उत्तरप्रदेश के सहारनपुर में देवबंद के मोहल्ला पठानपुरा में लॉकडाउन का पालन कराने गई पुलिस पर हमले की घटना सामने आई है। हमले में 1 होमगार्ड समेत 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
इस मामले के संबंध में पुलिस ने सभासद और उसके 2 पुत्रों समेत 50 अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि घटना के समय मौजूद भीड़ ने पुलिसकर्मियों के बचाव में गई फोर्स पर भी पथराव किया। बड़ी मशक्कत कर पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करना पड़ा।
एसएसपी दिनेश कुमार ने इस संबंध में बताया, “गुरुवार की रात होमगार्ड व एक पुलिसकर्मी मोहल्ला पठानपुरा में गश्त पर गए थे। वहाँ सभासद व उसका पुत्र भीड़ के साथ खड़े थे। पुलिसकर्मियों ने जब उन्हें लॉकडाउन का पालन करने के लिए कहा तो उन्होंने पुलिसकर्मियों पर हमला करते हुए उनकी बाइक छीनने का प्रयास किया और मारपीट भी की। पूरे प्रकरण में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, पठानपुरा में कल रात दो पुलिसकर्मी दीपक चौधरी और विकास कुमार बाइक पर गश्त कर रहे थे। इस दौरान उन्हें वहाँ कुछ युवक खड़े दिखाई दिए। उन्होंने उन युवकों से घर जाने को कहा। लेकिन पुलिस की बात मानने की बजाय वे लोग उनसे बहस करने लगे। देखते ही देखते मामला बढ़ गया और वहाँ मौजूद भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। इस दौरान पुलिस वालों की बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई।
हमले की खबर मिलते ही प्रभारी निरीक्षक यज्ञ दत्त शर्मा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे और भीड़ को समझाने का प्रयास किया। लेकिन स्थिति बिगड़ गई। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज करके किसी तरह लोगों को उनके घरों में घुसाया और हालात पर काबू पाया।
इधर पूर्व विधायक माविया अली व पालिका चेयरमैन जिऊद्दीन अंसारी और उनके पुत्र जमाल अंसारी मौके पर पहुँचे। उन्होंने हंगामा कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।
लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी रोजाना उन्हें परेशान व मारपीट करते है। गुरुवार को भी पुलिसकर्मियों ने जब महिलाओं के साथ मारपीट की तो उन्होंने इसका विरोध किया।
हालाँकि, बता दें, पुलिस अधिकारी ने इन आरोपों को निराधार बताया है। रेलवे रोड चौकी प्रभारी रोबिन मलिक ने पुलिस पर हुए हमले के मामले में पठानपुरा निवासी सभासद मजाहिर हसन उर्फ भोला, उसके पुत्र मो. जाकिर और आरिफ समेत अन्य 50 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
पुलिस अधिकारी यगदत्त शर्मा ने बताया कि एक आरोपित को हिरासत में लिया गया है। पुलिसकर्मियों पर अभद्रता के लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। दीपक, कुलदीप, कमल व होमगार्ड विकास चंद्र घायल हुए हैं। जिनका जिला चिकित्सालय में उपचार कराया जा रहा है।
गौरतलब है कि इस मामले को लेकर क्षेत्र में राजनीति शुरू हो गई है। खबर है कि सपा, बसपा और कॉन्ग्रेस ने पुलिस प्रशासन पर एक वर्ग के लोगों को जानबूझकर परेशान करने का आरोप लगाया है।
ज्ञात हो कि लॉकडाउन में पुलिसकर्मियों पर हमले की घटनाएँ कई जगह से सामने आई हैं। हाल की बात करें तो मुंबई के कुर्ला में लॉकडाउन का पालन कराने गई पुलिस टीम पर समुदाय विशेष की भीड़ ने हमला किया था। इसी प्रकार हावड़ा में भी पुलिस पर हमला किया गया था और अलीगढ़ में भी लोगों ने लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए ईंट-पत्थर फेंके थे।