Monday, October 14, 2024
Homeविचारराजनैतिक मुद्देनान-टिमाटर वाला Pak 66वाँ खुशहाल देश, भारत 140वाँ: बकवास सर्वे और इसे शेयर करने...

नान-टिमाटर वाला Pak 66वाँ खुशहाल देश, भारत 140वाँ: बकवास सर्वे और इसे शेयर करने वाले बेकार लोग!

आसमान छूती महँगाई, नान-टिमाटर के लिए कैबिनेट मीटिंग और कार के साथ-साथ गधे बेच कर अर्थव्यस्था सुधारने की बात! ऐसे देश पाकिस्तान को अगर सर्वे में शामिल भी किया जाता है तो यह सर्वे करने वाली संस्था की राजनीति को जगजाहिर करता है।

बॉलीवुड के विवादित एक्टर और प्रोड्यूसर कमाल आर खान ने हाल ही में आई संयुक्त राष्ट्र विश्व खुशहाली रिपोर्ट का जिक्र करते हुए इसे भारत के लिए शर्मिंदगी बताया। कमाल खान ने ट्वीट करते हुए लिखा, “पाकिस्तान खुशहाल देशों की लिस्ट में 67वें नंबर पर है, जबकि भारत का स्थान 140वें पर है। अमेरिका 19वें और यूएई 21वाँ सबसे खुशहाल देश है और हमारी ड्रामा मीडिया यह दिखाती है कि पाकिस्तान सबसे खराब देश है। आज मैं वास्तव में शर्मिंदा हूँ अगर भारत पाकिस्तान की तुलना में बहुत पीछे है। यह सही नहीं है।” हालाँकि कमाल आर खान ने आँकड़ा लिखने में गलती है, क्योंकि रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की रैंकिंग 66वाँ है।

संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समाधान नेटवर्क ने हाल ही में यह रिपोर्ट जारी की है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2012 में 20 मार्च को विश्व खुशहाली दिवस घोषित किया था। संयुक्त राष्ट्र की ये सूची 6 कारकों पर तय की जाती है। इसमें आय, स्वस्थ जीवन प्रत्याशा, सामाजिक सपोर्ट, आजादी, विश्वास और उदारता शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र की सातवीं वार्षिक विश्व खुशहाली रिपोर्ट, जो दुनिया के 156 देशों को इस आधार पर रैंक करती है कि उसके नागरिक खुद को कितना खुश महसूस करते हैं। कहा गया है कि इसमें इस बात पर भी गौर किया गया है कि चिंता, उदासी और क्रोध सहित नकारात्मक भावनाओं में वृद्धि हुई है।

इस रिपोर्ट में भारत को 140वाँ जबकि पाकिस्तान को 66वाँ खुशहाल देश बताया गया है। जो कि वाकई काफी आश्चर्यजनक और हैरान करने वाला है। ये वही पाकिस्तान है जो कुछ दिन पहले नान-रोटी के लिए उच्चस्तरीय बैठकें बुलवा रहा था। जो अंतरराष्ट्रीय कर्ज के चलते अपनी जनता को दो जून की नान-रोटी और टिंडे-टिमाटर उपलब्ध करा पाने तक की गारंटी नहीं दे पा रहा था। जिस पाकिस्तान से उनकी जनता रोटियाँ और सस्ते टिमाटर माँग रही थी। कहना गलत नहीं होगा कि नान-टिमाटर वाले देश को अगर खुशहाल रैंकिंग में जगह भी मिल गई तो बड़ी बात है और ऐसे रैंकिंग करने वालों पर सवाल उठना चाहिए। इस रैंकिंग में उस देश को 66वाँ खुशहाल देश बताया जा रहा है, जिस देश की अर्थव्यस्था मरणासन्न स्थिति में है। दिनों-दिन आसमान छूती महँगाई ने पाकिस्तान की कमर तोड़ दी है।

पाकिस्तान इस समय घोर आर्थिक संकट और बेतहाशा महँगाई से जूझ रहा है। इससे उबरने के लिए पाकिस्तान के वजीरे आजम इमरान खान ने क्या कुछ नहीं किया। चाहे कारें बेचनी हों या गधे… यहाँ तक कि वहाँ नान और टमाटर के दाम तय करने को भी राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया गया था। बाकायदा उसके लिए कैबिनेट मीटिंग तक हुई थी। लेकिन कार और गधे बेचने के बाद भी पाकिस्तान की अर्थव्यस्था सुधर नहीं रही है। आतंक की खेती करने वाले पाकिस्तान में जेहादी हूरों के सपने दिखाकर आतंकवाद को पोषित करते आ रहे हैं। 

वह देश भला खुशहाल कैसे हो सकता है, जहाँ की जनता ही वहाँ के सरकार से खुश न हो। ये कहना गलत नहीं होगा कि पाकिस्तान इस वक्त सबसे खराब दौर से गुजर रहा है। अर्थव्यवस्था से लेकर कानून व्यस्था हो, जहाँ देखो, वहाँ के हाल बुरे हैं। सभी जगह अव्यवस्था फैली हुई है। भारत के खिलाफ लगातार जहर उगल कर इमरान खान अपने देश के नजरों में ऊपर उठना चाहते हैं। लेकिन, वो शायद भूल गए कि देश में तरक्की और विकास करके ही जनता का प्यार जीता जा सकता है न कि पड़ोसी देश के लिए सिर्फ उल्टी-सीधी बातें करके। अंतरराष्ट्रीय सर्वेक्षण संस्था गैलप की पाकिस्तान इकाई ने वहाँ एक सर्वे किया, जिसमें खुलासा हुआ है कि 66 प्रतिशत पाकिस्तानी इमरान सरकार के कामकाज से संतुष्ट नहीं हैं।

