Thursday, May 22, 2025
Homeदेश-समाजमहरौली के जंगलों में मिली हड्डियाँ श्रद्धा की, पिता के DNA सैंपल से हुआ...

महरौली के जंगलों में मिली हड्डियाँ श्रद्धा की, पिता के DNA सैंपल से हुआ मिलान: दिल्ली को पुलिस को नार्को रिपोर्ट का है इंतजार, सिर-मोबाइल की अभी है तलाश

पुलिस का कहना है कि CFSL की दो रिपोर्ट और पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट जाँच में बेहद मददगार साबित होगी। वहीं, महरौली के जंगलों में कुछ कपड़े भी मिले थे, जिनकी जाँच के लिए फोरेंसिक विभाग को भेजा गया गया है। हालाँकि, श्रद्धा का सिर, मोबाइल और कपड़ों की अभी भी पुलिस तलाश कर रही है।

दिल्ली के महरौली में श्रद्धा वालकर (Shraddha Walkar) की हत्या के मामले में बरामद की गई हड्डियों का मिलान हो गया है। ये हड्डियाँ श्रद्धा की ही हैं। DNA जाँच में इसकी पुष्टि हुई है। बरामद हड्डियों में एक मानव जबड़ा भी शामिल है।

दिल्ली पुलिस स्पेशल कमिश्नर सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि जिन हड्डियों का मिलान श्रद्धा के पिता के DNA से हुआ है उसे पुलिस टीम पोस्टमार्टम के लिए भेजेगी। इन हड्डियों का पोस्टमार्टम दिल्ली के AIIMS में किया जाएगा।

इतना ही नहीं, आफताब के महरौली स्थित फ्लैट में पुलिस ने खून के निशान भी पाए थे। फ्लैट के बाथरूम और किचन से मिले खून श्रद्धा के ही हैं। श्रद्धा के पिता के DNA सैंपल से इनका भी मिलान हो गया है। अब जाँच टीम को नार्को रिपोर्ट का इंतजार है। दिल्ली पुलिस को DNA और पॉलीग्राफ जाँच की रिपोर्ट मिल गई है।

बता दें कि श्रद्धा की हत्या के आरोपित और उसके लिव-इन पार्टनर रहे आफताब ने पुलिस पूछताछ में बताया कि श्रद्धा की हत्या करने के बाद उसने शव को 35 टुकड़ों में काट दिया था। इसके बाद उन टुकड़ों को उसने महरौली के जंगलों में फेंक दिया था।

आरोपित आफताब के बताए गए स्थान पर दिल्ली पुलिस की कई टीम ने लगातार खोजबीन की थी। कई दिनों की थकाऊ खोजबीन में कुछ मानव हड्डियों के टुकड़े मिले थे। इनमें जबड़ा और जाँघ की हड्डी शामिल थी। बाद में इसे जाँच के लिए भेज दिया गया था।

पुलिस का कहना है कि CFSL की दो रिपोर्ट और पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट जाँच में बेहद मददगार साबित होगी। वहीं, महरौली के जंगलों में कुछ कपड़े भी मिले थे, जिनकी जाँच के लिए फोरेंसिक विभाग को भेजा गया गया है।

हालाँकि, श्रद्धा का सिर, मोबाइल और उसके कपड़ों की तलाश अभी भी पुलिस को है। इस मामले में आरोपित आफताब पुलिस को कोई भी पुख्ता जानकारी नहीं दे रहा है। इस वजह से पुलिस इन्हें बरामद करने में नाकाम रही है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

सारे कपड़े जला दिए ताकि बदन न ढक सके औरतें, घरों के पानी के कनेक्शन काटे ताकि आग न बुझा सके: मुर्शिदाबाद में कुल्हाड़ी...

मुर्शिदाबाद में हिंदुओं के घर में रखे सभी कपड़ों को जला दिया गया, ताकि घर की महिलाओं के पास अपने शरीर को ढकने के लिए कुछ भी न बचे।

‘कानून व्यवस्था के लिए खतरा है धर्मांतरण, पीड़ित की शिकायत के बिना भी एक्शन ले सकती है सरकार’: इलाहाबाद हाई कोर्ट, लालच देकर दुर्गा...

कोर्ट ने माना कि FIR और गवाहों के बयान ऐसे अपराध को दर्शाते हैं, जिनकी जाँच जरूरी है। इसलिए कोर्ट ने जाँच में दखल देने से इनकार कर दिया।
- विज्ञापन -