Wednesday, June 18, 2025
Homeदेश-समाज2 JDU नेता - एक के बालू माफिया ने तोड़ डाले दोनों पैर तो...

2 JDU नेता – एक के बालू माफिया ने तोड़ डाले दोनों पैर तो दूसरे के 24 ठिकानों पर ED की छापेमारी: हलवाई से बन गए MLC, बालू का लंबा-चौड़ा कारोबार

हालिया पुलिस छापेमारी से नाराज अपराधियों ने उन्हें पुलिस मुखबिर बता कर उन पर हमला कर दिया। अस्पताल से निकलने के बाद पुलिस उनसे बयान लेगी।

बिहार में बालू माफिया का आतंक सिर चढ़ कर बोल रहा है। पुलिस से लेकर नेता तक कोई भी इनसे बच नहीं पा रहा है। ताज़ा घटना समस्तीपुर जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र स्थित डुमरिया गाँव की है। रविवार (4 जून, 2023) को बालू माफिया के गुर्गों ने जदयू नेता मनोज सिंह पर जानलेवा हमला कर दिया। रॉड से मार कर उनका दोनों पैर तोड़ डाला गया। चीख-पुकार सुन कर ग्रामीण वहाँ जमा हुए और किसी तरह उन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुँचाया।

मोतीउद्दीननगर के एक प्राइवेट अस-अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। उन्हें ICU में भर्ती रखा गया है। दरअसल, जदयू नेता रात के समय गाँव के डाक अधिकारी के यहाँ आयोजित सत्यनारायण भगवान की कथा में हिस्सा लेने गए थे। वहाँ पूजा का प्रसाद खाने के बाद वो देर रात लगभग 11 बजे बाइक से अपने घर वापस लौट रहे थे। जब वो गाँव के प्राथमिक विद्यालय के पास से गुजरे, पहले से घात लगाए अपराधियों ने उन्हें घेर लिया।

हालिया पुलिस छापेमारी से नाराज अपराधियों ने उन्हें पुलिस मुखबिर बता कर उन पर हमला कर दिया। अस्पताल से निकलने के बाद पुलिस उनसे बयान लेगी। ये घटना तब हुई है, जब बालू माफिया से संबंधों के कारण जदयू के ही एक विधान पार्षद राधाचरण सेठ के यहाँ ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने छापेमारी की है। IT रेड में उनकी 200 करोड़ रुपए की संपत्ति का पहले ही खुलासा हो चुका है। पटना से लेकर राँची तक उनके कई ठिकानों पर रेड पड़ी।

राधाचरण साह को उनके समर्थक ‘सेठ जी’ कहते हैं। बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में उनके 24 ठिकानों को ED ने खँगाला है। वो स्थानीय प्राधिकरण क्षेत्र से MLC हैं। पहले वो हलवाई हुआ करते थे। उनके आवास से लेकर मिठाई की दुकान और फार्महाउस पर भी ED के अधिकारी पहुँचे। उनके अलावा राजद नेता सुभाष यादव के घर पर भी ED ने छापेमारी की है। बता दें कि बिहार में एक निर्माणाधीन पुल के दोबारा ध्वस्त होने के कारण राज्य की जदयू-राजद-कॉन्ग्रेस सरकार पहले से ही विपक्ष के निशाने पर है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

न किसी की ‘पंचायती’ स्वीकारी, न किसी की ‘पंचायती’ करेंगे स्वीकार… 35 मिनट में PM मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को बता दी उनकी ‘औकात’:...

35 मिनट की बातचीत पिछले महीने ऑपरेशन सिंदूर के वक्त जो खबरें आईं थीं उससे संबंधित थीं, जिनमें ट्रंप के एक पोस्ट के बाद धड़ल्ले से चलाया गया कि भारत ने तो ऑपरेशन सिंदूर इसलिए रोका क्योंकि अमेरिका ने हस्तक्षेप किया था।

कागजों से निकल कर 40 करोड़ लोगों तक पहुँची सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएँ: ₹1 लाख करोड़ पहुँचा बजट: 11 सालों में इतना बदल गया हेल्थ...

भारत की स्वास्थ्य सेवाओं में मोदी सरकार ने एक मील का पत्थर स्थापित किया है। गंभीर और असाध्य बीमारियों के लिए भी विकल्प मौजूद किए।
- विज्ञापन -