प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू पर करारा हमला किया। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव बोलते हुए उन्होंने जवाहरलाल नेहरू की विदेश नीति को लेकर उठाए गए क़दमों की आलोचना की। पीएम मोदी ने इस दौरान विपक्ष के सांसदों को सलाह दी कि वह ‘JFK’s फॉरगॉटेन क्राइसिस’ किताब पढ़ने की सलाह दी। यह किताब अमेरिकी विदेश नीति एक्सपर्ट ब्रूस रिडेल ने लिखी है और इसमें जॉन एफ केनेडी के कार्यकाल में आए राजनीतिक और वैश्विक संकटों पर बात की गई है।
#WATCH | PM Narendra Modi says, "While discussing the President's Address, foreign policy was also discussed here. A few people think that they don’t appear mature if they don’t speak on foreign policy. They think that they should definitely speak on foreign policy, even if it… pic.twitter.com/LDXPl0c3q4
— ANI (@ANI) February 4, 2025
पीएम मोदी ने यह सुझाव तब दिया जब वह भारत-चीन सीमा विवाद पर अपनी सरकार के क़दमों को लेकर बोल रहे थे। उन्होंने इस दौरान विपक्ष की आलोचना का भी उन्होंने जवाब दिया। इससे पहले सोमवार को कॉन्ग्रेस सांसद राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने भारत-चीन विवाद को लेक सरकार को घेरा था।
पीएम मोदी ने इस किताब के हवाले से बताया कि नेहरू ने देश की सुरक्षा के साथ क्या खेल खेला और उनके लिए विदेश नीति का क्या मतलब था। उन्होंने कहा, “जो लोग सही में विदेश नीति में रुचि रखते हैं, मैं उन्हें JFK’s की फॉरगॉटन क्राइसिस पढ़ने का सुझाव देता हूँ।”
उन्होंने कहा, “विदेश नीति के एक विशेषज्ञ द्वारा लिखी गई इस किताब में भारत के पहले प्रधानमंत्री का जिक्र है, उन्होंने विदेश मामले भी देखे थे। इस किताब में इसमें उस क्राइसिस के दौरान उनकी जॉन एफ केनेडी की पत्नी के साथ उनकी बातचीत भी शामिल है, जिसे विदेश नीति के नाम पर लिए गए एक्शन कहा गया था।”
नेहरू के बारे में कई खुलासे करती है किताब
जिस किताब का पीएम मोदी ने जिक्र किया उसमे केनेडी की पत्नी की भारत यात्रा और पीएम नेहरू के विदेशी सम्बन्धों पर लिए गए एक्शन को लेकर बातें लिखी गई हैं। किताब के अनुसार, भारत में तत्कालीन अमेरिकी राजदूत जॉन केनेथ गैलब्रेथ के साथ बातचीत में, अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी ने कथित तौर पर उनसे कहा कि पीएम नेहरू उनके बजाय उनकी पत्नी जैकी के साथ बातचीत में ज्यादा दिलचस्पी रखते थे।

इस किताब में यह भी बताया गया है कि केनेडी की भारत यात्रा के दौरान अमेरिकी दूतावास ने उनकी पत्नी के लिए एक विला किराए पर लिया था। लेकिन इसी दौरान नेहरू इस बात जोर दिया कि केनेडी की पत्नी प्रधानमंत्री आवास में एक कमरे में रुकें। गौरतलब है कि यह वही कमरा है जिसका उपयोग एडविना माउंटबेटन द्वारा किया गया था। एडविना अंतिम वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन की पत्नी थीं, जो इस देश का बँटवारा होने के समय वायसराय थे।

किताब में यह भी बताया गया है कि नेहरू को केनेडी या उनकी पत्नी बॉबी की अपेक्षा JFK की 27 वर्षीय बहन पैट कैनेडी में खूब दिलचस्पी ले रहे थे। यह यात्रा 1962 में हुई थी। पंडित नेहरू तब 73 साल के थे।

यह सारी बातें पीएम मोदी ने राहुल गाँधी के सदन में किए गए दावे के बाद कही। राहुल गाँधी ने कह़ा कि भारत ने चीन के हाथों 4,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक इलाका खो दिया है। राहुल ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री इसबात को नहीं मानते, लेकिन सेना के बयान इसके विपरीत हैं। उनकी इस बात का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया था।