मोदी सरकार ने अपने सालों पुराने वादे को पूरा करते हुए वक्फ संशोधन बिल पास करवाकर उसे लागू करवा दिया है। कट्टरपंथी मुस्लिम और ज्यादातर विपक्षी अभी भी इस सच्चाई को पचा नहीं पा रहे हैं। इसी बीच अहमदाबाद के राखियाल में मुस्लिम भीड़ वक्फ एक्ट के विरोध में सड़क पर उतर आई। हालाँकि, अहमदाबाद पुलिस की सतर्कता के चलते माहौल खराब होने से पहले ही उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
सोशल मीडिया साइट X के यूजर सागर पटोलिया द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो के अनुसार, मुस्लिमों ने अहमदाबाद के राखियाल में कलंदरी मस्जिद के पास सड़क को अवरुद्ध करके अव्यवस्था पैदा करने की कोशिश की। वीडियो में देखा जा सकता है कि मुस्लिम भीड़ ने मुख्य सड़क को पहले पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया और फिर सड़क पर नमाज पढ़ना शुरू कर दिया।
અમદાવાદમાં વકફ બીલનો વિરોધ શરૂ થાય એ પહેલાં જ પોલીસ દ્વારા પ્રદર્શનકારીઓની ધરપકડ કરી!#Ahemdabad pic.twitter.com/niT4EaPGPs
— Sagar Patoliya (@kathiyawadiii) April 11, 2025
यह भीड़ वक्फ अधिनियम का विरोध करने के लिए यहाँ एकत्र हुई थी और शुक्रवार के दिन जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन करने की योजना थी। हालाँकि, अहमदाबाद पुलिस ने समय रहते स्थिति का आकलन कर लिया और शुरुआत में सभी को हिरासत में ले लिया, ताकि स्थिति ना बिगड़े।
मोदी मस्जिदें छीन लेंगे – एक और झूठ
हिरासत अवधि का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें एक मुस्लिम व्यक्ति बार-बार झूठ फैलाकर मुस्लिमों को भड़काता हुआ नजर आ रहा है। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान का हवाला देते हुए कहा कि ये लोग मुस्लिमों की मस्जिदें और कब्रिस्तान छीन लेंगे।
वीडियो में वह मुस्लिम शख्स यह कहते सुनाई दे रहा है, “ये मोदी और अमित शाह कौन हैं? क्या यह उनके बाप का देश है? यह किसी के बाप की जागीर नहीं है।” फिलहाल अहमदाबाद पुलिस ने दंगाइयों को हिरासत में लेकर स्थिति पर नियंत्रण कर लिया है।
(यह रिपोर्ट मूल रूप से गुजराती में लिखी गई है। उसे इस लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं।)