Wednesday, July 16, 2025
Homeदेश-समाजएक शहर ऐसा भी जहाँ सबको लग गया कोरोना का टीका: जुलाई में 12.5%...

एक शहर ऐसा भी जहाँ सबको लग गया कोरोना का टीका: जुलाई में 12.5% अधिक वैक्सीनेशन, UP सबसे आगे

वैक्सीनेशन के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे चल रहा है। राज्य में अब तक 4,84,43,142 डोज दिए गए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र 4,46,72,654 डोज के साथ थोड़ा सा ही पीछे है।

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच देश में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चल रहा है। इसी क्रम में जुलाई 2021 में देश में 13,45,82,477 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इस तरह से प्रतिदिन औसतन 43,41,373 शॉट्स दिए गए। जून में टीकाकरण की कुल संख्या 11,96,69,381 थी। यानी, जुलाई में जून के मुकाबले 12.5% अधिक टीकाकरण हुआ है। उससे पहले मई की तुलना में जून में टीकाकरण में भारी उछाल आया था।

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आँकड़ों के अनुसार, भारत में अब कोरोना वैक्सीन के कुल 47,22,23,639 डोज दिए जा चुके हैं। इनमें से 36,79,94,586 लोगों ने केवल पहली डोज ही ली है, जबकि 10,42,29,053 को वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं।

वैक्सीनेशन के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे चल रहा है। राज्य में अब तक 4,84,43,142 डोज दिए गए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र 4,46,72,654 डोज के साथ थोड़ा सा ही पीछे है। वहीं गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में अब तक दो करोड़ से अधिक लोगों का टीकाकरण किया गया है।

राहुल गाँधी कर रहे प्रोपेगेंडा

कोरोना को मात देने के लिए तेजी से चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान के बावजूद कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी लगातार प्रोपेगेंडा करने में जुटे हैं। इसी क्रम में रविवार (1 अगस्त 2021) को राहुल गाँधी ने स्वास्थ्य मंत्रालय पर तंज कसते हुए दावा किया कि जुलाई बीत चुका है, लेकिन वैक्सीन की कमी का बनी हुई है। इसके साथ ही उन्होंने एक वीडियो शेयर कर दावा किया कि कई राज्यों के कुछ केंद्रों पर वैक्सीन ही नहीं उपलब्ध है।

उनके इस बयान पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, “जुलाई के महीने में भारत में 13 करोड़ से अधिक टीकाकरण किया गया। इस महीने इसमें तेजी आने वाली है। इस उपलब्धि के लिए हमें अपने स्वास्थ्यकर्मियों पर गर्व है। अब आपको उन पर और देश पर गर्व होना चाहिए।”

स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि जुलाई में टीका लगवाने वाले 13 करोड़ लोगों में राहुल गाँधी भी एक व्यक्ति थे। हालाँकि, उन्होंने उन वैज्ञानिकों के लिए एक शब्द भी नहीं कहा, जिन्होंने टीके को भारत की आबादी तक पहुँचाने के लिए कड़ी मेहनत की थी। केंद्रीय मंत्री ने लिखा, “मैंने सुना है कि आप उन 13 करोड़ लोगों में से हैं, जिन्हें जुलाई में टीका लगाया गया था। लेकिन आपने हमारे वैज्ञानिकों के लिए एक शब्द भी नहीं बोला, जनता से टीकाकरण की अपील नहीं की। मतलब आप टीकाकरण के नाम पर ओछी राजनीति कर रहे हैं। दरअसल, वैक्सीन नहीं आपमें परिपक्वता की कमी है।”

दरअसल, कॉन्ग्रेस लगातार टीकों की कमी को लेकर केंद्र सरकार को निशाना बनाने की कोशिश कर रही है। बावजूद इसके भारत हर महीने उत्पादन बढ़ा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने साल के अंत तक सभी का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि अगस्त के महीने में भारत 15 करोड़ से अधिक टीकाकरण कर पाने में सक्षम होगा।

भुवनेश्वर में 100 फीसदी टीकाकरण

कोरोना के टीकाकरण के मामले में ओडिशा का भुवनेश्वर देश का पहला शहर बन गया है, जिसनें अपने 100 फीसदी नागरिकों का टीकाकरण पूरा कर लिया है। भुवनेश्वर नगर निगम के उपायुक्त अंशुमन रथ ने कहा, “नगर निगम की ओर से मैं भुवनेश्वर के लोगों को कोविड टीकाकरण अभियान को बड़ी सफलता बनाने के लिए धन्यवाद देता हूँ। नगर निकाय के अधिकारियों की कड़ी मेहनत और स्थानीय लोगों के सहयोग से भुवनेश्वर देश का पहला शहर बन गया है जिसने अपनी 100 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण किया है।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘दादी जैसी नाक वाली’ प्रियंका गाँधी तक बन गई MP, पर बिहार की ‘कोयल’ रह गई बंजर: PM मोदी ने ₹1800 करोड़ से परियोजना...

53 साल बाद उत्तरी कोयल जलाशय परियोजना पूरा करने का बीड़ा मोदी कैबिनेट ने उठाया है। इससे बिहार- झारखंड के सूखाग्रस्त जिलों को फायदा होगा

हिन्दुओं को कलमा पढ़वा गोमांस खिलाता था छांगुर पीर, वीडियो भी बनाता था: रिपोर्ट, नेपाल बॉर्डर से सटे इलाकों की बदलना चाहता था डेमोग्राफी,...

छांगुर पीर नेपाल से सटे जिलों में धर्मांतरण का नेटवर्क स्थापित करने में जुटा था। इसके लिए ₹10 करोड़ खर्च करने की तैयारी थी। 46 गाँवों के हिंदू युवाओं को टारगेट बनाने वाला था।
- विज्ञापन -