Tuesday, September 10, 2024
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जिस नवाब सिंह यादव से सपा ने झाड़ा पल्ला, कन्नौज में अखिलेश यादव के साथ उसकी तस्वीरों वाले होर्डिंग: रिपोर्ट में बताया- पीड़िता पर बयान बदलने का बनाया दबाव

नवाब सिंह की गिरफ्तारी के माहज 24 घंटे के अंदर समाजवादी पार्टी ने उनसे पल्ला झाड़ लिया था। सपा के कन्नौज जिलाध्यक्ष ने पत्र जारी कर नवाब सिंह को पार्टी विरोधी बताया था। लेकिन कन्नौज के स्थानीय निवासियों के गले यह बात उतर नहीं रही है।

नाबालिग से रेप की कोशिश के आरोप में नवाब सिंह यादव की गिरफ्तारी होते ही समाजवादी पार्टी ने उससे पल्ला झाड़ने की कोशिश की थी। लेकिन दैनिक भास्कर ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में बताया है कि कन्नौज में आज भी अखिलेश यादव के साथ नवाब सिंह यादव की तस्वीरों वाले होर्डिंग लगे हुए हैं। इतना ही नहीं उसने अपने रसूख का इस्तेमाल कर पीड़िता पर बयान बदलने का दबाव भी डाला था।

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के इस मामले में रविवार (11 अगस्त 2024) को नवाब सिंह यादव को गिरफ्तार किया गया था। उसकी पहचान समाजवादी पार्टी के नेता का तौर पर रही है। लेकिन सपा ने केस दर्ज होने के महज 24 घंटों में उससे पल्ला झाड़ लिया था। लेकिन एक मीडिया संस्थान की ग्राउंड रिपोर्ट में निकल कर सामने आया है कि जिस कॉलेज में रेप की कोशिश का आरोप नवाब सिंह यादव पर है, उसका भी उद्घाटन अखिलेश यादव ने ही किया था।

दैनिक भास्कर ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में बताया है कि घटना की शिकायत के बाद नवाब सिंह ने अपने रसूख का इस्तेमाल कर पीड़िता का 24 घंटे मेडिकल नहीं होने दिया। कहा यह भी जा रहा है कि नवाब सिंह लगभग 200 अलग-अलग लोगों की नौकरियाँ लगवा चुका है। नवाब सिंह के रुतबे को देखते हुए ही बड़ी संख्या में पुलिस बल घटनास्थल पर भेजा गया था। रिपोर्ट में बताया गया है कि जब पुलिस पहुँची तब पीड़िता डरी-सहमी थी। कॉल डिटेल में सामने आया है कि घटना के दिन नवाब सिंह की पीड़िता की बुआ से फोन पर 20 बार बात हुई थी।

बताते चलें कि गिरफ्तारी के समय एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें पीड़िता की बुआ नवाब सिंह से 8000 रुपए का जिक्र कर रही थी। वीडियो में वो बोलीं, “8000 में ले कर आए हैं।” पीड़िता की बुआ और नवाब सिंह दोनों एक-दूसरे को पहले से जानते थे, लेकिन पुलिस को देखते ही दोनों सकपका गए थे। पुलिस के बार-बार पूछने पर दोनों अपने रिश्ते के बारे में नहीं बता सके थे।

रिपोर्ट में बताया गया है कि कई लोगों इस मामले में इसलिए चुप हैं क्योंकि उन्हें डर है कि जेल से निकलने के बाद नवाब सिंह यादव उनका जीना मुहाल कर देगा। कुछ स्थानीय लोगों ने तो पीड़िता की बुआ पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आधी रात में महिला के अपनी भतीजी के साथ कॉलेज में आने की घटना को संदिग्ध बताया है। कॉलेज के प्रिंसिपल के मुताबिक पुलिस वहाँ लगे CCTV फुटेज को खंगालने के लिए DVR अपने साथ ले गई है। पुलिस ने बताया कि मामले की जाँच और कार्रवाई पूरी निष्पक्षता से चल रही है।

होर्डिंग में अखिलेश यादव के साथ नवाब सिंह यादव

बताते चलें कि नवाब सिंह की गिरफ्तारी के माहज 24 घंटे के अंदर समाजवादी पार्टी ने उनसे पल्ला झाड़ लिया था। सपा के कन्नौज जिलाध्यक्ष ने पत्र जारी कर नवाब सिंह को पार्टी विरोधी बताया था। लेकिन कन्नौज के स्थानीय निवासियों के गले यह बात उतर नहीं रही है। आज भी कन्नौज के चौराहों पर नवाब सिंह की होर्डिंग्स लगी है। इन होर्डिंग्स में अखिलेश यादव सहित समाजवादी पार्टी के तमाम बड़े नेताओं की भी तस्वीरें लगी रहती हैं। सबसे ताजा होर्डिंग तो रक्षाबंधन की बधाई देते हुए लगाई गई है।

कन्नौज में समाजवादी पार्टी कार्यालय के स्टाफ श्याम सुंदर यादव ने भास्कर को बताया कि भले उनके (नवाब) के पास पद नहीं था, लेकिन वो हमेशा सक्रिय हो कर प्रचार किया करते थे। श्याम सुंदर का यह भी दावा है कि नवाब सिंह यादव पार्टी को फंडिंग भी करते थे। नवाब सिंह के कॉलेज में बने कार्यालय में भी मुलायम सिंह यादव की बड़ी सी तस्वीर लगी रहती है। बताया जा रहा है कि यहीं से नवाब सिंह यादव अपनी राजनैतिक गतिविधियाँ भी चलाता था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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