बिहार के मधुबनी जिले के हरलाखी थानांतर्गत ग्राम नहरनियाँ से गायब हुई 14 वर्षीय नाबालिग अब अपने परिवार के पास पहुँच चुकी है। उसकी बरामदगी बिहार पुलिस ने अहमदाबाद से कुछ दिन पहले ही की थी और साथ ही आरोपित शब्बीर (पिछली शिकायत में नाम साबिर है) को भी गिरफ्तार किया था। परिजनों के अनुसार, प्रशासन ने लड़की को उन्हें 15 सितंबर को सौंपा। इससे पहले उसका बयान कोर्ट में दर्ज किया गया।
कोर्ट में दिए बयान में लड़की ने सारी आपबीती बताई। इसकी एक कॉपी ऑपइंडिया के पास भी है। पीड़िता ने बताया कि 20 अगस्त 2020 को शाम 6:30 बजे जब वह शौच करने के लिए गई तभी शब्बीर ने पीछे से उसका मुँह पकड़ लिया और उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया। फिर उसे दिल्ली ले गए। उसके बाद गुजरात ले गया। गुजरात पहुँचकर उसे मालूम हुआ कि शब्बीर के साथ और लोग भी थे।
हालाँकि, बेहोश हालत में होने के कारण पीड़िता किसी को पहचान नहीं पाई। जब उसने उनका विरोध किया तो उसे चुप रहने की धमकी दी गई और कहा गया, “तुम्हारे घरवालों को भी निपटा देंगे।” बयान में लड़की ने अपने साथ ‘गलत काम’ होने की बात कही है। उसने कहा है, “मेरे साथ बबलू उर्फ शब्बीर ने गलत काम किया और मेरे शरीर का कपड़ा खोल दिया एवं लगातार गलत काम करता रहा। मैं विरोध करती तो जबरदस्ती मेरे साथ गलत करता।”
पीड़िता के घर लौटने के बाद ऑपइंडिया ने उससे और उसके परिजनों से बात की। पीड़िता ने बयान में लिखी बातों को दोहराते हुए बताया कि अहमदाबाद ले जाने के समय उसे धमका दिया गया था। वहीं, लड़की के भाई ने बताया कि शब्बीर (साबिर) ने उनकी बहन को अगवा कर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया और भगवान का नाम लेने से भी मना किया।
पीड़िता के भाई की मानें तो शब्बीर उनकी बहन को कहता था भगवान का नाम मत लिया करो। यह गुनाह होता है। अल्लाह का नाम लिया करो। वह बताते हैं कि शब्बीर उनकी बहन से धर्म परिवर्तन और शादी के लिए दबाव बनाता था, लेकिन उनका मानना है कि शादी वगैरह सब झूठी बातें हैं, और वह उनकी बहन को बेचने के इरादे से ही ले गया था।
बता दें, पुलिस ने इस मामले में शब्बीर के साथ उसके एक साथी को भी गिरफ्तार किया है। इसके अलावा लड़की ने बरामद होने के बाद एक मुर्तजा नाम के लड़के का नाम भी पुलिस को बताया है। उसका कहना है कि शब्बीर के कुकर्म में वह भी शामिल था।
उल्लेखनीय है कि इस पूरे किडनैपिंग मामले पर एनसीपीसीआर ने पिछले दिनों संज्ञान लिया था। उससे पहले इस मामले को क्षेत्र विधायक सुधांशु शेखर के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने दायर किया था। परिवार ने शिकायत में बताया था कि 20 अगस्त को नाबालिग अपने घर से शौच के लिए बाहर निकली थी। इसके बाद वह लापता हो गई। घरवालों ने उसके अपहरण का आरोप गाँव में ही रहने वाले दूसरे समुदाय के शब्बीर पर लगाया था। पीड़ित पक्ष का ये भी कहना था कि जब वह शब्बीर के घर पर अपनी बेटी का पता पूछने गए तो उन्हें लड़की के बारे में बताने की बजाय ये कहा गया कि तुम्हारे बेटी का धर्म परिवर्तन करवाने के लिए ले गए हैं।
इस संबंध में 23 अगस्त को लड़की के घरवालों ने शिकायत दर्ज करवाई थी और 26 अगस्त को इस मामले पर एफआईआर हुई थी। लड़की के पिता ने अपनी शिकायत में कहा था कि जब वह लोग अपनी लड़की के बारे में पूछने शब्बीर के घर गए तो उन्हें कहा गया, “तुमको जो ताकत लगाना है लगाओ। हमने तैयारी कर ली है। तुम्हारी लड़की का धर्मांतरण कर देंगे। तुम्हारी औकात नहीं है कि तुम हम सबका कुछ कर सको। मेरे घर से चले जाओ नहीं तो मारकर फेंक देंगे।“