केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा। शाह ने राज्य की तृणमुल कॉन्ग्रेस (TMC) पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ताओं की हत्या करने को लेकर घेरा। उन्होंने ममता सरकार को चेतावनी दी कि BJP सरकार आते ही कार्यकर्ताओं की हत्या के अपराधियों को अगर जमीन में भी गाड़ा है, तो भी उन्हें बाहर निकालकर सजा देंगे।
दरअसल, रविवार (01 जून 2025) को केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कोलकाता में ‘विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन’ में शिरकत की। यहाँ बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शाह ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की सरकार में हुए अपराध गिनाए। शाह ने ये भी कहा कि आगामी 2026 बंगाल चुनाव में बीजेपी के वापस आते ही सभी अपराधियों को सजा मिलेगी।
पश्चिम बंगाल में TMC सरकार के जाते ही जमीन के भी अन्दर छिपे भाजपा कार्यकर्ताओं के हत्यारों को बाहर निकालकर कठोर सजा दी जाएगी।
— Amit Shah (@AmitShah) June 1, 2025
পশ্চিমবঙ্গে TMC সরকারের পতন হবার সাথে সাথে মাটির তলায় লুকিয়ে থাকা বিজেপি কার্যকর্তাদের হত্যাকারী সকলকে বাইরে বের করে এনে কঠোর শাস্তি দেওয়া হবে। pic.twitter.com/WXnF8mMKs9
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “बंगाल में चुनाव के दौरान और दीदी को विजय मिलने के बाद सैकड़ों बीजेपी के कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया। दीदी, कब तक बचाओगी उनको…मेरी बात सुन लो, आपका समय अब समाप्त हो गया है। साल 2026 में बीजेपी की सरकार बनने वाली है।”रहे
अमित शाह ने मुर्शिदाबाद हिंसा और तमाम हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्या पर भी बात की। शाह ने ममता सरकार को चेतावनी देते हुए कहा, “TMC की सरकार जाते ही हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या के अपराधियों को देखा जाएगा। अगर उन्हें जमीन में भी गाड़ा है, तो भी बाहर निकालकर सजा दिलाएँगे।”
सम्मेलन में शामिल रहे पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुवेंदु अधिकारी ने भी ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा संभाला। सुवेंदु ने कहा कि मुर्शिदाबाद दंगों के दौरान हिंदुओं पर हुए हमलों का बदला लिया जाएगा। पार्टी उन लोगों को सबक सिखाएगी, जिन्होंने हत्या की साजिश रची।
बीजेपी नेता ने आगे कहा, “TMC ने अप्रैल 2025 में धुलियान, शमशेरगंज और जिले के अन्य इलाकों में बड़े पैमाने पर आगजनी और हिंदुओं पर सशस्त्र हमलों के दौरान चुपचाप बैठकर देखा। अगर सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने लोगों की जान बचाई, अगर ऐसा नहीं होता तो हालत बदतर हो सकते थे।”