उत्तर प्रदेश के संभल में अवैध कब्जे को लेकर प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। अब जिला प्रशासन ने संभल में मस्जिद के बगल में बनी अवैध दुकानों को तोड़ने का आदेश दिया है। इनमें से एक दुकान को तोड़ भी दिया गया है। यह कार्रवाई एक पुराने कुँए की खुदाई के दौरान की गई। यह भी सामने आया है कि दुकानें तो सरकारी जमीन पर बनी हैं लेकिन इनका किराया मस्जिद कमिटी वसूला करती थी। इनको 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संभल कोतवाली के सामने बनी मस्जिद के कुँए की खुदाई के दौरान डीएम राजेन्द्र पैंसिया को आसपास अतिक्रमण दिखाई पड़ा। उन्होंने रविवार (12 जनवरी, 2024) को इस संबंध में पूछताछ की तो पता चला कि यहाँ पर बनी 12 दुकानें अवैध हैं। इनमें से एक दुकान को तुरंत ही तोड़ दिया गया। इसके अलावा बाकी 11 दुकानों को भी अल्टीमेटम दिया गया। SDM वंदना मिश्रा ने बताया कि यह दुकानें सड़क पर कब्जा करके बनाई गई थीं और पैमाइश में यह अवैध निकलीं।
दुकानदार इससे सम्बन्धित कोई कागज भी नहीं दिखा पाए। संभल SDM वंदना मिश्रा ने इसके बाद दुकानदारों के साथ बैठक की। दुकानदारों को अल्टीमेटम दिया गया कि वह 24 घंटे के भीतर यह अतिक्रमण हटा लें वरना प्रशासन बुलडोजर कार्रवाई करके सभी दुकानें तोड़ देगा। यह भी सामने आया कि दुकानें जहाँ सरकारी जमीन पर कब्जा करके बनाई गई थीं तो वहीं इनका किराया मस्जिद कमिटी वसूलती थी। कुछ दुकानदारों ने इसके बाद सामान खाली करना चालू कर दिया है।
वहीं जिस कुँए की खुदाई हो रही थी, उस पर अभी और काम होगा। संभल में लगातार सामने आ रहे तीर्थ और कूपों के संरक्षण के लिए अब प्रशासन ने एक समिति का गठन भी कर दिया है। संभल में धार्मिक पर्यटन और संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कल्कि देव तीर्थ समिति का गठन किया गया है। इस समिति के मुखिया जिले के डीएम राजेन्द्र पैंसिया और सह अध्यक्ष एसपी कृष्ण बिश्नोई को बनाया गया है। इसके अलावा इसमें कई संत और शहर के गणमान्य व्यक्ति शामिल किए गए हैं।
डीएम ने इस बैठक में जानकारी दी है कि संभल में 68 तीर्थ में से 34 को चिन्हित कर लिया गया है और उन पर काम हो रहा है। इसी बैठक में इस समिति और पतंजलि समूह के बीच एक MoU पर हस्ताक्षर हुए हैं। इससे पहले संभल में कई तीर्थों की खुदाई और उन्हें संवारने का काम चालू भी हो चुका है जिनमें चंदौसी की बावड़ी प्रमुख है।