बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से लेकर यूपी पुलिस बांदा के लिए रवाना हो गई है। मंगलवार (अप्रैल 6, 2021) सुबह यूपी पुलिस की टीम रोपड़ जेल पहुँची। यहाँ जेल अधिकारियों ने कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार अंसारी को यूपी पुलिस की कस्टडी में सौंप दिया। तकरीबन दो बजे यूपी पुलिस की टीम मुख्तार को लेकर रोपड़ जेल के गेट नंबर 2 से बाहर निकली। जेल से बाहर निकलते हुए मुख्तार अंसारी एंबुलेंस में बैठा नजर आया। मीडिया की टीमें भी कवरेज के लिए काफिले के पीछे लगी हुईं हैं।
Punjab: A team of UP Police leaves from Rupnagar jail with gangster-turned-politician Mukhtar Ansari, for Banda.
— ANI (@ANI) April 6, 2021
On March 26th, Supreme Court ordered the transfer of the BSP MLA to jail in UP from Punjab to face trials there. pic.twitter.com/QjsUTFNruW
इस रूट से लाया जा रहा बांदा
तकरीबन 900 किलोमीटर के सफर में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से बागपत होते हुए उसे लाया जा रहा है। इसके बाद यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते इटावा और औरैया होते हुए उसे बांदा जेल लाया जाएगा। एक प्लाटून पीएसी, 10 गाड़ियों, वज्र वाहन और एंबुलेंस के काफिले के साथ यूपी पुलिस उसे बांदा ला रही है। इस बीच मुख्तार की पत्नी ने सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील की है। उधर मुख्तार के बड़े भाई और गाजीपुर से बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी मीडिया से बातचीत में बिफर पड़े। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुख्तार की यूपी जेल में शिफ्टिंग हो रही है।
याचिका में विकास दुबे एनकाउंटर का जिक्र
मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शा अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। पंजाब के रोपड़ से यूपी लाते समय उन्होंने मुख्तार की जान को खतरा जताया है। इस याचिका में विकास दुबे एनकाउंटर का जिक्र करते हुए कहा गया है कि शिफ्टिंग के दौरान मुख्तार की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए। मुख्तार की पत्नी ने याचिका में कहा है कि उन्हें इस बात का डर है कि कहीं फर्जी एनकाउंटर ना कर दिया जाए।
बता दें कि उज्जैन से कानपुर लाते वक्त कानपुर से थोड़ा पहले विकास दुबे जिस गाड़ी में था, वह पलट गई थी। पुलिस का कहना था कि उसने हथियार छीनकर फायरिंग की कोशिश की और जवाबी कार्रवाई में गोली चलानी पड़ी थी। मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शा अंसारी ने अंदेशा जताया है कि उनके पति की फर्जी एनकाउंटर में हत्या की जा सकती है। उन्होंने कोर्ट से मुख्तार अंसारी की सुरक्षा और निष्पक्ष ट्रायल सुनिश्चित करने की माँग की है।
फेक एनकाउंटर की आशंका जताते हुए मुख्तार अंसारी की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में अपने पति की सुरक्षा की गुहार लगाई है। अफ्शा अंसारी को अंदेशा है कि पंजाब की जेल से बांदा लाते वक्त रास्ते में फर्जी मुठभेड़ की आड़ में उनके शौहर की हत्या की जा सकती है। मुख्तार की पत्नी ने अपनी याचिका में रोपड़ से बांदा लाते वक्त के पूरे सफर की वीडियोग्राफी की भी माँग की है।
मीडिया से अफजाल अंसारी की बहस
मुख्तार अंसारी को लेकर मीडिया ने जब अफजाल से सवाल पूछा तो वह झल्ला गए। अफजाल ने कहा, “मुख्तार अंसारी, मुख्तार अंसारी, मुख्तार अंसारी… बस यही मुद्दा है देश में। जो पेट में है उसे भी मुँह में ऊँगली डालकर बाहर निकाल लो।” इससे पहले अफजाल ने यूपी लाते वक्त मुख्तार के एनकाउंटर का अंदेशा जताते हुए योगी सरकार को घेरा था।
मुख्तार के लिए 10 गाड़ियों का काफिला
माफिया मुख्तार अंसारी को यूपी लाने के लिए करीब 100 लोगों की पुलिस टीम पंजाब के रोपड़ गई थी। 10 गाड़ियों के काफिले में पुलिस और पीएसी के जवानों के अलावा डॉक्टर भी शामिल हैं। उधर, यूपी पुलिस ने मुख्तार की वापसी के साथ उस पर शिकंजा और कसने की तैयारी तेज कर दी है। मुख्तार के खिलाफ चल रहे मुकदमों का ट्रायल और तेजी से करवाया जाएगा।
मुख्तार के खिलाफ अभी 15 मामले अंडरट्रायल
एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि मुख्तार के खिलाफ प्रदेश भर में 52 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें 15 मामले विचाराधीन हैं। इन मुकदमों में तेज और प्रभावी पैरवी के जरिए मुख्तार को कड़ी सजा दिलवाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्तार को रूल्स फॉर गार्ड्स ऐंड स्कॉर्ट्स (1970) के प्रावधानों के तहत स्थापित प्रोटोकॉल और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के क्रम में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के साथ यूपी लाया जाएगा।
‘कॉन्ग्रेस बचा रही मुख्तार को’
यूपी के कैबिनेट मंत्री और सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने पंजाब सरकार पर मुख्तार को बचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस सरकार के संरक्षण में मुख्तार को जेल में सभी सुविधाएँ दी जा रही थी। मुख्तार को निजी एम्बुलेंस भी पंजाब की कॉन्ग्रेस सरकार ने ही उपलब्ध करवाई थी। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को अपराधी में भी सांप्रदायिकता दिखती है।
सुप्रीम कोर्ट ने दिया था शिफ्ट करने का आदेश
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को पंजाब की जेल से यूपी की बांदा जेल भेजने का आदेश दिया था। न्यायमूर्ति अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पीठ ने निर्देश दिया था कि अंसारी को दो सप्ताह के भीतर यूपी को सौंप दिया जाए और फिर बांदा जेल में रखा जाए। शीर्ष अदालत ने यूपी सरकार की याचिका पर यह निर्णय दिया। याचिका में अंसारी को पंजाब से यूपी जेल में स्थानांतरित करने की माँग की गई थी।