मुझे मिली जानकारी के अनुसार लोकसभा में मेरे द्वारा पूछे गए जार्ज सोरोस व कांग्रेस पार्टी व गांधी परिवार, राजीव गांधी फाउंडेशन तथा सैम पित्रोदा के ग्लोबल नॉलेज की जॉंच शुरू हो गई है । विदेशी फंडिंग के साथ देश तोड़ने का षड्यंत्र तथा उनके समर्थकों का असली चेहरा उजागर होगा
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) December 22, 2024
USAID को लेकर ऑपइंडिया की रिपोर्ट
बता दें कि जिस यूएसएड को लेकर भाजपा सांसद द्वारा सवाल खड़े किए गए हैं उसे लेकर ऑपइंडिया लगातार रिपोर्ट कर रहा है। हम आपको पहले की रिपोर्टों में बता चुके हैं कि कैसे इस यूएसएड ने अमेरिकी करदाताओं के करोड़ों रुपए आतंकवादियों को पोसने वाले संगठनों को देने में और धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाली संस्थाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए खर्च किया। नेपाल में नास्तिकता का मूवमेंट चलाना हो या देश-विदेश में LGBTQ के एक्टिविज्म को बढ़ाना हो… इन सब पर यूएसएड ने खुलकर डॉलर उड़ाए।
कहने को ये संगठन मानव भलाई की दिशा में काम करता है लेकिन हकीकत यह है कि इनका फायदा अफगानिस्तान में बैठे तालिबान, पाकिस्तान में बैठे लश्कर-ए-तैयबा, फलाह-ए-पाकिस्तान और गाजा में बैठे हमास जैसे आतंकी संगठनों को भी हुआ है।
OpIndia's exclusive investigation into Sam Pitroda's NGO being funded by USAID and the US State Department stirs a storm in Parliament as Nishikant Dubey questions Congress.
— Nupur J Sharma (@UnSubtleDesi) February 10, 2025
This was the story we published in July 2024. https://t.co/FpCv2Mf6hM
इसके अलावा यूएसएड का संबंध कॉन्ग्रेस से, गाँधी परिवार के करीबी सैम पित्रौदा से और जॉर्ज सोरोस से कैसे है इसे भी ऑपइंडिया अपनी रिपोर्ट में बता चुका है। 2024 में भी हमने ये खुलासा किया था कि सैम पित्रौदा की एनजीओ को USAID से फंड आता था। आज इसी मामले को निशिकांत दुबे ने फिर से उठाकर ताजा कर दिया है।