जेएनयू में रविवार को पेरियार हॉस्टल के भीतर घुसकर छात्रों के साथ हुई हिंसा के बाद विश्वविद्यालय के बाहर काफी बवाल हुआ। सोशल मीडिया पर लोगों से फौरन अपना विरोध दर्ज कराने के लिए घटनास्थल पर पहुँचने की अपीलें की गईं और देखते ही देखते बड़ी तादाद में लोग यहाँ इकट्ठा हो गए। इस घटना के बाद कई सौ की तादाद में लोगों ने जेएनयू के बाहर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस बीच कई मीडियाकर्मी भी वहाँ रिपोर्ट करने पहुँचे। लेकिन, इसी दौरान रिपब्लिक भारत के रिपोर्टर पीयूष मिश्रा को देखकर जेएनयू का एक प्रदर्शनकारी भड़क गया और उनसे गाली गलौच पर उतर आया।
सोशल मीडिया पर अपनी रिपोर्टिंग की वीडियो जारी करते हुए पीयूष ने अपने साथ हुए वाकये पर सबका ध्यान आकर्षित करवाया। उन्होंने अपने ट्वीट पर लिखा,”जेएनयू के बाहर, भारी तादाद में मौजूद पुलिस फोर्स के बीच, रिपोर्टिंग करते हुए इस प्रकार एक जेएनयू प्रदर्शनकारी ने मुझसे दुर्व्यवहार किया, गाली-गलौच की। इस दौरान किसी पुलिस कर्मी ने इन गुंडों को नहीं रोका।”
This is how a JNU protestor misbehaved, abused and heckled me while I was reporting outside JNU and that also in presence of massive @DelhiPolice personnel. No police personnel stopped these goons. Expect an unexpected condemnation by @IndEditorsGuild #JNUViolence pic.twitter.com/cS1v6RTryP
— Piyush Mishra (@Piyush_mi) January 5, 2020
पीषूष ने अपने साथ हुई बदसलूकी पर एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया को टैग किया और लिखा कि उन्हें एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया से अनेपक्षित निंदा की अपेक्षा है।
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर कल की घटना के बाद जेएनयू के प्रदर्शनकारियों को लेकर एक अलग ही माहौल बना हुआ है। पीयूष मिश्रा से बदसलूकी पर लोगों का पूछना है कि क्या ड्यूटी कर रहे मीडियाकर्मी से गुंडागर्दी जायज है? वहीं, कुछ का कहना है कि क्या जिसने पीयूष के साथ इस तरह सलूक किया उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए, ऐसे लोग विरोध के नाम पर विद्रोह करते हैं।
मीडिया पर्सन से ऐसा व्यवहार नहीं चलेगा.जिस आदमी ने पियूष को धक्का दिया उसे तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए,ऐसे लोग विरोध केनाम पर विद्रोह करते है.आज अगर पत्रकार जन चुप रहे तो ये आपके साथ भी हो सकता है @Republic_Bharat @pankajjha_ @brajeshlive @pranaybharat @Shailja_Dadhich
— Rajiv R.D. (@rajeeRD) January 6, 2020
यहाँ बता दें कि सोशल मीडिया पर वामपंथी गिरोह के लोगों द्वारा रिपब्लिक टीवी को केंद्र सरकार का गुणगान करने वाले चैनल के रूप में प्रदर्शित किया जाता है। ऐसे में इस चैनल के रिपोर्टर को देखकर जेएनयू प्रदर्शनकारी के शब्द, उसकी बदसलूकी साफ दर्शाती है कि ये गाली वो सिर्फ़ पीयूष मिश्रा को नहीं दे रहा बल्कि केंद्र सरकार और उसके समर्थन में बोलने वाले लोगों को दे रहा है। जिनकी उपस्थिति से भी जेएनयू वालों को गुरेज है और जिन्हें देखकर उन्हें डर है कि उनके द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन का कोई दूसरा एंगल दर्शक तक न पहुँच जाए।
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