मध्य प्रदेश के जबलपुर के एक अतिथि शिक्षक की गोरखपुर बुला कर हत्या कर दी गई। हत्यारों ने उसे कथावाचक अनिरुद्धाचार्य की वीडियो के माध्यम से उससे सम्पर्क किया था। मृतक 45 वर्ष का था और गोरखपुर शादी करने आया था। उसकी हत्या शाहिदा उर्फ़ ख़ुशी नाम की एक महिला और उसके पति ने की। अब दोनों पुलिस की गिरफ्त में हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतक का नाम इंद्र कुमार तिवारी था। वह 3-10 मई, 2025 के बीच पॉपुलर कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। अनिरुद्धाचार्य का यह आयोजन जबलपुर के ही एक गाँव में हुआ था। यहाँ इंद्र कुमार तिवारी ने अनिरुद्धाचार्य से प्रश्न पूछे थे।
अनिरुद्धाचार्य से इंद्र कुमार तिवारी ने विवाह नहीं होने की बात कही थी। इंद्र कुमार तिवारी ने कहा था कि उनकी उम्र 45 वर्ष है और 18 बीघे जमीन के मालिक हैं लेकिन विवाह नहीं हो रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। यह अब भी यूट्यूब समेत कई जगह पड़ी हुई है।
इस वीडियो को देख कर कौशल और उसकी पत्नी शाहिदा उर्फ़ ख़ुशी ने इंद्र कुमार तिवारी को ठगने का प्लान बनाया। कौशल ने ख़ुशी का भाई बन कर इंद्र कुमार तिवारी से अपनी बहन का विवाह करवाने की बात इंद्र कुमार तिवारी से कही। इसके बाद ख़ुशी भी इंद्र तिवारी से बात करने लगी।
कौशल ने इंद्र तिवारी के गाँव पहुँच कर शादी की बात भी पक्की कर दी और साथ ही यह स्पष्ट कर दिया कि 5 जून को शादी गोरखपुर में होगी। इंद्र तिवारी ने इसके लिए गहने बनवाए और शादी करने अकेले गोरखपुर चले गए। यहाँ उनकी शादी भी ख़ुशी से करवा दी गई और इसकी तस्वीरें उनके गाँव पहुँच गईं।
ख़ुशी ने हालाँकि इसके बाद इंद्र तिवारी के साथ उनके मध्य प्रदेश में स्थित गाँव जाने से मना कर दिया। ख़ुशी और कौशल ने इसके बाद इंद्र तिवारी से अपना गाँव दिखाने की बात कही और हत्या कर दी। इंद्र तिवारी का शव दोनों ने मिलकर झाड़ियों में फेंक दिया।
इंद्र तिवारी के शव की सूचना एक राहगीर ने दी। उनके परिवार ने इसी बीच पुलिस से सम्पर्क किया। पुलिस ने जाँच की तो पता चला ख़ुशी और कौशल ने लाखों के गहने और पैसे इंद्र कुमार तिवारी से लूट लिए हैं और उनको मार कर फेंक दिया है। दोनों को अब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया है कि मामला ठगी और हत्या का है।
अब आगे जाँच की जा रही है।