Friday, April 26, 2024
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‘आई एम सॉरी अमरिंदर’: इस्तीफे से पहले सोनिया गाँधी ने कैप्टेन से किया किनारा, जानिए क्या हुई फोन पर आखिरी बातचीत

पंजाब में अपने दम-खम पर अकाली दल से सत्ता छिनकर कॉन्ग्रेस को सत्ता में लाने वाले अमरिंदर सिंह नई कॉन्ग्रेस में खप नहीं पा रहे हैं। कहा जा रहा है कि कैप्टन के तेवर शुरू से ही तीखे रहे हैं, लिहाजा राहुल और प्रियंका गाँधी के फॉर्मेट में वह सेट नहीं बैठ रहे हैं।

अमरिंदर सिंह ने लगातार कॉन्ग्रेस में कई दिनों से जारी अंदरूनी कलह के बाद शनिवार (18 सितम्बर, 2021) को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। अपने इस्तीफे के बाद मीडिया से बातचीत में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने इस फैसले के बारे में कॉन्ग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी को बता दिया था। सोनिया की इस पर क्या प्रतिक्रिया थी, इसे लेकर कैप्टन अमरिंदर ने कहा, “उन्होंने ‘आइ एम सॉरी अमरिंदर’ कहा था।”

कैप्टन अमरिंदर सिंह का यह इस्तीफा कॉन्ग्रेस विधायक दल की मीटिंग से आधे घंटे पहले हुए। शनिवार को शाम पाँच बजे कॉन्ग्रेस विधायक दल की मीटिंग होनी थी और साढ़े चार बजे के करीब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपना इस्तीफा राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को सौंप दिया।

इस्तीफा देने के बाद कैप्टन जब मीडिया के सामने आए तो उनका दर्द छलक पड़ा। न्यूज एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, “बिना मुझसे पूछे विधायक दल की मीटिंग बुला ली गई, जिसके बाद सुबह सवा दस के करीब मैंने कॉन्ग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी को फोन किया था और मैंने उन्हें कहा कि मैं आपको अपना इस्तीफा भेज रहा हूँ” यह पूछे जाने पर कि इस पर उनका क्या जवाब था कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, “सोनिया जी ने कहा कि आई एम सॉरी अमरिंदर।”

पंजाब के मुख्यमंत्री के इस फैसले के साथ ही कैप्टन का सीएमओ एक्शन में आ गया और उनके इस्तीफे की तैयारी की जाने लगी। इस्तीफे का प्रारूप मंथन के बाद सुबह ही तय हो गया था। उन्होंने एक लाइन का इस्तीफा देने का मन बनाया और अपने इस इस्तीफे से अपने करीबियों को अवगत करा दिया था। मीडिया रिपोर्ट में ऐसा दावा किया जा रहा है कि पंजाब में अपने दम-खम पर अकाली दल से सत्ता छिनकर कॉन्ग्रेस को सत्ता में लाने वाले अमरिंदर सिंह नई कॉन्ग्रेस में खप नहीं पा रहे हैं। कहा जा रहा है कि कैप्टन के तेवर शुरू से ही तीखे रहे हैं, लिहाजा राहुल और प्रियंका गाँधी के फॉर्मेट में वह सेट नहीं बैठ रहे हैं।

अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के पहले से ही पार्टी में नए सीएम चेहरे के लिए मंथन चल रहा है। हालाँकि, ऐसा माना जा रहा है कि सुनील जाखड़ का दावा सबसे मजबूत है। अपने इस्तीफे के बाद कैप्टन ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पिछले 2 महीने में कॉन्ग्रेस आलाकमान ने दिल्ली में दो बार विधायकों की मीटिंग बुलाई और इस बारे में मुझे ही नहीं बताया गया। आज भी तीसरी बार यह मीटिंग बुलाई गई, जिसके बाद मैं अपने आप में अपमानित महसूस कर रहा हूँ। इस वजह से मैंने इस्तीफा दे दिया है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह अगले का समर्थन करेंगे इस पर उन्होंने कहा कि आगे का फैसला समर्थकों के साथ बातचीत के बाद लिया जाएगा।

बता दें कि शनिवार को हुई कॉन्ग्रेस विधायक दल की मीटिंग में नया मुख्यमंत्री फिलहाल नहीं चुना जा सका और फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया गया। वहीं अब खबर यह भी है कि कॉन्ग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को सीएम की रेस में हैं। वहीं सिद्धू की राह आसान नहीं है क्योंकि उनके सीएम बनने को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि अगर कॉन्ग्रेस सिद्धू को अध्यक्ष बनाए तो मुझे कोई दिक्कत नहीं, लेकिन अगर उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो मैं इसका विरोध करूँगा क्योंकि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा होगा। उन्होंने कहा कि उनके पाकिस्तानी पीएम इमरान और जनरल बाजवा के साथ घनिष्ट संबंध हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अच्छा नहीं होगा।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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