर ईसाई बनाए गए इन परिवारों की घर वापसी के लिए सुंदरगढ़ जिले के ग्राम जमूरला में विश्व कल्याण महायज्ञ का आयोजन किया गया था।
19 अक्टूबर 2022: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक बार फिर मुस्लिम परिवार के पाँच सदस्यों ने घर वापसी करते हुए हिंदू धर्म अपना लिया है। इस परिवार के लोगों को अब नया हिंदू नाम दिया गया है। बिजनौर का रहने वाला यह परिवार आठ साल पहले हिंदू धर्म छोड़ इस्लाम अपना लिया था।
सितंबर 2022: कुल 2 घर वापसी
30 सितंबर 2022: मध्य प्रदेश के मंदसौर के रहने वाले मोहम्मद निसार ने इस्लाम मजहब त्यागकर हिन्दू धर्म अपना लिया। निसार मोहम्मद ने 8 साल पहले हिन्दू युवती से शादी की थी। वह गायत्री मंदिर में वैदिक विधि विधान से धर्म परिवर्तन (Religious Conversion) कर अब सोनू सिंह बन गए।
9 सितंबर 2022: मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक मुस्लिम लड़की ने हिन्दू युवक से शादी करके सनातन धर्म स्वीकार कर लिया। दुल्हन का नाम इकरा था, जो अब इशिका बन चुकी है। इकरा ने गायत्री मंदिर में विधि-विधान से घर वापसी की।
जुलाई 2022: कुल 2 घर वापसी
21 जुलाई 2022: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में अब्दुल जमील ने इस्लाम त्यागकर संकटमोचन मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार और पूरे विधि-विधान के साथ पूजा कर हिंदू धर्म अपना लिया। उन्होंने अपना नाम श्रवण कुमार रखा। सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त अब्दुल जमील ने बताया कि पिछले कई वर्षों से सनातन धर्म के प्रति उनमें दिलचस्पी पैदा हुई थी।
12 जुलाई 2022: उत्तर प्रदेश के बरेली में सुहैल नामक व्यक्ति ने विधि विधान से पूजा पाठ करके हिंदू धर्म मे घर वापसी की। अब वो सौरभ के नाम से जाने जा रहे हैं। सौरभ का कहना है कि 11 साल पहले उन्हें बहका कर इस्लाम मजहब कबूल करवाया गया था। हालाँकि अब वह दोबारा अपने धर्म में वापस आ रहे हैं।
जून 2022: कुल 1 घर वापसी
9 जून 2022: मध्य प्रदेश के रतलाम में 18 मुस्लिमों ने घर वापसी की। इन सभी के द्वारा गोमूत्र से स्नान करते हुए जनेऊ धारण किए जाने का दावा। घर वापसी करने वाले परिवार के मुखिया मोहम्मद शाह हैं जो जड़ी-बूटी बेचने का कमा करते हैं।
मई 2022: कुल 4 घर वापसी
27 मई 2022: मध्य प्रदेश के मंदसौर में शेख जफर नाम के एक व्यक्ति ने विधि-विधान से हिन्दू धर्म अपनाते हुए घर वापसी की। अब वो चैतन्य सिंह राजपूत के नाम से जाने जा रहे हैं।
22 मई 2022: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक मुस्लिम लड़की ने हिन्दू धर्म स्वीकार किया। लड़की का नाम पहले नाम लुबना शाहजीन था जो अब आरोही बन गई। आरोही बनी शाहजीन ने अपने परिजनों को कट्टरपंथी बताया।
17 मई 2022: उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर में गुलनाज नामक मुस्लिम युवक ने इस्लाम से हिंदू धर्म में घर वापसी की। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने उसकी घर वापसी कराई। अब वह विराट कुमार के नाम से पहचाने जा रहे हैं।
13 मई 2022: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक मुस्लिम लड़की ने हिन्दू धर्म स्वीकार कर लिया। नाज़िश नाम की मुस्लिम लड़की नीलेश नाम के हिन्दू लड़के से प्यार करती थी। अब दोनों ने शादी कर ली। हालाँकि, इस रिश्ते से दोनों परिवार खुश नहीं थे इसलिए दोनों ने घर छोड़ कर अलग रहने का फैसला किया। शादी के बाद नाजिश का नाम निहारिका हो गया।
अप्रैल 2022: कुल 1 घर वापसी
26 अप्रैल 2022: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में दो मुस्लिम परिवारों के 8 सदस्यों ने हिंदू धर्म में वापसी की। बघरा स्थित स्वामी यशवीर आश्रम में हवन-पूजन करवाकर इनकी घर वापसी कराई गई।
मार्च 2022: कुल 3 घर वापसी
30 मार्च 2022: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक ईसाई लड़के और मुस्लिम लड़की ने हिन्दू विधि-विधान से शादी की। शादी बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में सम्पन्न हुई। बाराती और घराती हिन्दू संगठन के लोग बने। कन्यादान मंदिर के महंथ ने किया।
25 मार्च 2022: झारखंड के साहिबगंज जिले के वनवासी समाज के 61 परिवारों के सैंकड़ों लोगों ने घर वापसी की। ‘विश्व हिन्दू परिषद’ के विभाग प्रमुख कालीचरण मंडल ने इनकी पूरे रीति-रिवाज के साथ घर वापसी की प्रक्रिया पूरी करवाई।
22 मार्च 2022: छत्तीसगढ़ में 1250 लोगों ने सनातन धर्म में वापसी की है। महासमुंद के कटांगपाली गाँव में आयोजित विश्व कल्याण महायज्ञ में इन लोगों ने घर वापसी की। महायज्ञ का आयोजन आर्य प्रतिनिधि समाज की ओर से किया गया था। बीजेपी के प्रदेश मंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने ईसाई मिशनरियों के शिकार हुए इन लोगों के गंगाजल से चरण पखार कर मूल धर्म में वापसी करवाई।
फरवरी 2022: कुल 1 घर वापसी
6 फरवरी 2022: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के मझगाँव थाना क्षेत्र के तेतरिया पंचायत के सिरासाई मंगापाट गाँव के 3 परिवारों के 14 सदस्य ईसाई धर्म में परिवर्तित हो गए थे। इनमें से 9 लोगों ने घर वापसी कर ली।
जनवरी 2022: कुल 2 घर वापसी
13 जनवरी 2022: जाने-माने मलयाली फिल्मकार अली अकबर (Ali Akbar) विधिवत रूप से हिंदू बन गए। उन्होंने पत्नी लुसिम्मा के साथ सनातन धर्म ग्रहण किया। अब वे राम सिम्हन के नाम से जाने जाएँगे। केरल के इस फिल्मकार ने दिसंबर 2021 में तब घर वापसी का ऐलान किया था, जब मजहबी कट्टरपंथियों ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद खुशी का इजहार किया था।
10 जनवरी 2022: कर्नाटक के यादगीर जिले में घर वापसी हुई। यहाँ 50 साल पहले टिमोथी होसमानी नाम के व्यक्ति के परिजनों ने धर्मांतरण कर ईसाई धर्म को अपना लिया था। उस वक्त होसमानी बहुत ही छोटे थे, लेकिन 50 साल बीतने के बाद 55 वर्षीय टिमोथी होसमानी ने हिंदू धर्म में घर वापसी की।