अमेरिका की सरकारी एजेंसी USAID के बारे में रोज नया खुलासा हो रहा है। USAID पर तालिबान को कंडोम का पैसा देने, नेपाल में नास्तिकता फैलाने के लिए करोड़ों देने और LGBT कॉमिक्स तक के लिए मोटा खर्च करने का आरोप लगा है। ऐसे ही कई खर्च अब सामने आ रहे हैं।
यह खुलासे अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के सत्ता में आने के बाद होना चालू हुए हैं। USAID का दफ्तर अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इसकी जाँच एलन मस्क की अगुवाई वाला DOGE नाम का एक विभाग कर रहा है। यह विभाग एलन मस्क का ही आइडिया है। अमेरिका की एक संसदीय कमिटी ने भी USAID पर कई खुलासे किए हैं।
तालिबान को दिए करोड़ों, अफीम उगाने में भी सहायता की
USAID पर तालिबान को कंडोम के लिए $15 मिलियन (₹120 करोड़+) देने का आरोप है। अमेरिकी सांसद ब्रायन मास्ट ने आरोप लगाया कि तालिबान को यह पैसा फालतू में दिया गया। गौरतलब है कि तालिबान लगातार महिलाओं का उत्पीड़न करता है और उसने अमेरिका को अफगानिस्तान में बड़े नुकसान पहुंचाए हैं। USAID के इस कंडोम खर्चे को लेकर मास्ट ने कहा कि अब जब हमने यह पैसा देना बंद कर दिया, तब भी किसी की मौत नहीं हो रही।
इसके अलावा USAID ने कथित तौर पर अफ़गानिस्तान में नहरों, कृषि उपकरणों और उर्वरक पर करोड़ों डॉलर का खर्च किया गया। बाद में इन सब सुविधाओं का इस्तेमाल तालिबान ने किया और अफीम उगाई। इससे उसने हेरोइन बना कर बेचीं। ऐसे में USAID के चलते ड्रग तस्करी बढ़ी।
नेपाल में नास्तिकता के लिए भी दिया पैसा
80% से अधिक हिन्दू आबादी वाले नेपाल में USAID ने नास्तिकता फैलाने के लिए खूब पैसा बहाया। नेपाल में नास्तिकता बढ़ाने के लिए USAID ने 4 लाख डॉलर (₹3 करोड़+) दिए। गौरतलब है कि नेपाल में नास्तिकता फैलाने के अलावा लगातार ईसाइयत को बढ़ाने के प्रयास भी चल रहे हैं। ऐसे में USAID के कदम की इस बात को लेकर भी आलोचना हुई है कि पहले हिन्दू आबादी को नास्तिक बनाया जाएगा और फिर मिशनरियाँ उन्हें अपनी तरफ मोड़ लेंगी।
LGBT विचारधारा को बढ़ाने के लिए भी दिए करोड़ों डॉलर
USAID ने सबसे ज्यादा पैसा दुनिया भर में जेंडर आइडियोलॉजी आगे बढ़ाने के लिए दिया। इसके तहत कैरिबियन देशों में केवल इस बात के लिए तक 3 मिलियन (₹2.5 करोड़+) दिए गए कि कोई अपने आप को LGBT के रूप में बताए। यानि वह महिला पुरुष पहचान से बाहर निकले, तो उसे अवार्ड मिलेगा। इसके अलावा कोलंबिया में ट्रांसजेंडर ओपेरा के लिए ₹40 लाख से अधिक का खर्च किया गया। इसके अलावा एडल्ट शो के लिए इक्वाडोर में ₹65 लाख से ज्यादा की राशि दी गई।
इसी तरह अफ्रीका में फ्रेंच बोलने वाले LGBTQ को बढ़ाने के लिए ₹8 करोड़ से ज्यादा खर्च किया गया। ग्वाटेमाला में अपना सेक्स चेंज करवाने के लिए USAID ने ₹17 करोड़ से अधिक दिए। यहाँ तक कि पेरू की एक LGBTQ पात्रों वाली कॉमिक के लिए ₹27 लाख से अधिक दिए गए। सीरिया में अल कायदा के लड़ाकों को खाना देने के लिए खर्च USAID ने किया। अमेरिका में अवैध रूप से घुसने वाले लोगों को ₹90 करोड़ से अधिक वाउचर दिए, जिससे वह खरीददारी कर सकें।