Friday, December 13, 2024
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नूहं में सब-इंस्पेक्टर हकीमुद्दीन की हार्ट अटैक से मौत, जलाभिषेक यात्रा में थी ड्यूटी: 12 पैरा-मिलिट्री कंपनियाँ, पुलिस की 28 टीमें और 8 DSP थे तैनात

पुलिस ने इसके बाद शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। नगीना थाने में हकीमुद्दीन को एडिशनल SHO का प्रभार सौंपा गया था।

हरियाणा के नूँह में सोमवार (28 अगस्त, 2023) को अधूरी जलाभिषेक यात्रा पूरा करने का ऐलान किया गया था। इस दौरान VHP नेताओं ने साधु-संतों के साथ नल्हड़ स्थित मंदिर में जाकर जलाभिषेक किया। हालाँकि, पुलिस ने यात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी और कई साधु-संत सड़क पर रोके जाने के बाद अनशन पर ही बैठ गए। वहीं सुरक्षा व्यवस्था में तैनात एक सब-इंस्पेक्टर की हार्ट अटैक के कारण मौत हो गई। ‘सर्व जातीय हिन्दू महापंचायत’ को लेकर पुलिस बलों की तैनाती बढ़ा दी गई थी।

मृत पुलिस अधिकारी की पहचान हकीमुद्दीन के रूप में हुई है। 47 वर्षीय हकीमुद्दीन हरियाणा के पलवल जिले के उतावर गाँव के रहने वाले थे। उन्हें मेवात के बड़कली चौक इलाके में तैनात किया गया था। दोपहर के करीब साढ़े 12 बजे उन्हें अचानक से बेचैनी महसूस होने लगी। उन्हें तुरंत एक नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उन्हें इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया गया। नगीना पुलिस थाने के इंसेप्क्टर रतन राल ने ये जानकारी दी है।

पुलिस ने इसके बाद शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। नगीना थाने में हकीमुद्दीन को एडिशनल SHO का प्रभार सौंपा गया था। उनके परिवार में उनकी बीवी के अलावा 2 बेटे और एक बेटी भी है। वो करीब 18 वर्ष की उम्र में ही पुलिस में भर्ती हो गए थे। उन्हें RAF के जवानों के साथ आज तैनात किया गया था। नगीना थाने के पुलिसकर्मियों का कहना है कि वो काम के प्रति सजग रहते थे और मामलों की बारीकी से जाँच कर के पीड़ितों को न्याय दिलाते थे।

उधर दिन खत्म होते ही पुलिस ने राहत की साँस ली है। हालाँकि, हिन्दू नेताओं ने कहा है कि अगर पिछली जलाभिषेक यात्रा के दिन सुरक्षा व्यवस्था इसकी आधी भी होती तो हिन्दुओं पर हमले नहीं होते। सरकारी कार्यालयों में भी सन्नाटा रहा। अड़बर चौक से 3 गाड़ियों का काफिला रवाना हुआ, कुछ लोग बसों से पहुँचे। पहले पटौदी के स्वामी धर्मदेव मंदिर में लोग पहुँचे। इसके बाद नल्हड़ मंदिर, फिरोजपुर झिरका मंदिर और सिंगार शिव मंदिर में जलाभिषेक किया गया।

हालाँकि, पुलिस ने दूर से आए आम लोगों को जलाभिषेक की अनुमति नहीं दी और नूँह का आधार कार्ड जिसके पास था उन्हें ही जाने दिया गया। पुलिस का कहना है कि गाँवों में बनी शांति कमिटियों ने शांति बहाली में योगदान दिया। भाजपा नेता मोतीराम शर्मा सहित 95 हिरासत में लिए गए लोगों को छोड़ दिया गया है। पुलिस ने सोशल मीडिया से अफवाह न फ़ैलाने को कहा है। पैरामिलिट्री की 12 कंपनियाँ और हरियाणा पुलिस की 28 टीमें इस दौरान नूँह में तैनात रहीं। 8 DSP और 3 IPS अधिकारियों को लगाया गया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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