कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण देशभर में जारी बंद (Lockdown) के दौरान मुस्लिम समुदाय के कई लोग सोशल मीडिया पर निरंतर ऐसे वीडियो बनाकर पोस्ट करते हुए देखे गए, जिनमें उन्होंने या तो कोरोना को अल्लाह की एनआरसी बताया, या फिर कहा कि नमाजियों को कोरोना से कुछ नहीं हो सकता और उन्हें खुलकर बाहर निकलना चाहिए।
ऐसे ही कासिफ़ अली नाम का एक युवक का कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो शकूर नगर, मेरठ (जैसा कि ट्विटर पर इस वीडियो के साथ बताया गया था) के अलग-अलग बाजार में जाकर यह साबित करते हुए देखा गया कि लॉकडाउन का उनके ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला और सब कुछ सामान्य तरीके से चलता रहेगा।
Cc @Uppolice @meerutpolice https://t.co/Oa1p7vATEO
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) April 19, 2020
कासिफ़ अली इस वीडियो में अस्सलाम वालेकुम कहते हुए कहता नजर आता है कि किसी को मुर्गा चाहिए या चूड़ियाँ चाहिए, किस चीज की कोई कमी नहीं है और बाजारों में खूब भीड़ है कौन कहता है कि लॉकडाउन रहेगा? यह वीडियो आज दिन में ही भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्विटर पर शेयर करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस और मेरठ पुलिस को टैग किया था।
इसके कुछ ही घंटों बाद मेरठ पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें यही युवक एकदम अलग अंदाज में अपने कर्मों की माफ़ी माँगता हुआ नजर आ रहा है। उसका कहना है कि कुछ दिन पहले लॉकडाउन के दौरान उसके भाई की दुकान को पुलिस ने जबरन बंद करवा दिया था और इसी कारण भावनाओं में बहकर उसने यह वीडियो बनाया था।
— MEERUT POLICE (@meerutpolice) April 19, 2020
आज जारी किए गए नए वीडियो में कासिफ़ अली के सुर एकदम बदले हुए नजर आए। नमस्कार दोस्तों कहते हुए उन्होंने आज के वीडियो की शुरुआत की और वीडियो देखकर यह स्पष्ट पता चल रहा है कि कासिफ़ अली अपनी हरकत पर वास्तव में शर्मिंदा हैं और उन्हें मुर्गे की दुकान वाला वीडियो नहीं बनाना चाहिए था। उन्हेओं अपनी इस हरकत के लिए माफ़ी माँगी है।
ज्ञात हो कि इसी तरह से सोशल मीडिया पर बॉलीवुड कलाकार एजाज खान अक्सर भड़काऊ बातें करते हुए देखे जाते हैं। कल ही उन्हें मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है।