Thursday, April 24, 2025
Homeदेश-समाजJNU छात्र संघ के चुनाव में लेफ्ट को पीछे छोड़ ABVP ने बनाई बढ़त,...

JNU छात्र संघ के चुनाव में लेफ्ट को पीछे छोड़ ABVP ने बनाई बढ़त, अध्यक्ष से लेकर महासचिव पद के प्रत्याशी चल रहे आगे: चार साल बाद हुए चुनाव में हुआ था रिकॉर्ड तोड़ मतदान

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) छात्र संघ (JNUSU) चुनाव की मतगणना जारी है। इसके नतीजे रविवार (24 मार्च 2024) को रात 9 बजे घोषित किए जाएँगे। हालाँकि, सामने आ रहे शुरुआती रुझानों में भाजपा की छात्र ईकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) आगे निकलती दिख रही है। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संयुक्त सचिव और महासचिव को लेकर हुए चुनाव में रिकॉर्ड मतदान हुए थे।

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) छात्र संघ (JNUSU) चुनाव की मतगणना जारी है। इसके नतीजे रविवार (24 मार्च 2024) को रात 9 बजे घोषित किए जाएँगे। हालाँकि, सामने आ रहे शुरुआती रुझानों में भाजपा की छात्र ईकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) आगे निकलती दिख रही है। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संयुक्त सचिव और महासचिव को लेकर हुए चुनाव में रिकॉर्ड मतदान हुए थे।

JNUSU चुनाव में 1,421 मतपत्रों की गिनती में ABVP चारों सीटों पर आगे है। अध्यक्ष पद पर ABVP के उमेश चंद्र अजमेरा को 626 वोट मिले हैं। वहीं, लेफ्ट के धनंजय को 471 वोट मिले हैं। 19 उम्मीदवार जेएनयूएसयू केंद्रीय पैनल में पदों के लिए और 42 स्कूल काउंसलर्स के लिए मैदान में हैं। इनमें से 8 दावेदार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।

उपाध्यक्ष पद के लिए ABVP की दीपिका शर्मा को 319 मत मिले हैं। वहीं, लेफ्ट के अविजीत घोष को 177 और INDP के अंकुर राय को 201 मिले हैं। संयुक्त सचिव के पद के लिए हुए मतदान में ABVP के गोविंद डांगी को 450 मत मिले हैं, जबकि लेफ्ट के मोहम्मद साजिद को 189 मत मिले हैं। महासचिव पद के चुनाव में ABVP के अर्जुन आनंद को 424 मत मिले हैं। वहीं लेफ्ट समर्थित BAPSA की उम्मीदवार प्रियांशी आर्य को 211 मत मिले।

बता दें कि JNU में चार साल बाद छात्र संघ का चुनाव हुआ है। इसके लिए शुक्रवार (22 मार्च 2024) को मतदान हुए थे। इस बार 73 प्रतिशत की रिकॉर्ड वोटिंग हुई। यह पिछले 12 वर्षों में सबसे अधिक है। इस चुनाव में 7,700 से अधिक पंजीकृत मतदाताओं ने मतदान किया। साल 2019 में मतदान का प्रतिशत 67.9 था।

इस बार वामपंथी संगठन यूनाइटेड लेफ्ट के बैनर तले अपने उम्मीदवार उतारे। गठबंधन में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA), डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (DSF), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) शामिल हैं। लेफ्ट ने अध्यक्ष के लिए धनंजय, उपाध्यक्ष के लिए अविजीत घोष और संयुक्त सचिव के लिए मोहम्मद साजिद को मैदान में उतारा है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

पहलगाम के इस्लामी आतंकियों को ‘मिलिटेंट्स’ बता रहा था NYT, अमेरिकी संसद की कमेटी ने रगड़ा: ‘बंदूकधारी-चरमपंथी’ की खाल में पहचान छिपा रहा विदेशी...

अल जजीरा, बीबीसी, न्यूयॉर्क टाइम्स, वाशिंगटन पोस्ट और पाकिस्तानी मीडिया डॉन जैसे बड़े संस्थानों ने आतंकियों को आतंकी कहने से परहेज किया।

यूँ ही अडानी के पीछे नहीं पड़ा था हिंडनबर्ग, राहुल गाँधी के अंकल सैम पित्रोदा का हाथ होने का रिपोर्ट में दावा: मोसाद ने...

हिंडनबर्ग के हमले का जवाब देने में गौतम अडानी की मदद मोसाद और इजरायली प्रधानमन्त्री नेतन्याहू ने की थी। इसके चलते हिंडनबर्ग पर ताला पड़ गया।
- विज्ञापन -