कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कथित किसानों के मन से लगता है कानून का डर समाप्त हो गया है। इसका ताजा प्रमाण शुक्रवार को हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली बॉर्डर पर देखने को मिला। वहाँ एक व्यक्ति की बेरहमी से हत्या कर उसे बैरिकेड से लटका दिया गया। इस बर्बर हत्या को अंजाम देने का आरोप निहंग सिखों पर है। निहंगों द्वारा इस तरह की वारदात को पहले भी अंजाम दिया जाता रहा है।
इससे पहले 21 मार्च 2021 महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के एक बाबा की हत्या के आरोपित को पकड़ने के लिए को पंजाब के तरनतारन गई पुलिस पर निहंगों ने हमले कर दिया था। निहंगों ने कृपाण से हमला कर पंजाब पुलिस के एएसआई हरजीत सिंह की कलाई काट डाली थी। इसके बाद हरजीत सिंह अपनी कटी हुई कलाई लेकर स्कूटर से खुद ही अस्पताल पहुँचे थे, जहाँ उसे फिर से जोड़ दिया गया। इस हमले में उनकी दूसरी कलाई भी गंभीर रूप से जख्मी हो गई थी। हालाँकि, इसके बाद हुई मुठभेड़ में पुलिस ने दोनों हमलावर निहंग सिखों को मार गिराया था।
इस घटना के अगले महीने ही निहंगों ने हिमाचल प्रदेश में भी इसी तरह की वारदात को अंजाम दिया। मामला केवल इतना सा था कि तेज सिंह नामक निहंग सिख ने 31 मार्च की शाम को बलवीर नाम के एक बाइक सवार से श्रीआनंदपुर साहिब जाने के लिए लिफ्ट माँगी। जहाँ निहंग को जाना था वह जगह बाइक चालक के घर से काफी दूर था, जिसकी वजह से उसने मना कर दिया। इससे निहंग सिख इतना नाराज हुआ कि उसने कृपाण से 40 साल के बलवीर की 4 उँगलियाँ काट दीं। धनीराम ने जब बीच-बचाव किया तो उसके सिर पर भी बुरी तरह हमला किया।
इस साल जुलाई में भी निहंग सिखों का उत्पात सामने आया था। इस बार लुधियाना में पीरू बांदा मोहल्ला के पास स्थित एक पब्लिक पार्क में निहंग सिख रमनदीप और उसके साथी सतपाल नवी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की प्रतिमा पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।