महाराष्ट्र के थाणे के मनपाड़ा (Manpada, Thane, Maharashtra) स्थित ICICI Bank में 12.20 करोड़ रुपए की चोरी करने वाले 43 साल के अल्ताफ शेख को पुलिस ने 2.5 महीने बाद पुणे से गिरफ्तार कर लिया है। शेख बैंक में लॉकर के कस्टडियन का काम करता था। उसने एक साल तक प्लानिंग करने के बाद इस घटना को फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया। इस मामले में शेख की बहन नीलोफर सहित अभी तक पाँच आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद अल्ताफ अपना हुलिया बदल रखा था और बुर्का पहनकर रहता था। उसने चोरी के कुछ पैसे अपनी बहन नीलोफर के यहाँ भी छुपा कर रखा था। चोरी की इस घटना के बारे में उसकी बहन नीलोफर को सब पता था। पुलिस ने शेख के पास से 9 करोड़ रुपए बरामद कर लिए हैं।
पुलिस ने शेख को सोमवार (3 अक्टूबर 2022) को गिरफ्तार किया। इस मामले में अब तक पाँच आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिसमें उसकी बहन भी शामिल है। मुंबई के मुंब्रा निवासी शेख कस्टडियन के तौर पर लॉकर की चाबियों की रखवाली करता था। बैंक चोरी की घटना 12 जुलाई 2022 को हुई थी।
शेख ने बैंक में चोरी करने से पहले एक साल तक वहाँ के सिस्टम पर बारीकी नजर रखा और उसकी खामियों के बारे में पता लगाया। इस दौरान उसने अपनी तरफ से एक फुलप्रूफ योजना बनाई और चोरी की घटना को अंजाम दिया। उसने सीसीटीवी कैमरे तक में छेड़छाड़ की।
जाँच में पुलिस को पता चला कि शेख ने सबसे पहले CCTV टीवी कैमरों के साथ छेड़छाड़ की। इसके बाद उसने बैंक के अलार्म सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया। लॉकर से कैश को बाहर ले जाने के लिए AC के डक्ट को चौड़ा किया और कैश को कचरा फेंकने वाले पाइप तक पहुँचाया। इसके बाद बैंक की तिजोरी खोलकर कैश को डक्ट के जरिए नीचे कजरे में फेंक दिया।
यह घटना तब सामने आई जब बैंक के अधिकारियों ने महसूस किया कि ब्रांच में रखा नकदी कम है। इसके बाद अधिकारियों ने सीसीटीवी की जाँच की तो DVR गायब मिला। इसके बाद जाँच टीम को इसके बारे में सूचित किया गया।
घटना अंजाम देने के बाद शेख फरार हो गया। पहचान छुपाने के लिए वह अपना हुलिया बदल लेता था। इसके साथ ही वह बुर्का भी पहनता था। पुलिस बैंक से चोरी किए गए 12.20 करोड़ रुपए में से करीब नौ करोड़ रुपए ही बरामद कर पाई है। पुलिस का कहा कि बाकी रकम जल्द बरामद कर ली जाएगी।
ठाणे और नवी मुंबई पुलिस की टीम ने अल्ताफ शेख को ठाणे गिरफ्तार किया है। इससे पहले उसकी बहन नीलोफर, मददागार अबरार कुरैशी (33), अहमद खान (33) और अनुज गिरी (30) को गिरफ्तार किया था। पुलिस का कहना है कि इस मामले में और आरोपितों की गिरफ्तारी हो सकती है।