उत्तर प्रदेश के कासगंज में मंगलवार (फरवरी 10, 2021) को बिकरु जैसा कांड दोहराया गया। शराब माफिया को पकड़ने गई पुलिस पर बेरहमी से हमला हुआ। हमले में एक सिपाही की हत्या कर दी गई। वहीं सब इंस्पेक्टर अर्धनग्न अवस्था में खून से लथपथ सड़क पर मिले। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर संज्ञान ले कर आरोपितों के विरुद्ध रासुका लगाने के निर्देश दिए। मृत सिपाही के परिवार को 50 लाख की मदद व एक नौकरी देने का ऐलान भी हुआ। दूसरी ओर पुलिस ने कार्रवाई के दौरान मुठभेड़ में एक हत्यारोपित को मार गिराया। एनकाउंटर में मारे गए शख्स की पहचान मोती धीमर के भाई एलकार के रूप में हुई।
बता दें कि घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर कहा, “राज्य सरकार अपराध व अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। कानून व्यवस्था के संबंध में किसी भी प्रकार का समझौता न करते हुए संबंधित दोषियों के विरुद्ध अविलंब व सख्त कार्रवाई की जाए।”
पूरा मामला सिढ़पुरा थाने का है। यहाँ से दो पुलिसकर्मी- सब इंस्पेक्टर अशोक सिंह और सिपाही देवेंद्र 9 फरवरी को अवैध शराब की सूचना मिलने पर दबिश देने लोकेशन पर पहुँचे थे। लेकिन शराब माफियों को इस बात की खबर हो गई।
पहले माफियों ने दोनों पुलिसकर्मियों को बंधक बनाकर पीटा। फिर उनकी वर्दी फाड़ कर उनसे उनके हथियार छीन लिए। इसके बाद दारोगा को रास्ते में फेंक दिया गया व सिपाही को अपने साथ लेकर चले गए।
जब किसी ग्रामीण ने रास्ते में बुरी तरह घायल पुलिसकर्मी को देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई। जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुँची। तत्काल उन्हें अस्पताल पहुँचाया गया। साथ ही सिपाही की तलाश शुरू हुई। लगभग 1 घंटे तक तलाशी के बाद जंगल में वह खून से लथपथ मिले। पुलिस उन्हें भी जिला अस्पताल लेकर गई लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
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— भारत समाचार (@bstvlive) February 10, 2021
➡शराब माफिया से मुठभेड़ में आगरा का लाल शहीद
➡कासगंज में मुठभेड़ में गई सिपाही की जान
➡माफियाओं ने बेरहमी से सिपाही की हत्या की
➡सिपाही की मौत के बाद गांव में पसरा मातम
➡2015 बैच का सिपाही था देवेंद्र जसावत शहीद
➡2016 में हुई थी शहीद सिपाही की शादी
मालूम हो कि दोनों पुलिसकर्मी अवैध शराब के कारोबार पर सख्त कार्रवाई से पहले नोटिस चस्पा करने गए थे, मगर वहाँ उन्हें बंधक बना लिया गया और फिर उनके साथ बर्बरता से अंजाम दिया गया। कथित तौर पर दोनों कर्मियो को लाठी, डंडे के अलावा भाले जैसी धारदार चीजों से भी मारा गया। घटना के बाद कासगंज पहुँचे एडीजी अजय आनन्द ने भारी पुलिस बल के साथ वारदात स्थल का निरीक्षण किया।
एडीजी ने बताया कि SI अशोक पाल और कॉन्स्टेबल देवेंद्र गश्त पर थे। उस दौरान वह नगला धीमर गाँव पहुँचे थे। इस गाँव में कच्ची शराब बनाने की सूचना पहले भी कई बार मिली है। मंगलवार शाम करीब 6.30 बजे CO पटियाली को पता चला कि SI और कॉन्स्टेबल के साथ मारपीट की गई है। सूचना पर कासगंज पुलिस और आस-पास के जनपदों की पुलिस घटनास्थल पर पहुँची।
तलाश करने पर पुलिस को काली नदी की कटरी में तीन किलोमीटर की दूरी पर सिपाही और एसआई घायल हालत में मिले। सिपाही की इलाज के दौरान ले जाते समय मौत हो गई, वहीं एसआई अशोक पाल गंभीर रूप से घायल हैं। उनको इलाज के लिए अलीगढ़ रेफर किया गया है। एडीजी ने बताया कि इस वारदात में 4-6 अपराधी शामिल थे। पूरे गाँव को घेर कर तलाशी ली जा रही है। अपराधियों के ख़िलाफ़ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।