Sunday, April 28, 2024
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‘आवाज हमारे पास भी है…’: संसद में ऑस्कर पर बोलते-बोलते चिढ़ गईं जया बच्चन, विजेताओं को बताया ‘अपनी फिल्म बिरादरी’ का

राज्यसभा सांसद नीरज ने उन्हें टोंक दिया। इस पर जया बच्चन ने कहा कि अरे नीरज क्या-क्या बीच-बीच में…इतना कहकर वह रुक गईं। इस दौरान स्थिति को संभालते हुए उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने नीरज को चुप कराया और जया बच्चन को आगे बोलने के लिए कहा।

बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन की पत्नी और समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन का गुस्सा संसद से सड़क तक कई बार सामने आ चुका है। राज्यसभा में भारतीय फिल्मों को ऑस्कर मिलने को लेकर बोलते हुए जया बच्चन एक बार फिर भड़क गईं। उन्होंने कहा है कि जब कोई सभ्यता की बात कर रहा हो तो असभ्यता नहीं दिखानी चाहिए।

दरअसल, राज्यसभा में ऑस्कर अवार्ड को लेकर चर्चा हो रही थी। इस वर्ष भारत को दो ऑस्कर मिले हैं, यह पूरे देश के लिए गर्व की बात है। लेकिन, कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तथा AIADMK और DMK समेत कुछ अन्य नेताओं ने इस अवॉर्ड को दक्षिण भारत का पुरस्कार बताने की कोशिश की।

तब जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने ‘आरआरआर’ और ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ की टीम को बधाई देते हुए कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे उत्तर से हैं, पूर्व से हैं, दक्षिण से हैं या फिर पश्चिम से हैं- वे भारतीय हैं। मैं यहाँ अपनी पूरी फिल्म बिरादरी के लिए गर्व और सम्मान के साथ खड़ी हूँ। जिन्होंने कई बार इस देश का प्रतिनिधित्व किया है और कई पुरस्कार भी जीते हैं।

तभी राज्यसभा सांसद नीरज ने उन्हें टोक दिया। इस पर जया बच्चन ने कहा कि अरे नीरज क्या-क्या बीच-बीच में…इतना कहकर वह रुक गईं। इस दौरान स्थिति को संभालते हुए उप-राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने नीरज को चुप कराया और जया बच्चन को आगे बोलने के लिए कहा।

इसके बाद वह ‘आरआरआर’ के लेखक केवी विजयेंद्र प्रसाद को लेकर बोल रहीं थीं। उन्होंने कहा कि केवी विजयेंद्र केवल पटकथा लेखक ही नहीं हैं, वे कहानीकार और इस सदन के सदस्य भी हैं। यह एक बड़े सम्मान की बात है। तभी किसी ने उन्हें फिर टोक दिया। इस पर जया बच्चन भड़क गईं और कहा, “ये बीच में टोकने की आदत आजकल बढ़ती जा रही है। जब कोई सभ्यता की बात कर रहा हो तो असभ्य व्यवहार मत करिए। आवाज हमारे पास भी है।”

इस पर उपराष्ट्रपति ने एक बार फिर उन्हें शांत कराते हुए कहा कि आपके पास आवाज नहीं बल्कि बुलंद आवाज है। यही नहीं, उन्हें शांत कराने करते हुए राष्ट्रपति ने उनके परिवार की भी तारीफ की।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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