Thursday, April 25, 2024
Homeदेश-समाजमेरे बच्चे की हत्या की गई है, हमने गाँव छोड़ दिया है: मृतक रोहित...

मेरे बच्चे की हत्या की गई है, हमने गाँव छोड़ दिया है: मृतक रोहित जायसवाल के पिता

ऑपइंडिया ने गोपालगंज के एसपी से बातचीत की, जिन्होंने बताया कि इस मामले में जाँच कर के कार्रवाई की जा चुकी है और एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है। पीड़ित परिवार के आरोपों पर उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया और कहा कि एसडीपीओ ही इस बाबत कुछ कह पाएँगे, क्योंकि मामले की जाँच उन्हें ही सौंपी गई है।

अपडेट: बिहार के डीजीपी की जॉंच के बाद हम सूचनाओं को अपडेट कर रहे हैं। पीड़ित पिता इस दौरान कई बार अपने बयान से मुकरे हैं। लिहाजा उनकी ओर से किए गए सांप्रदायिक दावों को हम हटा रहे हैं। हमारा मकसद किसी संप्रदाय की भावनाओं का आहत करना नहीं था। केवल पीड़ित पक्ष की बातें सामने रखना था। इस क्रम में किसी की भावनाओं को ठेस पहुॅंची हो तो हमे खेद है।

बिहार के गोपालगंज जिले में रोहित जायसवाल नामक एक बच्चे की नदी से लाश मिली थी। रोहित के पिता राजेश का आरोप है कि उनके बेटे की हत्या की गई। इसकी शिकायत लेकर वे पुनिस के बाद गए तो थानाध्यक्ष ने कथित तौर पर उनसे अभद्र व्यवहार किया।

राजेश जायसवाल के अनुसार उन्होंने अपना गॉंव छोड़ दिया है। घटना बिहार के गोपालगंज स्थित कटेया के बेलाडीह (बेलहीडीह, पंचायत: बेलही खास) की है। राजेश जायसवाल पकौड़े बेच कर अपना गुजर-बसर करते था। उनका कहना है कि 28 मार्च 2020 को कुछ लड़के आए और उनके बच्चे को क्रिकेट खेलने के बहाने बुला कर ले गए।

बच्चे का गला दबा कर मार डाले जाने की बात कही जा रही है। इस हत्याकांड में 6 लोगों के शामिल होने के आरोप लगे हैं। पीड़ित परिवार और आरोपितों के बीच पहले से कोई कहासुनी हुई थी क्या? राजेश का कहना है कि उनका कभी किसी से कोई विवाद नहीं हुआ है।

ऑपइंडिया ने गोपालगंज के एसपी से बातचीत की, जिन्होंने बताया कि इस मामले में जाँच कर के कार्रवाई की जा चुकी है और एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है। पीड़ित परिवार के आरोपों पर उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया और कहा कि एसडीपीओ ही इस बाबत कुछ कह पाएँगे, क्योंकि मामले की जाँच उन्हें ही सौंपी गई है। हथुआ एसडीपीओ ने व्यस्तता का हवाला देते हुए इस सम्बन्ध में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

राजेश जब पुलिस के पास अपनी शिकायत लेकर पहली बार गए थे, तब थानाध्यक्ष अश्विनी तिवारी कथित तौर पर रिपोर्ट लिखने में आनाकानी कर रहे थे। राजेश का आरोप है कि पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी अपने मन मुताबिक बनवाई। बच्चे के मृत शरीर को 2-3 मिनट के लिए अंदर ले जाया गया और पोस्टमॉर्टम कर लिए जाने की बात कही गई।

बाद में राजेश अपनी पत्नी को लेकर थाना गए थे। जहाँ पर थानाध्यक्ष अश्विनी तिवारी ने उन्हें कथित तौर पर गन्दी-गन्दी गालियाँ दी। ये

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

अनुपम कुमार सिंह
अनुपम कुमार सिंहhttp://anupamkrsin.wordpress.com
चम्पारण से. हमेशा राइट. भारतीय इतिहास, राजनीति और संस्कृति की समझ. बीआईटी मेसरा से कंप्यूटर साइंस में स्नातक.

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

माली और नाई के बेटे जीत रहे पदक, दिहाड़ी मजदूर की बेटी कर रही ओलम्पिक की तैयारी: गोल्ड मेडल जीतने वाले UP के बच्चों...

10 साल से छोटी एक गोल्ड-मेडलिस्ट बच्ची के पिता परचून की दुकान चलाते हैं। वहीं एक अन्य जिम्नास्ट बच्ची के पिता प्राइवेट कम्पनी में काम करते हैं।

कॉन्ग्रेसी दानिश अली ने बुलाए AAP , सपा, कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ता… सबकी आपसे में हो गई फैटम-फैट: लोग बोले- ये चलाएँगे सरकार!

इंडी गठबंधन द्वारा उतारे गए प्रत्याशी दानिश अली की जनसभा में कॉन्ग्रेस और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe