कोरोना वायरस से निपटने के लिए की गई तैयारियों को लेकर जहाँ कॉन्ग्रेस पार्टी केन्द्र सरकार को घेरती रहती है। वहीं कॉन्ग्रेस नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मोदी सरकार की तारीफ की है। अधीर रंजन चौधरी ने माना कि सरकार और मेडिकल स्टाफ बाकी दुनिया के मुकाबले भारत में अच्छा काम कर रहा है और कहा कि जिस तरह से अब तक देश इस बीमारी से निपटा है उसको देखते हुए अगर कोरोना संकट से भारत बाहर निकलता है भारत ग्लोबल लीडर भी बन सकता है।
#WATCH Centre,state govts&doctors have done good work to fight COVID19. Now,when we look at US&Europe,we know we have progressed. In coming days,there is a huge possibility of India emerging as a model country if we continue to take concrete steps to fight COVID19: AR Chowdhury pic.twitter.com/2TwvpVa4hg
— ANI (@ANI) April 27, 2020
अधीर रंजन चौधरी ने कोरोना वायरस और भारत पर बात करते हुए कहा, “हिंदुस्तान में जहाँ 130 करोड़ आबादी है वहाँ सरकार, राज्य सरकार, डॉक्टर और बाकी प्रतिष्ठानों ने अच्छा काम किया है। जब हम अमेरिका, यूरोप को देखते हैं तब पता चलता है कि हम उन लोगों से काफी आगे निकल चुके हैं। अगर इस मौके को इसी ढंग से हमने इस्तेमाल किया तो भारत आगे निकल जाएगा। आने वाले दिनों में भारत रैंकिंग में कहाँ से कहाँ पहुँच जाएगा। अगर हम कोरोना से लड़ने के लिए ऐसे ही ठोस कदम उठाते रहे तो आने वाले दिनों में भारत एक मॉडल देश के रूप में उभरने की संभावना है। भारत ग्लोबल लीडर बनेगा।”
कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी द्वारा प्रधानमंत्री मोदीजी को लिखे ये सुझाव छोटे, मध्यम, माइक्रो उद्योगों के लिए राहत व पुनर्जीवन की कुंजी साबित हो सकते हैं।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 25, 2020
उम्मीद है सरकार इन सुझावों पर अमल करेगी जिससे कोरोना के साथ इस आर्थिक सुनामी झेल रहे करोड़ों लोगों को मदद मिलेगी pic.twitter.com/BfS0IUCmTC
गौरतलब है कि इससे पहले कॉन्ग्रेस पार्टी वक्त-वक्त पर सरकार की तैयारियों को नाकाफी बता चुकी है। कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर लॉकडाउन की तुलना नोटबंदी से भी की थी।
Experts agree that mass random testing is the key to beating Corona. In India, a bottle neck is stopping us from scaling testing from the current 40,000 per day to 1 lakh tests a day, for which test kits are already in stock.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 26, 2020
PM needs to act fast & clear the bottleneck.
सरकारी कर्मचारियों का DA किस तर्क से काटा जा रहा है? जबकि इस दौर में उनपर काम का दबाव कई गुना हो गया है। दिन रात सेवा कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों और पुलिसकर्मियों का भी DA कटने का क्या औचित्य है? तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को इससे बहुत कष्ट है। पेन्शन पर निर्भर लोगों ..1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 25, 2020
सोनिया ने शनिवार को लिखे पत्र में MSME सेक्टर की परेशानियों का जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि इस सेक्टर का जीडीपी में योगदान एक तिहाई है और 11 करोड़ लोग काम करते हैं। दूसरी तरफ राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी लगातार कह रहे हैं कि सरकार लॉकडाउन से कोरोना को सिर्फ रोक सकती है, उसे खत्म करने के लिए बड़े पैमाने पर टेस्टिंग की कमी है। गौरतलब है कि इससे पहले कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी और मिलिंद देवड़ा भी मोदी सरकार की तारीफ कर चुके हैं।