बता दें कि यह सर्वे फरवरी में किया गया है। इसमें सिर्फ 32 प्रतिशत लोगों ने ही सत्ताधारी पार्टी के कामकाज पर संतुष्टि जताई है। इसके अलावा 59 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इमरान सरकार का प्रदर्शन पिछली सरकारों से भी ज्यादा खराब है। सिर्फ, 22 प्रतिशत लोगों को इमरान सरकार पहले की सरकारों से बेहतर लगी। सर्वे में यह भी पूछा गया कि क्या देश सही दिशा में जा रहा है? इसके जवाब में 62 प्रतिशत ने नकारात्मक जवाब दिया है।

गैलप के सर्वे के मुताबिक इमरान सरकार के कामकाज से असंतुष्ट लोगों में पुरुषों की संख्या 70 फीसदी और महिलाओं की 60 फीसदी है। युवाओं में भी सरकार के काम को लेकर निराशा पाई गई। 30 साल से कम आयु के 66 फीसदी युवाओं ने कहा कि वे इमरान सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं। महँगाई की वजह से पाकिस्तान की आवाम को अपनी मूलभूत जरूरतों को पूरा करने के लिए भी पसीने छूट रहे हैं और वह खुशहाल देश है!

महँगाई की बात चली ही है तो आपको बता दें कि पिछले दिनों एक पाकिस्तानी दुल्हन ने गहने की जगह टमाटर और पाइन नेट के गहने पहने थे। जब दुल्हन से टमाटर के गहने पहनने का कारण पूछा गया तो उसने बड़ा ही मजेदार जवाब दिया। दुल्हन बड़ी ही संजीदगी से कहती है कि आजकल सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं और टमाटर व पाइन नट के भी। उसने बताया कि उसके देश में टमाटर के लिए हाय-तौबा मचा हुआ है। दुल्हन कहती है कि देश में इस समय टमाटर और पाइन नट्स की वैल्यू सोने के बराबर चल रही है। इसलिए उसने सोने की जगह पर टमाटर और पाइन नट्स के गहने पहने हैं। जब एंकर ने पूछा कि पाइन नट्स कहाँ हैं, तो दुल्हन एक शगुन का लिफाफा खोलती है और उसमें से पाइन नट्स निकाल कर दिखाती है। ये लिफाफा उसके बड़े भाई ने ‘सलामी’ (शादी के तोहफे) के रूप में भेजे थे। इस वीडियो को पाकिस्तानी पत्रकार नायला इनायत ने ट्वीट किया था।

जब पड़ोसी देश में आम जनता महँगाई से त्रस्त थी, जनता बेसिक सुविधाओं के लिए मुँहताज हो रही थी, इमरान खान उनकी समस्याओं का समाधान न करके भारत के आंतरिक मामले में दखलअंदाजी करने में व्यस्त थे। इसको लेकर सोशल मीडिया पर पाकिस्तान का मजाक भी उड़ा। लोगों ने तो यहाँ तक कह दिया कि अभी भी वक्त है संभाल लें इमरान कहीं ऐसा न हो कि जिहाद और आतंक की खेती के चक्कर में आम लोग विद्रोह कर बैठें। पहले अपना देश संभाल लें फिर दूसरे देश के आतंरिक मामलों में दखल देने की सोचें। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र विश्व खुशहाली रिपोर्ट में पाकिस्तान को 66वाँ खुशहाल देश बताना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। आखिर किस आधार पर उसे यह रैंकिंग दी गई, क्योंकि गैलप के सर्वे ने तो पाकिस्तान की जनता की नाखुशी और नापसंदगी को जाहिर कर ही दिया और वहाँ की अर्थव्यवस्था तो माशाल्लाह!!! ताज्जुब की बात है कि फिर भी रैंकिंग में 66वाँ खुशहाल देश?

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जब मर चुके थे रामगोपाल मिश्रा, तब भी उनके मृत देह पर मुस्लिम कट्टरपंथी बरसा रहे थे पत्थर: तलवार से काटने, गोलियाँ मारने के...

बहराइच में मृतक रामगोपाल मिश्रा की लाश जब उनके साथी निकल कर ला रहे थे तब उन पर भी मुस्लिम भीड़ ने गोलियाँ और पत्थर बरसाए थे।

दुर्गा पूजा पर झारखंड पुलिस ने नहीं बजने दिया DJ… विरोध में हिंदुओं ने नहीं किया माँ दुर्गा का विसर्जन, रात भर प्रतिमाएँ सड़क...

झारखंड के चक्रधरपुर में पुलिस ने दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस का डीजे पुलिस ने जब्त कर लिया। इसके बाद विसर्जन नहीं हो पाया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -