गोरखपुर के रामगढ़ताल इलाके में 31 दिसंबर 2024 एक किशोरी से हुए सामूहिक दुष्कर्म के बाद पुलिस जाँच में एक सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ था। इसके बाद कई किशोरियाँ सामने आईं। इस मामले में 10 जनवरी को शाहपुर थाने में कैंपियरगंज की किशोरी ने और 13 जनवरी को देवरिया की किशोरी ने केस दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले की जाँच की तो इस सिडिकेंट का परत दर परत खुलकर सामने आ गया। इसका मास्टरमाइंड रेशमा खान निकल कर सामने आई है।
दरअसल, गोरखपुर के गीता वाटिका में एक हुक्का बार में इन किशोरियों के साथ बलात्कार हुआ था। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने होटल के मालिक अनिरुद्ध ओझा, उसकी पत्नी रुचि ओझा, नितिन गौड़ और आदित्य मौर्या को गिरफ्तार कर लिया। अनिरुद्ध ओझा ने नितिन और आदित्य के साथ मिलकर 12 साल की किशोरी से सामूहिक बलात्कार किया था। किशोरी अपने सहेलियों के साथ वहाँ आई थी।
पुलिस ने इस हुक्का बार में जाँच की तो यहाँ से कई युवक-युवतियाँ पकड़ में आईँ। इसके साथ ही यहाँ मादक पदार्थों के सेवन की बात भी सामने आई। बाद में पुलिस ने तीनों आरोपितों को पकड़ लिया। बाद में हुक्का बार के मालिक अनिरुद्ध ओझा की पत्नी रुचि और उसके जीजा का नाम इस मामले में सामने आया। जाँच के दौरान यहाँ देह व्यापार का भी मामला सामने आया।
जाँच में यह भी सामने आया कि अनिरुद्ध ओझा का हुक्का बार बिना नक्शा पास कराए बिल्डिंग में चल रहा। पुलिस ने जाँच शुरू की तो देह व्यापार में शामिल कई दलालों के नाम भी सामने आए। पुलिस ने आरोपितों के मोबाइल की जाँच के बाद 30 जनवरी को तीन दलालों को गिरफ्तार कर लिया। ये लड़कियों को ब्लैकमेल कर होटलों में भेजते थे। बाद में एक नाम फ्लाइ इन
ये लोग नाबालिग लड़कियों को नौकरी का झाँसा देकर बुलाते थे और फिर दोस्ती करके पार्टी करते थे। उस दौरान उन्हें नशा देकर दुष्कर्म करते थे। फिर बाद में ब्लैकमेल करके उन्हें देह व्यापार में ढकेल देते थे। काम करने का उनका यही तरीका था। इस काम में रेशमा खान और उसकी सहयोगी मुस्कान और श्रेय शुक्ला शामिल थे। बाद में पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया तो इनका काम करने का तरीका देखकर पुलिस भी चौंक गई।
22 साल की रेशमा खान ही वो लड़की है जो दूसरी लड़कियों को बहलाकर उन्हें हुक्का बार और होटलों तक लाती थी और देह व्यापार में धकेलती थी। रेशमा खान हुक्का बार के मालिक अनिरुद्ध ओझा से जुड़ी थी। वहीं, मुस्कान और श्रेय शुक्ला शाहपुर स्थित जेनिस बॉटल रेस्टोरेंट के हुक्का बार में देह व्यापार से संबंधित ग्राहकों को तय कमरों में पहुँचाते थे। इसके बदले दोनों को रोजाना 700 रुपए मिलते थे।
बाद में एक चौथी लड़की ने अनिरुद्ध और उसकी पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया। लड़की ने आरोप लगाया कि अनिरुद्ध की पत्नी भी इसमें मदद करती थी। वह लड़कियों को देह व्यापार के लिए अलग-अलग जगहों पर लेकर जाती थी। इसके बदले में उसे 4000 रुपए दिए जाते थे। मना करने पर हत्या की धमकी दी जाती थी। इसमें एक नाम और जुटा होटल फ्लाई इन के मालिक अनुराग सिंह का।
पुलिस जाँच में पता कि रेशमा खान शाहपुर के गीता वाटिका स्थित ‘जेनिस बॉटल रेस्टोरेंट’ के हुक्का बार में सक्रिय थी। वह यहाँ आने वाली लड़कियों पर नजर रखती, उनकी परेशानियों और कमजोरियों को समझकर उन्हें जाल में फँसाती थी। उसने देह व्यापार का अपना एक नेटवर्क खड़ा कर लिया था, जो बेहद संगठित था। इस मामले में रेशमा खान सहित अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जाँच में यह बात सामने आई है कि रेशमा ने अब तक 300 लड़कियों को इस गंदे धंधे में धकेल चुकी है। वह नेटवर्क मार्केटिंग की तरह इस धंधे को ऑपरेट करती थी। वह जिस लड़की को देह व्यापार में धकेलती थी, उसके सामने यह प्रस्ताव रखती थी कि वह कोई दूसरी लड़की तो लाती है तो उसे कमीशन मिलेगा। इसके अलावा, वह लड़की जिस ग्राहक के पास जाएगी, उसका एक हिस्सा उसे मिलेगा।
धीरे-धीरे उसने इस धंधे को गोरखपुर के आसपास के जिलों में भी फैला दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, वह नौकरी दिलाने के लिए इंटरव्यू के बहाने लड़कियों को होटल में बुलाती थी। फिर नशा देकर उनका रेप करवाती थी। इस दौरान लड़कियों का अश्लील वीडियो बना लिया जाता था। जो लड़की देह व्यापार के लिए तैयार नहीं होती थी, उसे धमकी दी जाती थी कि उसकी अश्लील तस्वीर उसके परिवार को भेज दी जाएगी।
डर और शर्म-लाज से लड़कियाँ उसके चंगुल में फँस जाती थीं। फिर उनके सामने कमीशन की बात रखी जाती थी। जब गिरोह को ग्राहक नहीं मिलते थे तो लड़कियों पर ग्राहक लाने का दबाव डाला जाता था। उन्हें लालच दिया जाता था कि रिफरेंस से ग्राहक लाने पर 30 प्रतिशत कमीशन दिया जाएगा। लड़कियों की डिलिंग मोबाइल और व्हाट्सएप के जरिए होती थी और सुंदरता के आधार पर रेट तय होते थे।
रेशमा 14 साल की उम्र में इस धंधे में आ गई थी। वह 10वीं फेल है, लेकिन लग्जरी लाइफ जीती है। रेशमा खान का नेटवर्क गोरखपुर के अलावा देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, मऊ, बलिया, आजमगढ़, बस्ती, सिद्धार्थनगर के ज्यादातर होटलों तक है। वह रिसेप्शन पर बैठी महिलाओं के संपर्क में रहती थी। उनके जरिए ही ग्राहकों तक लड़कियाँ भेजती थीं।
रेशमा खान ने पूछताछ में बताया कि करीब 3 साल पहले वह जीनस बाटल रेस्टोरेंट के मालिक अनिरुद्ध ओझा के संपर्क में आई थी। इस रेस्टोरेंट में अनिरुद्ध हुक्का बार भी चलाता था। कहा जा रहा है कि वह ओझा के गिरोह का पहले शिकार बनी थी और बाद में खुद इसकी संचालक बन गई। इसके अलावा, रेशमा कुशीनगर की एक महिला से भी संपर्क में थी।
दैनिक भास्कर ने सोर्स के हवाले से लिखा है कि यही महिला रेशमा खान की मेंटर है। लड़कियों को फँसाने की शुरुआती ट्रेनिंग उसी ने दी है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और उसके मोबाइल में डिलीट किए गए डेटा को रिकवर करवा रही है। इसके साथ ही अन्य आरोपितों की तलाश भी की जा रही है। रेशमा गोरखपुर के चिलुआताल के फतेहपुर डिहवा गाँव की रहने वाली है।